कम्युनिस्ट पार्टी अधिवेशन: चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग का हांगकांग-ताइवान पर बड़ा बयान, बोले- देश एक होकर रहेगा
क्या है खबर?
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रविवार को बीजिंग में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के अधिवेशन की शुरूआत करते हुए हांगकांग और ताइवान पर बड़ा बयान दिया।
उन्होंने कहा कि चीन ने हांगकांग पर अच्छा-खासा नियंत्रण हासिल कर लिया है, वहीं ताइवान में भी अलगाववाद और हस्तक्षेप के खिलाफ बड़ा संघर्ष चल रहा है।
इशारों में उन्होंने कहा कि कि चीन ताइवान को मिलाने के लिए बल प्रयोग भी कर सकता है। उन्होंने कहा कि देश का पूर्ण एकीकरण होकर रहेगा।
बयान
जिनपिंग ने क्या-क्या कहा?
लगभग 2,300 प्रतिनिधियों की मौजूदगी में अधिवेशन को संबोधित करते हुए जिनपिंग ने कहा, "हांगकांग पर चीन का व्यापक नियंत्रण है और अब यहां के हालात अराजकता से शासन की ओर बढ़ रहे हैं।"
ताइवान पर उन्होंने कहा, "ताइवान के मुद्दे का समाधान करना चीनी लोगों पर निर्भर है और चीन इसके लिए बल प्रयोग के अपने अधिकार का त्याग कभी नहीं करेगा... हम गंभीरता से शांतिपूर्ण एकीकरण की कोशिश करेंगे, लेकिन बल प्रयोग को छोड़ने की प्रतिबद्धता नहीं देंगे।"
जीरो कोविड नीति
जिनपिंग ने जीरो कोविड नीति का भी किया बचाव
कम्युनिस्ट पार्टी के अधिवेशन में जिनपिंग ने आलोचनाओं का केंद्र रही सरकार की जीरो कोविड नीति का भी बचाव किया।
उन्होंने कहा कि चीन ने महामारी से निपटने वक्त लोगों और उनकी जिंदगियों को सबसे ऊपर रखा और इससे सकारात्मक नतीजे आए।
जिनपिंग ने कहा कि जीरो कोविड नीति एक तरह से कोरोना वायरस के खिलाफ जनता की लड़ाई थी।
बता दें कि जीरो कोविड नीति की कड़ी पाबंदियों के कारण चीन की अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान हुआ है।
भ्रष्टाचार विरोधी अभियान
भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की जिनपिंग ने की प्रशंसा
जिनपिंग ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी सरकार की कार्रवाई की भी प्रशंसा की जिसके तहत हजारों लोगों और नेताओं को जेल में डाला गया है।
उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई से देश की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी और सेना के अंदर छिपे गंभीर खतरे खत्म हो गए हैं।
गौरतलब है कि जिनपिंग कम्युनिस्ट पार्टी के अंदरूनी भ्रष्टाचार को मिटाने का वादा करके ही पहली बार सत्ता के शीर्ष पर पहुंचे थे और उन्होंने कई बड़े नेताओं पर भी कार्रवाई की है।
बयान
जिनपिंग ने बिना नाम लिए अमेरिका पर भी साधा निशाना
जिनपिंग ने बिना नाम लिए अमेरिका पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "चीन आधिपत्य और सत्ता की हर तरह की राजनीति, शीत युद्ध की मानसिकता, दूसरे देशों की घरेलू राजनीति में दखल देने और दोहरे मापदंडों का विरोध करता है।"
रिकॉर्ड
अधिवेशन में लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति चुने जाएंगे जिनपिंग
बता दें कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का अधिवेशन हर पांच साल में एक बार होता है और इसमें पार्टी के महासचिव का चयन किया जाता है जो देश का राष्ट्रपति भी बनता है।
इस बार के अधिवेशन में जिनपिंग को रिकॉर्ड लगातार तीसरी बार चीन का राष्ट्रपति चुना जाएगा। पार्टी के संस्थापक माओ जिडांग के अलावा अन्य कोई नेता अभी तक तीन बार राष्ट्रपति नहीं रहा है, ऐसे में जिनपिंग चीन के इतिहास के दूसरे सबसे शक्तिशाली नेता बन जाएंगे।