साल 2100 तक 41 करोड़ घट जाएगी भारत की आबादी- अध्ययन
क्या है खबर?
करीब 140 करोड़ की आबादी की साथ भारत दुनिया का दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है।
हाल ही में आई संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि अगले साल चीन को पछाड़कर भारत सर्वाधिक आबादी वाला देश बन जाएगा।
अब एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि साल 2100 तक भारत की जनसंख्या 41 करोड़ तक कम हो सकती है। इसके साथ ही जनसंख्या घनत्व में भी गिरावट आने का अनुमान है।
जनसंख्या में कमी
चीन और अमेरिका में भी दिखेगा ऐसा ट्रेंड
स्टैनफॉर्ड यूनिवर्सिटी के अध्ययन में सामने आया है कि भारत की तरह आने वाले वर्षों में अमेरिका और चीन की आबादी भी कम होगी। साल 2100 यानी 78 साल बाद चीन की जनसंख्या लगभग 93 करोड़ घटकर 49.4 करोड़ रह सकती है।
यह अनुमान कम प्रजनन दर परिदृश्य पर आधारित है। यानी अगर 2100 तक प्रजनन दर 0.5 प्रतिशत कम रहती है तो चीन की आबादी 93 करोड़ और भारत की आबादी 41 करोड़ घट सकती है।
कारण
क्यों कम होगी आबादी?
आबादी में गिरावट को प्रजनन दर कम होने से जोड़कर देखा जा रहा है।
अध्ययन के अनुसार, भारत में प्रजनन दर 1.76 जन्म प्रति महिला से घटकर 2032 तक 1.39, 2052 तक 1.28, 2082 तक 1.2 और 2100 तक 1.19 रह जाएगी।
इसमें कहा गया है कि भारत और पूरी दुनिया की आबादी में गिरावट साफ तौर पर देखी जा सकेगी। जैसे-जैसे देश अमीर होते जाएंगे, प्रजनन दर घटकर एक तय स्तर पर आ जाएगी।
जनसंख्या
अफ्रीका के हाथ लगेंगे ज्यादा मौके
अध्ययन में कहा गया है कि बढ़ती जनसंख्या मौकों के नए दरवाजे खोल सकती है और इस सदी के दूसरे भाग में अफ्रीकी देश वैश्विक वृद्धि की अगुवाई कर सकते हैं।
दुनिया के अधिकतर देशों में जहां जनसंख्या कम होने का अनुमान है, वहीं कॉन्गो, इजिप्ट, इथियोपिया और नाइजीरिया आदि में आबादी में बढ़ोतरी देखे जाने का अनुमान है।
जिन देशों में आबादी घटेगी, उनमें भारत और चीन के अलावा रूस, अमेरिका और ब्राजील आदि देश शामिल हैं।
अनुमान
जनसंख्या घनत्व भी होगा कम
आबादी में गिरावट के साथ जनसंख्या घनत्व भी कम होगा। भारत में अभी प्रति स्क्वेयर किलोमीटर औसतन 476 लोग रहे हैं। वहीं चीन में यह आंकड़ा महज 148 है।
2100 तक भारत में यह घनत्व गिरकर 335 लोग प्रति स्क्वेयर किलोमीटर हो जाएगा, वहीं चीन में इतनी जगह में केवल 51 लोग रह रहे होंगे।
पूरी दुनिया की बात करें तो अभी एक स्क्वेयर किलोमीटर में 61 लोग रह रहे हैं, वहीं 2100 तक 54 लोग रह रहे होंगे।
जानकारी
आबादी को लेकर संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में क्या कहा गया?
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, अभी 1.426 अरब जनसंख्या के साथ चीन सबसे अधिक आबादी वाला देश है, वहीं 1.412 अरब आबादी के साथ भारत उससे बहुत ज्यादा पीछे नहीं हैं।
अनुमान है कि भारत 2023 में चीन को पीछे छोड़ देगा और दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा।
रिपोर्ट में 2050 में भारत की आबादी 1.668 अरब पहुंचने का अनुमान है, वहीं तब चीन की आबादी 1.317 अरब होगी।
जनसंख्या
1950 के बाद सबसे धीमी बढ़ रही वैश्विक आबादी
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, अभी वैश्विक आबादी 1950 के बाद सबसे कम दर से बढ़ रही है और 2020 में इसके बढ़ने की रफ्तार एक प्रतिशत से भी कम हो गई थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया की आबादी 2030 तक 8.5 अरब हो सकती है, वहीं 2050 तक यह 9.7 अरब हो जाएगी।
वैश्विक आबादी 2080 के दशक में 10.4 अरब जनसंख्या के साथ पीक करेगी और 2100 तक इसी स्तर पर रहेगी।