हाफिज सईद के करीबी कैसर फारूख की कराची में गोली मारकर हत्या- रिपोर्ट
क्या है खबर?
लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के प्रमुख आतंकी हाफिज सईद के करीबी कैसर फारूख की पाकिस्तान के कराची में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। कराची के समनाबाद में कुछ अज्ञात लोगों ने कैसर पर हमला कर गोली मारी, जिसमें एक छात्र के भी घायल होने की खबर है।
हमले के बाद कैसर को एक नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। कैसर को LeT का प्रमुख सदस्य माना जाता है।
फुटेज
घटना की CCTV फुटेज आया सामने
घटना का CCTV फुटेज भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख्स को पीछे से 4-5 लोग गोली मारते दिखाई दे रहे हैं। गोली चलने के बाद एक शख्स जमीन पर गिर जाता है और आसपास अफरा-तफरी का माहौल बन जाता है।
दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो कैसर की हत्या का ही है। हालांकि, अभी तक इस वीडियो की पुष्टि नहीं हो सकी है।
पुलिस
पुलिस ने घटना को बताया टार्गेट किलिंग
पुलिस अधिकारियों ने घटना को टार्गेट किलिंग बताया है। पाकिस्तानी अखबान डॉन के मुताबिक, एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि ये घटना टार्गेट किलिंग जैसी प्रतीती होती है, क्योंकि पीड़ितों से कुछ भी छीना नहीं गया।
हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स में मारे गए शख्स का नाम कैसर फारूख बताया जा रहा है, लेकिन अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है कि ये आतंकी कैसर फारूख ही है। घटना में एक नाबालिग के भी घायल होने की खबर है।
कैसर
कौन था कैसर फारूखी?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कैसर आतंकवादी संगठन LeT के प्रमुख नेताओं में से एक था। उसे भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी और 26/11 हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का बेहद करीबी माना जाता है।
वह खैबर पख्तूनख्वा के डेरा इस्मलाइल खान का रहने वाला था। 30 वर्षीय कैसर कराची के समानाबाद इलाके में एक मदरसे में मुफ्ती था। दावा किया जा रहा है कि समानाबाद में ही कैसर की हत्या कर दी गई।
हत्या
पाकिस्तान में कई आतंकियों की हत्या
पिछले कुछ दिनों में पाकिस्तान में भारत के कई मोस्ट वांटेड आतंकियों की हत्या के मामले सामने आए हैं। 28 सितंबर को हिज्बुल मुजाहिद्दीन के आतंकी जिया उर रहमान की कराची में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
इसके पहले LeT के एक ऑपरेटिव गौहर रजा की भी हत्या कर दी गई थी। हाफिज सईद का एक बेटा कमालुद्दीन सिद्दीकी भी 26 सितंबर से लापता बताया जा रहा है।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
लश्कर-ए-तैयबा की शुरुआत अफगानिस्तान के कुन्नार प्रांत में 1987 में हुई थी। इसे हाफिज सईद, अब्दुल्ला आजम और जफर इकबाल समेत कई लोगों ने शुरू किया था। अल कायदा के आतंकी ओसामा बिन लादेन की ओर से भी इसे फंडिंग मिलती थी।
भारत में हुई कई आतंकी हमलों में इस संगठन का नाम आया है। भारत, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद समेत कई देशों ने LeT को आतंकी संगठन घोषित कर रखा है।