#NewsBytesExplainer: क्या पाकिस्तान के चुनाव में आतंकी हाफिज सईद की पार्टी उतर रही है?
पाकिस्तान में 8 फरवरी को आम चुनाव होने हैं और इस बार 'मर्कजी मुस्लिम लीग' नाम की एक नई राजनीतिक पार्टी भी चुनाव मैदान में हैं। इस पार्टी के अधिकांश उम्मीदवार लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद के रिश्तेदार हैं या उनका प्रतिबंधित संगठनों से संबंध रहा है। चुनाव से पहले अटकलें हैं कि ये नवगठित पार्टी आतंकी सईद के प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा का ही एक 'नया सियासी चेहरा' है। आइए जानते हैं कि इन अटकलों के पीछे कितनी सच्चाई है।
मर्कजी मुस्लिम लीग से कौन-कौन उम्मीदवार?
BBC के अनुसार, मर्कजी मुस्लिम लीग की ओर से आतंकी सईद का बेटा हाफिज तल्हा और दामाद हाफिज नेक गजर चुनाव लड़ रहे हैं। मोहम्मद फैयाज अहमद, फैसल नदीम शेख, मोहम्मद हारिस डार और मुजम्मिल इकबाल हाशमी भी उम्मीदवारों में शामिल हैं। सईद से जुड़े लोगों ने 2018 चुनाव में भी मिल्ली मुस्लिम लीग संगठन बनाकर चुनाव लड़ने की कोशिश की थी। हालांकि, चुनाव आयोग ने संगठन को मान्यता नहीं दी और अमेरिका ने इस संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया।
पार्टी के कितने उम्मीदवार आतंकियों गतिविधियों में शामिल?
मिल्ली मुस्लिम लीग का नाम पाकिस्तान के प्रतिबंधित संगठनों में नहीं है, लेकिन 2018 में अमेरिका ने इस संगठन पर आतंकवादियों के लिए फंडिंग जुटाने और उनकी मदद करने आरोप लगाया था। इससे जुड़े 7 लोगों को 'अंतरराष्ट्रीय आतंकवादियों' की सूची में शामिल किया गया था। इन 7 घोषित आतंकियों में से 4 मर्कजी मुस्लिम लीग की ओर से चुनावी मैदान में हैं। ये पार्टी चुनाव आयोग में पंजीकृत है और इसके सदस्यों के चुनाव लड़ने पर रोक नहीं है।
मर्कजी मुस्लिम लीग ने उम्मीदवारों पर क्या कहा?
मर्कजी मुस्लिम लीग के प्रवक्ता हजला इमाद ने कहा कि उनका कोई भी उम्मीदवार किसी गैरकानूनी गतिविधि में शामिल नहीं है और न किसी प्रतिबंधित संगठन का सदस्य है। उन्होंने अमेरिका द्वारा पार्टी के कुछ उम्मीदवारों को पूर्व में आतंकी घोषित किए जाने पर कहा कि किसी भी देश को यह अधिकार नहीं कि वह लोगों को बिना सबूत के आतंकवादी घोषित कर दे। उन्होंने कहा कि पार्टी के लोगों के खिलाफ आतंकी गतिविधिक के कोई सूबत नहीं मिले हैं।
आतंकी सईद को लेकर मर्कजी मुस्लिम लीग ने क्या कहा?
मर्कजी मुस्लिम लीग ने आतंकी हाफिज सईद या उसके जमात-उद-दावा से संबंधों की अटकलों से साफ इनकार किया है। पार्टी अध्यक्ष खालिद मसूद संधू ने कहा कि ये कोरी अफवाह है कि हमारी पार्टी को हाफिज का समर्थन मिला हुआ है। उन्होंने बताया कि पार्टी का चुनाव चिन्ह कुर्सी है और विभिन्न सीटों से पार्टी ने 500 से अधिक लोगों को चुनावी टिकट दिया है। इनमें महिलाएं और युवा शामिल हैं।
अभी कहां है आतंकी हाफिज?
आतंकी हाफिज इन दिनों लाहौर की एक जेल में बंद है। उसे पाकिस्तान में आतंकी फंडिंग से जुड़े कई मामलों में दोषी ठहराया गया है और वह 78 साल कैद की सजा काट रहा है। हाफिज को संयुक्त राष्ट्र (UN) ने 2008 में 'वैश्विक आतंकवादियों' की सूची में शामिल किया था। भारत ने पिछले साल 29 दिसंबर को पाकिस्तान से हाफिज के प्रत्यर्पण की मांग की थी। वह 2008 के मुंबई आतंकी हमले समेत कई आतंकी मामलों में वांछित है।
इस बार कौन-कौन-सी पार्टियां लड़ रही हैं पाकिस्तान चुनाव?
कई पार्टियों के उम्मीदवार इस बार पाकिस्तान के चुनावी मैदान में हैं। इनमें पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N), पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (PPP), मर्कजी मुस्लिम लीग (MML), मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (MQM-P), जमात-ए-इस्लामी (JI), जमीयत-ए-उलेमा इस्लाम (JUI-F), पख्तूनख्वा मिल्ली अवामी पार्टी (PkMAP), अवामी नेशनल पार्टी (ANP) और बलूचिस्तान अवामी पार्टी (BAP) शामिल है। इसके अलावा पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के उम्मीदवार निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। इसकी वजह है कि पार्टी से चुनाव चिन्ह छीन गया है।
पाकिस्तान चुनाव में क्या है समीकरण?
पाकिस्तान में इस बार चुनावी समीकरण बिल्कुल बदले गए हैं। चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री और PML-N नेता नवाज शरीफ की सत्ता में वापसी तय मानी जा रही है। उन्हें सेना का समर्थन भी प्राप्त है। चुनाव में नवाज की PML-N और बिलावल भुट्टो जरदारी की PPP के बीच मुख्य मुकाबला है। पूर्व प्रधानमंत्री और PTI प्रमुख इमरान खान जेल में बंद हैं और देश में उनके खिलाफ माहौल बना हुआ है। पिछले चुनाव में सेना इमरान के पक्ष में थी।