युद्ध शुरू होने के बाद यूक्रेन के लगभग 15 लाख नागरिकों ने छोड़ा देश
रूस के हमले के बाद यूक्रेन के लगभग 15 लाख नागरिक देश छोड़ कर दूसरे देशों में शरण ले चुके हैं और आज ये आंकड़ा 15 लाख के आंकड़े को पार कर सकता है। ये नागरिक यूक्रेन की सीमा को पार करके पोलैंड, रोमानिया और स्लोवाकिया जैसे देशों में जा रहे हैं। अभी तक सबसे अधिक शरणार्थी पोलैंड में पहुंचे हैं जो मदद करने में सबसे आगे रहा है। जर्मनी में भी कुछ यूक्रेनी लोगों ने शरण ली है।
नागरिकों को निकलने देने के लिए दो शहरों में किया गया था सीजफायर
बता दें कि आम नागरिकों को निकलने देने के लिए शनिवार को रूस ने दो शहरों, मारियुपोल और वोल्नोवाखा, में कुछ घंटों के अस्थायी सीजफायर का ऐलान किया था। वोल्नोवाखा में सीजफायर का पालन किया गया, लेकिन मारियुपोल में ऐसा नहीं हो सका और दोनों देशों ने इसके लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है। सीजफायर नाकाम रहने के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेतावनी दी कि अगर यूक्रेन इसी तरह बर्ताव करता रहा तो उसका भविष्य खतरे में है।
यूक्रेन और रूस युद्ध का आज 11वां दिन
यूक्रेन और रूस के युद्ध का आज 11वां दिन है और रूसी सेना ने अपने हमलों का दायरा बढ़ा दिया है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सेना ने यूक्रेन के कई शहरों पर कब्जा कर लिया है और दुश्मन के कई लड़ाकू जहाज मार गिराए हैं। दूसरी तरफ यूक्रेन ने अमेरिका से आर्थिक मदद और रूस पर और प्रतिबंध लगाने की मांग की है। यूक्रेन की राजधानी कीव और खारकीव के आसपास सबसे भीषण लड़ाई चल रही है।
यूक्रेन और अमेरिका के राष्ट्रपतियों ने की बातचीत
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने शनिवार को अमेरिकी समकक्ष जो बाइडन ने करीब 30 मिनट तक बातचीत की। इस दौरान दोनों के बीच यूक्रेन की सुरक्षा, वित्तीय मदद और रूस के खिलाफ प्रतिबंध लगाने आदि मुद्दों पर बात हुई। जेलेंस्की ने अमेरिकी कांग्रेस को भी संबोधित किया और एक बार फिर यूक्रेन पर नो-फ्लाई जोन लागू करने और रूसी सेना का सामना करने के लिए रूस में बने लड़ाकू विमान देने की मांग की।
तीसरे परमाणु संयंत्र की तरफ बढ़ रही रूसी सेना
इस बीच जेलेंस्की ने कहा है कि रूसी सेना ने यूक्रेन के दो परमाणु संयंत्रों पर कब्जा कर लिया है और अब तीसरे की तरफ बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि मिकोलईव शहर से करीब 120 किलोमीटर उत्तर में स्थित युझनोकरैन्स्क परमाणु संयंत्र पर कब्जे का खतरा मंडरा रहा है। शनिवार को रूसी सेना ने इस शहर को घेरने की कोशिश की थी। रूस ने यूक्रेन स्थित यूरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र पर पहले ही कब्जा कर लिया था।
पुतिन से मिले इजरायल के प्रधानमंत्री
इजरायल के प्रधानमंत्री नेफ्टली बेनेट ने शनिवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से यूक्रेन संकट को लेकर बातचीत की थी। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, इजरायल ने रूसी आक्रमण की निंदा करते हुए यूक्रेन के साथ सहानुभूति दिखाई है। कीव ने यूक्रेन और रूस के साथ इजरायल के अच्छे संबंधों को देखते हुए बेनेट से मध्यस्थता करने को कहा है। पुतिन से मिलने के बाद बेनेट ने जेलेंस्की से बातचीत की और जर्मनी के लिए उड़ान भरी।