FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर हुआ पाकिस्तान, भारत ने दी यह प्रतिक्रिया
क्या है खबर?
आतंकी फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग पर निगरानी करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने चार साल बाद पाकिस्तान को 'ग्रे लिस्ट' से हटा दिया है।
संस्था ने कहा कि पाकिस्तान ने मनी लॉन्ड्रिंग को रोकने के लिए अपनी व्यवस्था को कड़ा किया है और आतंकी फंडिंग रोकने के लिए कदम उठाए हैं।
पाकिस्तान के अलावा निकारागुआ को भी ग्रे लिस्ट से हटा दिया है, जबकि म्यांमार पर शिकंजा कसते हुए उसे ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है।
जानकारी
क्या है FATF?
FATF एक अंतर-सरकारी संस्था है जिसका कार्य मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकी फंडिंग समेत अंतरराष्ट्रीय वित्तीय व्यवस्था के लिए दूसरे खतरों को रोकने के लिए कानूनी और दूसरे कदम उठाना है।
आतंकी फंडिंग के कारण पाकिस्तान जून, 2018 से FATF की ग्रे लिस्ट में था और उस पर ब्लैकलिस्ट होने की तलवार लटक रही थी।
इसी कार्रवाई से बचने के लिए पाकिस्तान ने हाफिज सईद जैसे कई आतंकियों को गिरफ्तार कर सजा दी है और आतंकी संगठनों पर भी कार्रवाई की है।
फैसला
पेरिस में हुई बैठक में लिया गया फैसला
पेरिस में 18-21 अक्टूबर तक चली बैठक में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से हटाने का फैसला लिया गया है। इसका ऐलान करते हुए FATF प्रमुख टी राजा कुमार ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकी फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग रोकने के लिए कदम उठाए हैं। उसने FATF की तरफ से बताई गई खामियों को भी दूर किया है। इसलिए अब उसे निगरानी प्रक्रिया में रखने की जरूरत नहीं है।
हालांकि, वह अब भी संस्था को अपने कामों की जानकारी देता रहेगा।
जानकारी
जून में मिले थे पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से हटाने के संकेत
FATF ने पाकिस्तान को मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ काम करने के लिए सात और आतंकी फंडिंग रोकने के लिए 27 बिंदु सुझाए थे।
इसी साल जून में ऐसे संकेत मिले थे कि पाकिस्तान को राहत मिल सकती है, जब संस्था ने कहा कि पाकिस्तान ने दो एक्शन प्लान पूरे कर लिए हैं और अब वहां जाकर इसका सत्यापन करना बाकी है।
FATF ने कहा कि पाकिस्तान में सत्यापन के लिए गई टीम संतुष्ट होकर लौटी है।
बयान
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने किया फैसले का स्वागत
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि यह पाकिस्तान की प्रतिबद्धता और सालों के सतत प्रयासों का हिस्सा है। उन्होंने इस सफलता के लिए काम करने वाले संस्थानों, नागरिक और सैन्य नेतृत्व को बधाई दी।
बता दें कि ग्रे लिस्ट से बाहर होने के बाद पाकिस्तान को विदेशी मदद और कर्ज मिल सकेगा। आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को इस मदद की खासी जरूरत है।
प्रतिक्रिया
भारत ने इस पर क्या प्रतिक्रिया दी है?
अमेरिका और इंग्लैंड समेत 39 सदस्यों वाले FATF का भारत भी सदस्य है।
पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर करने पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि FATF की जांच के बाद पाकिस्तान कुख्यात आतंकियों के खिलाफ यह कार्रवाई करने पर मजबूर हुआ है। भारत समझता है कि पाकिस्तान आगे भी कार्रवाई के लिए एशिया पैसिफिक ग्रुप (APG) के साथ काम करता रहेगा। यह वैश्विक हित में है कि पाकिस्तान लगातार भरोसेमंद कदम उठाता रहे।