#NewsBytesExplainer: क्यों चीन से ही फैल रहीं नई बीमारियां और इसके पीछे क्या हैं वजह?
चीन से फैले कोरोना वायरस की यादें अभी तक धुंधली ही नहीं हुई है कि यहां एक और बीमारी ने दस्तक दे दी है। पिछले 2 हफ्तों से उत्तरी चीन में रहस्यमयी निमोनिया का कहर देखने को मिल रहा है। इससे पहले भी चीन से कई संक्रामक बीमारियां पूरे विश्व में फैली हैं। इनमें सीवियर एक्यूट रेसपेरेट्री सिंड्रोम (SARS) और बर्ड फ्लू जैसी बीमारियां शामिल हैं। आइए जानते हैं कि चीन से ही क्यों ये नई बीमारियां फैलती हैं।
सबसे पहले जानें क्या है चीन में फैली नई रहस्यमयी बीमारी?
हाल में चीन में फैल रहे रहस्यमयी निमोनिया के लक्षण कोरोना वायरस से ही मिलते-जुलते हैं। उत्तरी चीन में विशेषकर बच्चों में सांस संबंधी बीमारियों और H9N2 संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। इसकी चपेट में आए लगभग 1,200 बच्चों को तुरंत ही अस्पतालों में भर्ती करना पड़ा है। चीनी अधिकारियों का कहना है कि ये माइकोप्लाज्मा निमोनिया है, जो बच्चों को अधिक प्रभावित करता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मामले में चीन से एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
क्या है चीन में नई बीमारियों के फैलने की मुख्य वजह?
चीन में नई-नई बीमारियों के फैलने की एक वजह यहां के खुले मीट के बाजार हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इन बाजारों में सीमित स्वच्छता और ढीली निगरानी के साथ विभिन्न जानवरों, पशु-पक्षियों और समुद्री जीवों से लेकर सरीसृपों का मांस बेचा जाता है। उनका कहना है कि विभिन्न पक्षी, स्तनधारी और सरीसृपों से संक्रामक बीमारियां फैलने का अधिक खतरा रहता है और ये संभावित रूप से अपने संपर्क में आने वाले मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकते हैं।
क्या हैं चीन में नई बीमारियों के फैलने के अन्य कारण?
विशेषज्ञों के का मानना है कि चीन में नई बीमारियां फैलने के अन्य कारण भी हैं। इनमें खानपान संंबंधी आदतें जैसे कच्चे मांस का सेवन प्रमुख है। इसके अलावा अधिक जनसंख्या घनत्व और पारंपरिक चीनी चिकित्सा पद्धति और भ्रामक सूचनाओं का आदान-प्रदान इसमें योगदान देता है। उनका कहना है कि यहां नई बीमारियों से ग्रसित व्यक्ति का इलाज एक्यूपंक्चर, अप्रभावी प्राकृतिक चिकित्सा और पशु आधारित मान्यताओं पर किया जाता है, जिसके कारण यहां नई बीमारियां तेजी से फैलती हैं।
चीन से उत्पन्न हुई थी दुनिया से भीषण महामारी प्लेग- रिपोर्ट
वैज्ञानिकों का अनुमान है कि चीन से उभरने वाली सबसे विनाशकारी महामारी प्लेग या ब्लैक डेथ थी, जिसने अफ्रीका, एशिया और पूरे यूरोप में भारी तबाही मचाई थी। साल 1346 से 1353 के दौरान चूहों से फैली इस महामारी के कारण अफ्रीका से लेकर यूरोप तक कुल 20 करोड़ लोगों ने जान गंवाई थी। आयरलैंड में कॉर्क विश्वविद्यालय ने अध्ययन में दावा किया है कि दुनिया में महामारी प्लेग की सभी 3 प्रमुख लहरें चीन से ही उत्पन्न हुई थीं।
क्या चीन से ही दुनिया में फैले हैं कई वायरस?
न्यूज18 के अनुसार, SARS महामारी नवंबर, 2002 में चीन से ही फैली। सबसे पहले दक्षिणी चीन के गुआंगडॉन्ग इलाके से इसका वायरस मिला था और चीन से ही कई तरह के बर्ड फ्लू दुनिया में फैले हैं। 2013 में चीन से ही H7N9 एवियन इंफ्लूएंजा फैला था, जबकि 2018 में चीन के जियांग्शु प्रांत से H7N4 वायरस से पीड़ित पहला मरीज मिला। इसके बाद 2019 में चीन के शिनजियांग प्रांत से ही H5N6 बर्ड फ्लू का वायरस फैला था।
चीन से ही हुई थी कोरोना वायरस की शुरुआत- विशेषज्ञ
विशेषज्ञों का कहना है कि संभावित तौर पर वुहान से कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में भी ऐसा ही हुआ होगा और यही वजह है कि 30 जनवरी, 2020 को चीन ने वुहान के बाजार में जंगली जानवरों के मांस बेचने पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया था। इससे पहले कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि वुहान के मीट बाजार से ही कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैला था, लेकिन चीन इन सभी रिपोर्ट्स को नकारता आया है।
पहली बार कब चीन में मिला था इंफ्लूएंजा वायरस?
चीन में 1968 में H3N2 इंफ्लूएंजा वायरस पाया मिला था। ये वायरस हांगकांग से 3 महीने में फिलिपींस, भारत, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप और अमेरिका तक फैल गया था। उस वक्त इस बीमारी के शिकार होने वाले सिर्फ 5 प्रतिशत लोगों की मौत होती थी और इस वायरस ने तब अकेले हांगकांग में ही 5 लाख लोगों की जान ले ली थी। इससे पहले 1956 में भी H2N2 इंफ्लूएंजा का प्रकोप देखते को मिला था और लाखों लोगों की मौत हुई थी।
3 दशक में 30 नई संक्रामक बीमारियां जानवरों से फैली- WHO
WHO की एक रिपोर्ट के अनुसार, हाल के वर्षों में ऐसी कई बीमारियां सामने आई हैं, जिसके वायरस जानवरों से इंसानों में पहुंचे और इनका संक्रमण तेजी से फैला है। इनमें SARS और बर्ड फ्लू जैसे संक्रमण शामिल है। इस रिपोर्ट में कहा गया है संक्रमण से फैलने वाली बीमारियों में कुल 60 प्रतिशत बीमारियां जानवरों के मांस के जरिए इंसानों में फैली है और पिछले 3 दशक में ऐसी 30 नई संक्रामक बीमारियों का पता चला है।
कोरोना से भारत में 5.33 लाख लोगों की हुई मौत
कोरोना वायरस ने दुनिया के कई देशों में भारी मचाई थी और अनुमान है कि करोड़ों लोगों की इस कारण मौतें हुई थीं। हालांकि, आधिकारिक आंकड़ों में इनकी पुष्टि नहीं हुई है। भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में कोरोना के लगभग 4.5 करोड़ मामले सामने आए थे, जिनमें से 5.33 लाख से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। देशव्यापी वैक्सीनेशन अभियान के तहत अब तक कोरोना वायरस वैक्सीन की 220.67 करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं।