सुजुकी ने शुरू किया फ्लाइंग कार का निर्माण, 2027 में गुजरात में होगी टेस्टिंग
वाहन निर्माता सुजुकी मोटर ने स्काईड्राइव के सहयोग से जापान के इवाता स्थित प्लांट में फ्लाइंग कारों का निर्माण शुरू कर दिया है। यह प्लांट एक साल में 100 इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग (eVTOL) उड़ान कारों का उत्पादन करने में सक्षम है। ये फ्लाइंग कार पूरी तरह से इलेक्ट्रिक और ऑटोनोमस हैं और इन्हें एडवांस्ड एयर मोबिलिटी (AAM) या अर्बन एयर मोबिलिटी (UAM) के रूप में भी जाना जाता है।
फ्लांइग कार हेलीकॉप्टर की तरह करती है काम
यह फ्लाइंग कार बिजली से चलने वाला एक तरह का ड्रोन है, जिसमें ऑटोपायलट जैसी ऑटोनोमस सहायता होती है। स्काईड्राइव eVTOL एक कॉम्पैक्ट, 3-सीटर ड्रोन है, जो आम तौर पर एक हेलीकॉप्टर की तरह काम करता है। यह वर्टीकल रूप से उड़ने और उतरने में सक्षम है। इन कमर्शियल फ्लाइंग ड्रोन का विकास भविष्य में एयर टैक्सी सर्विस के उपयोग के लिए किया जा रहा है, जिससे शहरी इलाकों में यातायात के बढ़ते दबाव को कम किया जा सकेगा।
भारत में 2027 में शुरू होगी टेस्टिंग
स्काईड्राइव ने वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 में eVTOL को प्रदर्शित करने के अलावा 2027 तक गुजरात में इसका परीक्षण करने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) के साथ एक समझौता किया था। परीक्षण के अलावा, स्काईड्राइव व्यवसाय के अवसर पैदा करने की भी योजना बना रही है। इसके साथ ही, जापानी विमान निर्माता ने स्काईड्राइव eVTOL के भारतीय भविष्य के लिए आगे तकनीकी सहायता के लिए हैदराबाद स्थित एक भारतीय कंपनी साइएंट के साथ एक समझौता किया है।