असम चुनाव: भाजपा उम्मीदवार की कार में EVM लाने वाला मतदान दल निलंबित, पुनर्मतदान होगा
असम में गुरुवार को दूसरे चरण का मतदान खत्म होने के कुछ घंटे बाद राताबारी के पोलिंग बूथ संख्या 149 के मतदान दल द्वारा एक भाजपा उम्मीदवार की कार में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) ले जाने के मामले में चुनाव आयोग ने सख्त कार्रवाई की है। आयोग ने जहां बूथ पर तैनात मतदान दल को निलंबित कर दिया है, वहीं बूथ पर पुनर्मतदान कराने के आदेश दिए हैं। इसके अलावा दोषियों के खिलाफ अन्य आवश्यक कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
EVM के साथ भाजपा उम्मीदवार की कार में सवार हो गया था मतदान दल
बता दें कि राताबारी के पोलिंग बूथ संख्या 149 का मतदान दल वोटिंग होने के बाद EVM लेकर स्ट्रॉन्ग रूम जा रहा था। रात करीब 08:20 बजे उनका वाहन खराब हो गया। इस पर पीठासीन अधिकारी ने कार बदलने के लिए सेक्टर ऑफिसर को फोन किया, जहां उन्हें एक दूसरी कार भेजने का आश्वासन दिया गया। हालांकि, इसके बाद मतदान दल ने एक निजी कार में लिफ्ट ले ली। यह कार भाजपा उम्मीदवार कृष्णेंदु पॉल की निकली।
भाजपा उम्मीदवार की कार में EVM मिलने के बाद करीमगंज में भड़की हिंसा
मतदान दल के भाजपा उम्मीदवार की कार में सवार होने को लेकर करीमगंज में हिंसा भड़क गई। कार के स्ट्रॉन्ग रूम वाले इलाके में पहुंचते ही विपक्ष के समर्थकों ने उसे पहचान लिया और हमला बोल दिया। ड्राइवर के साथ पोलिंग स्टाफ भी जान बचाने को भागे। इस दौरान समर्थकों ने कार में तोड़फोड़ करते हुए EVM से छेड़छाड़ का आरोप लगाया। भीड़ ने EVM हथियाने का भी प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने हवाई फायर कर उन्हें खदेड़ दिया।
पुलिस सुरक्षा में स्ट्रांग रूम में जमा कराई गई EVM
जिला कलक्टर और पुलिस अधीक्षक EVM को अपने कब्जे में लेने के बाद पथराकंडी पुलिस स्टेशन पहुंचे। इसके बाद भारी पुलिस सुरक्षा के बीच EVM को स्ट्रांग रूम में जमा कराया गया, लेकिन मामले को लेकर विपक्ष ने क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
चुनाव आयोग ने दिए पुनर्मतदान के आदेश
न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार स्ट्रांग रूम में जमा कराने के दौरान सभी EVM पूरी तरह से सीलबंद थी, लेकिन लोगों के विरोध और निष्पक्षता को देखते हुए चुनाव आयोग ने बूथ संख्या 149 पर पुनर्मतदान कराने के आदेश जारी कर दिए। आयोग का कहना है कि इस बूथ पर 70 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है। ऐसे में लोगों की आशंकाओं को देखते हुए पुनर्मतदान कराया जाना जरूरी है। पुनर्मतदान की तारीख जल्द घोषित की जाएगी।
दोषी मतदान दल को किया निलंबित
चुनाव आयोग ने पूरे प्रकरण में पीठासीन अधिकारी सहित चारों मतदान दल कर्मियों और एक होमगार्ड के जवान को दोषी मानते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है। आयोग के अनुसार मतदान दल को दूसरी कार का इंतजार करना चाहिए था या फिर निजी कार में सवार होने से पहले उसके मालिकाना हक की जानकारी हासिल करनी चाहिए थी। मतदान दल की अनदेखी के कारण हिंसा हुई और पुनर्मतदान जैसा कठोर कदम उठाने को मजबूर होना पड़ा है।
प्रियंका गांधी ने उठाए थे गंभीर सवाल
मामले में सुबह कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कई गंभीर सवाल उठाए थे। उन्होंने लिखा था इस तरह की घटनाओं में गाड़ियां भाजपा उम्मीदवार या उनके साथियों से जुड़ी होती हैं। वीडियो को इक्का-दुक्का घटना मानकर खारिज कर दिया जाता है और भाजपा वीडियो जारी करने वालों पर ही आरोप लगाती है। उन्होंने चुनाव आयोग को ऐसी घटनाओं पर निर्णायक फैसला लेने की मांग करते हुए आवश्यक कदम उठाने की बात कही थी।
शशि थरूर बोले- अगर EVM ही शक के दायरे में तो बचा क्या?
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी ट्वीट कर घटना पर सवाल खड़े किए थे। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'यह काफी चौंकाने वाला है। भारत की लोकतांत्रिक संस्कृति के आलोचक भी मानते हैं कि कम से कम हमारे चुनाव निष्पक्ष होते हैं, लेकिन हम "चुनावी एकतंत्र" बन चुके हैं। अगर EVM ही शक के दायरे में आ गए तो बचा क्या? चुनाव आयोग को इस पर तुरंत और खुली जांच करानी चाहिए।'