NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    जम्मू-कश्मीर
    क्राइम समाचार
    कोरोना वायरस
    कोरोना वायरस वैक्सीन
    लखीमपुर रेप-हत्याकांड
    हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (LCH)
    भू-धंसाव
    NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout


    देश राजनीति दुनिया बिज़नेस खेलकूद मनोरंजन टेक्नोलॉजी करियर अजब-गजब लाइफस्टाइल ऑटो एक्सक्लूसिव विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
     
    होम / खबरें / देश की खबरें / तिरुपति मंदिर की सुरक्षा के लिए इस्तेमाल होगी एंटी-ड्रोन तकनीक, एक सिस्टम की कीमत 25 करोड़
    देश

    तिरुपति मंदिर की सुरक्षा के लिए इस्तेमाल होगी एंटी-ड्रोन तकनीक, एक सिस्टम की कीमत 25 करोड़

    तिरुपति मंदिर की सुरक्षा के लिए इस्तेमाल होगी एंटी-ड्रोन तकनीक, एक सिस्टम की कीमत 25 करोड़
    लेखन प्रमोद कुमार
    Jul 23, 2021, 04:42 pm 1 मिनट में पढ़ें
    तिरुपति मंदिर की सुरक्षा के लिए इस्तेमाल होगी एंटी-ड्रोन तकनीक, एक सिस्टम की कीमत 25 करोड़
    तिरुपति मंदिर की सुरक्षा के लिए इस्तेमाल होगी एंटी-ड्रोन तकनीक

    तिरुपति मंदिर की ड्रोन हमलों से सुरक्षा के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की एंटी-ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। देश का यह पहला मंदिर होगा, जहां इस तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। इस तकनीक वाले एक सिस्टम की कीमत करीब 25 करोड़ रुपये बताई जा रही है, लेकिन अगर कोई संस्था 100 से अधिक सिस्टम की खरीद करती है तो उसे 22 करोड़ रुपये का एक सिस्टम बेचा जाएगा। आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।

    इसी महीने हुआ तकनीक का ट्रायल

    जम्मू हवाई अड्डे पर जून में ड्रोन की मदद से हुए हमले के बाद DRDO ने इसी महीने तीनों सेनाओं को अपनी इस तकनीक का ट्रायल दिखाया था। इस दौरान तिरुमला स्थित भगवान वेंकटेश्वर मंदिर का प्रबंधन देखने वाली संस्था तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के विजिलेंस और सुरक्षा प्रमुख गोपीनाथ जट्टी भी वहां मौजूद थे। उनके अलावा अलग-अलग राज्यों के पुलिस विभाग से आए अधिकारियों ने यह भी ट्रायल देखा था।

    उत्पादन बढ़ाने के लिए कई कंपनियों से बात कर रहा DRDO

    DRDO की यह तकनीक ड्रोन को जाम करने के साथ-साथ उसे नष्ट भी कर सकती है। DRDO ने इसके उत्पादन और मार्केटिंग का जिम्मा रक्षा मंत्रालय के तहत आने वाले सार्वजनिक उपक्रम भारत इलेक्ट्रिकल लिमिटेड (BEL) को दिया है। संगठन कई और कंपनियों के साथ भी बातचीत कर रहा है ताकि इसका उत्पादन बढ़ाकर कीमतें कम की जा सकें। बताया जा रहा है कि जल्द ही तिरुपति मंदिर में ये तकनीक तैनात की जा सकती है।

    कैसे काम करेगा एंटी-ड्रोन सिस्टम?

    DRDO का एंटी-ड्रोन सिस्टम चार किलोमीटर के दायरे में ड्रोन का पता लगा लेता है। इसमें एक 'सॉफ्ट किल' का ऑप्शन मिलता है, जिसके जरिये ड्रोन की रेडियो फ्रीक्वैंसी को जाम कर दिया जाता है। इससे उसका कम्युनिकेशन और GPS डिएक्टिवेट हो जाता है और रिमोट लोकेटिंग सिस्टम भी बंद हो जाता है। ये फीचर तीन किलोमीटर के दायरे तक काम करते हैं। यानी सिस्टम से तीन किलोमीटर के दायरे में ड्रोन को 'सॉफ्ट किल' किया जा सकता है।

    सिस्टम में मिलेगा हार्ड किल का भी ऑप्शन

    इसके अलावा इस सिस्टम में 'हार्ड किल' का भी ऑप्शन है। इसमें यह सिस्टम छोटे ड्रोन का पता लगाने के बाद उसे निशाना बनाकर नष्ट भी कर सकता है। यह ऑप्शन 150 मीटर से लेकर एक किलोमीटर तक की रेंज में काम करता है।

    जल्द लग जाएगा सिस्टम

    TTD के प्रमुख और कार्यकारी अधिकारी डॉ केएस जवाहर की सलाह के बाद विजिलेंस और सुरक्षा विभाग को उम्मीद है कि जल्द ही यह सिस्टम मंदिर पर तैनात कर दिया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि आगामी कुछ दिनों में BEL के अधिकारी यहां का दौरा कर जरूरी चीजों का मुआयना करेंगे। अभी तक यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि TTD ने ऐसे कितने सिस्टम लगवाने का फैसला किया है।

    इस खबर को शेयर करें
    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    ताज़ा खबरें
    जम्मू
    ड्रोन
    रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO)

    ताज़ा खबरें

    साइनोसाइटिस (साइनस): जानिए नाक से जुड़ी इस बीमारी के कारण, लक्षण और बचाव के उपाय बीमारियों से बचाव
    स्किन केयर रुटीन में आयुर्वेदिक चीजों को करें शामिल, मिलेगा फायदा आयुर्वेद
    बगीचे को साफ रखने के लिए इस्तेमाल करें ये 5 टिप्स गार्डनिंग टिप्स
    रोहित शर्मा का टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कैसा रहा है प्रदर्शन? जानिए आंकड़े  रोहित शर्मा

    जम्मू

    जम्मू में हुए हुए दो बम धमाके, भारत जोड़ो यात्रा को लेकर जारी किया गया अलर्ट जम्मू-कश्मीर
    जम्मू-कश्मीर: डांगरी हमले के बाद VDC को सक्रिय करने का फैसला, CRPF देगी ट्रेनिंग जम्मू-कश्मीर
    जम्मू में आतंकवादियों के साथ सुरक्षा कर्मियों की मुठभेड़, 3 आतंकी मारे गए जम्मू-कश्मीर पुलिस
    कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा जरूरी, हालात सुधरने तक जम्मू भेजा जाए- गुलाम नबी आजाद गुलाम नबी आजाद

    ड्रोन

    'बीटिंग रिट्रीट' के साथ खत्म हुआ गणतंत्र दिवस समारोह, बारिश के चलते नहीं हुआ ड्रोन शो गणतंत्र दिवस
    पंजाब: पाकिस्तानी ड्रोन से भेजे जा रहे थे चीनी हथियार, BSF ने मार गिराया पंजाब
    पाकिस्तानी सीमा पर ड्रोन गतिविधियां रोकने के लिए भारत तैनात करेगा चील, दिया जा रहा प्रशिक्षण वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC)
    ड्रोन से सामान डिलीवर करेगी अमेजन, इस साल होगी शुरुआत अमेजन

    रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO)

    वायुसेना ने 400 किलोमीटर रेंज वाली ब्रह्मोस मिसाइल का सुखोई जेट से सफल परीक्षण किया भारतीय वायुसेना
    अग्नि-5 मिसाइल का नाइट ट्रायल सफल, 5,000 किलोमीटर से भी दूर भेद सकती है निशाना अग्नि-5
    DRDO में टेक्निकल कैडर के 1,900 से अधिक पदों पर निकली भर्ती, ऐसे करें आवेदन रोजगार समाचार
    क्या है भारत में बनी ATAGS तोप की खासियत जिससे स्वतंत्रता दिवस पर दी गई सलामी? नरेंद्र मोदी

    देश की खबरें पसंद हैं?

    नवीनतम खबरों से अपडेटेड रहें।

    India Thumbnail
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स क्रिप्टोकरेंसी भाजपा समाचार कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive कोरोना वायरस वैक्सीन ट्रैवल टिप्स यूक्रेन युद्ध मंकीपॉक्स द्रौपदी मुर्मू
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2023