अफगानिस्तान: काबुल से 85 भारतीय नागरिकों को लेकर रवाना हुआ वायुसेना का विशेष विमान
तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद भारत सरकार वहां फंसे भारतीय नागरिकों के निकालने के प्रयासों में जुटी है। वर्तमान में काबुल शहर के तालिबान के कब्जे में होने के कारण सरकार के प्रयासों में देरी हो रही है। इसी बीच शनिवार को भारतीय वायुसेना के विमान C-130J ने काबुल से 85 भारतीय नागरिकों को लेकर उड़ान भर ली है। इन यात्रियों को दुशांबे हवाई अड्डे से एयर इंडिया के विमान के जरिए भारत लाया जाएगा।
तालिबान ने 15 अगस्त को किया था अफगानिस्तान पर कब्जा
बता दें कि तालिबान ने 15 अगस्त को काबुल पर कब्जा करते हुए देश में नया शासन लागू करने की घोषणा की थी। उसके बाद से वहां के लोग देश छोड़कर जाने के लिए दौड़ रहे हैं। हालात यह रहे कि 15 अगस्त को ही हजारों की संख्या में लोग काबुल एयरपोर्ट पर जमा हो गए। इतना ही नहीं लोगों चलते विमान के टायरों पर लटक गए। ऐसे में ऊंचाई से गिरने से दो लोगों की मौत हो गई थी।
अमेरिका के नियंत्रण में है काबुल हवाई अड्डा
तालिबान ने भले ही काबुल शहर पर कब्जा कर लिया है, लेकिन वहां का हवाई अड्डा अभी भी अमेरिकी सेना के नियंत्रण में हैं। ऐसे में अलग-अलग देशों के लोग अपने नागरिकों को वहां से निकालने में जुटे हैं। सबसे बड़ी समस्या लोगों के सकुशल हवाई अड्डे तक पहुंचने में हो रही है। तालिबानी लड़ाके हवाई अड्डे की ओर आ रहे लोगों को रोक रहे हैं। इसी तरह अमेरिकी सैनिकों को रनवे खाली कराने के लिए फायरिंग करनी पड़ी है।
तालिबान के कब्जे के बाद 165 नागरिक लौट चुके हैं भारत
बता दें कि तालिबान के कब्जे के बाद भारत सरकार ने विशेष विमान के जरिए सोमवार गत सोमवार को भारतीय दूतावास के 45 अधिकारी और कमर्चारियों को वहां से निकाला था। उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवानों को सौंपी गई थी। इसके बाद उसी रात सरकार ने वायुसेना के IAF C-17 विमान से भारतीय मिशन के 120 से अधिक सदस्यों और नागरिकों को वहां से निकाला था। ये सभी लोग मंगलवार को भारत पहुंचे थे।
85 और भारतीय नागरिकों को लेकर रवाना हुआ C-130J विमान
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, वायुसेना का C-130J विमान शनिवार को 85 और भारतीयों को लेकर काबुल हवाई अड्डे से रवाना हो गया। घटनाक्रम से परिचित लोगों ने बताया कि वायुसेना का विमान ताजिकिस्तान में ईंधन भरने के लिए उतरा था, क्योंकि भारत सरकार के अधिकारी काबुल से भारत के नागरिकों को निकालने में मदद कर रहे हैं। इन यात्रियों को ताजिकिस्तान के दुशांबे हवाई अड्डे पर उतारा जाएगा और फिर वहां से एयर इंडिया के विमान से भारत लाया जाएगा।
काबुल में फंसे हुए हैं करीब 1,000 भारतीय नागरिक
अफगानिस्तान संकट के बीच काबुल में 1,000 भारतीय नागरिक फंसे हैं। भारत सरकार के सामने इन लोगों को सुरक्षित निकालने की चुनौती है। ऐसे में सरकार वर्तमान में वहां फंसे लोगों को निकालने के लिए अमेरिकी सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है। सरकार का प्रमुख उद्देश्य विमानों को काबुल एयरपोर्ट तक पहुंचाना है। सरकार ने वायुसेना के एक C-17 ट्रांसपोर्ट विमान को स्टैंडबाय पर रखा है और उम्मीद है कि इससे 250 नागरिकों का निकाला जा सकता है।
भारतीय नागरिकों के सामने हैं हवाई अड्डे तक पहुंचने की चुनौती
सरकार भले ही नागरिकों को निकालने के तेजी से प्रयास कर रही है, लेकिन बड़ी समस्या लोगों के हवाई अड्डे पहुंचने की है। काबुल शहर में तालिबानी लड़ाके हथियारों के साथ खड़े हैं और हवाई अड्डे की ओर आने वाले वाहनों को रोक रहे हैं।
बाइडन ने बताया 'सबसे मुश्किल' अभियान
शुक्रवार को अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडन ने अफगानिस्तान से लोगों को निकालने के अभियान को इतिहास के 'सबसे मुश्किल' अभियानों में से एक करार दिया। उन्होंने कहा कि वहां से लोगों को निकालना काफी खतरे से भरा काम है और वो नहीं जानते कि इस अभियान का अंत कैसा होने वाला है। बाइडन ने पिछले सप्ताह को 'दिल दहला देने' वाला बताते हुए कहा कि उनका प्रशासन लोगों को निकालने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है।