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टेक सेक्टर में छंटनी जारी, इस साल अब तक 80,000 से अधिक लोगों की गई नौकरी
टेक सेक्टर में छंटनी जारी

टेक सेक्टर में छंटनी जारी, इस साल अब तक 80,000 से अधिक लोगों की गई नौकरी

Aug 19, 2025
05:50 pm

क्या है खबर?

वैश्विक स्तर पर टेक सेक्टर में इस साल भी कर्मचारियों की छंटनी जारी है। कई बड़ी कंपनियां इस साल हजारों की संख्या में अपने कर्मचारियों की छंटनी कर चुकी हैं। उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि अब तक 176 कंपनियों में करीब 80,000 से अधिक लोग प्रभावित हो चुके हैं। यह महामारी के बाद से उद्योग में सबसे बड़े कार्यबल संकटों में से एक है, जिसने तकनीकी पेशेवरों के भविष्य को लेकर गहरी अनिश्चितता पैदा कर दी है।

कंपनियां

इंटेल, माइक्रोसॉफ्ट और TCS में असर

कंपनियों से मिले आंकड़े दिखाते हैं कि बड़ी टेक फर्में भी छंटनी की मार झेल रही हैं। इंटेल ने करीब 25,000 कर्मचारियों की कटौती की, जो इसके वैश्विक कार्यबल का लगभग 20 प्रतिशत है। माइक्रोसॉफ्ट ने इस साल कई चरणों में 15,000 पदों को खत्म किया। भारतीय IT कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने भी 12,000 कर्मचारियों की छंटनी की है, जिसमें सबसे बड़ा कारण 'कौशल बेमेल' को बताया गया है।

अन्य कंपनियां

अन्य दिग्गज कंपनियों में कटौती 

मेटा, गूगल और अमेजन ने बड़े पैमाने पर पुनर्गठन के तहत 20,000 से 25,000 नौकरियां कम की हैं। क्लावियो ने जुलाई-अगस्त में अपने कर्मचारियों की संख्या में 20 प्रतिशत कमी की। रेड हैट ने 800 और कोरवो ने 250 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला। सेल्सफोर्स, सिस्को और ओरेकल ने भी छंटनी की घोषणा की, हालांकि सटीक संख्या सामने नहीं आई। स्टार्टअप और छोटी कंपनियों में 5,000 से 8,000 लोग प्रभावित हुए।

 कौशल 

AI और नए कौशल की जरूरत

विशेषज्ञों का कहना है कि आर्थिक दबाव और पुनर्गठन छंटनी की वजह बने हैं, लेकिन AI तकनीक का तेजी से बढ़ता उपयोग सबसे बड़ी चुनौती है। ऑटोमेशन के कारण नियमित और मध्य-स्तरीय भूमिकाएं लगातार घट रही हैं। रिपोर्ट बताती हैं कि 57 प्रतिशत कर्मचारियों को नौकरी जाने की सूचना केवल ईमेल या कॉल के जरिए मिली। अनुमान है कि 2025 में छंटनी का आंकड़ा 1 लाख से अधिक हो सकता है, जिससे नए कौशल सीखना अनिवार्य हो गया है।