रूस ने लगाया FSB चौकी पर बम दागने का आरोप, यूक्रेन ने किया खारिज
क्या है खबर?
यूक्रेन और रूस के बीच चल रहा तनाव सोमवार को चरम पर पहुंच गया है।
रूस ने आरोप लगाया है कि यूक्रेन की सेना की ओर से की गई बमबारी में उसकी संघीय सुरक्षा सेवा (FSB) की एक सीमावर्ती चौकी पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। हालांकि, इस घटना में कोई भी घायल नहीं हुआ है और सैन्य इंजीनियर मौके पर पहुंच गए हैं।
इधर, यूक्रेन ने रूस के इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
आरोप
रूस ने क्या लगाया है आरोप?
FSB की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है, "21 फरवरी को सुबह 0:50 बजे (0650 GMT), यूक्रेन से दागे गए एक अज्ञात गोले ने रूसी-यूक्रेनी सीमा से लगभग 150 मीटर की दूरी पर रोस्तोव क्षेत्र में FSB सीमा रक्षक सेवा द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सीमा चौकी को पूरी तरह से नष्ट कर दिया।"
बयान में कहा गया है कि घटना में कोई भी घायल नहीं हुआ और रूसी इंजीनियर चौकी का जायजा ले रहे हैं।
वीडियो
FSB ने हमले के बाद की तस्वीरें जारी की
FSB ने इस घटना की कई तस्वीरें जारी की है। इनमें एक छोटे कमरेनुमा इमारत दिखाई दे रही है, जिसकी उसकी छत और दिवारें धंसी हुई नजर आ रही है। इसके अलावा मलबे में रूसी झंडा भी झुका हुआ दिखाई दे रहा है।
रूस का आरोप है कि यूक्रेन के ओर से मोर्टार के जरिए ये गोले दागे गए हैं। ऐसे में इस दावे के बाद अब दोनों देशों के बीच तनाव और अधिक बढ़ता नजर आ रहा है।
खारिज
यूक्रेन ने रूस के आरोपों को किया खारिज
रूस के आरोपों के बाद यूक्रेन की सेना बयान जारी करते हुए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। यूक्रेन का कहना है कि उसकी ओर से कोई हमला नहीं किया गया है और रूस का दावा पूरी तरह से फर्जी है।
इसके अलावा यूक्रेन ने मामले की अंतरराष्ट्रीय जांच की जानी चाहिए और पता लगाया जाना चाहिए कि आखिर ये हमला किसने किया है। ऐसे में रूस और यूक्रेन के बयान से मामला और बिगड़ता दिख रहा है।
जानकारी
यूक्रेन भी लगा चुका रूस पर गोलीबारी का आरोप
बता दें कि इससे पहले यूक्रेन भी कई बार रूसी समर्थित अलगाववादियों द्वारा उनके लोगों पर गोलीबारी करने का आरोप लगा चुका है, लेकिन रूस ने कभी स्वीकार नहीं किया। अब रूस ने पहली बार यूक्रेन पर हमले का आरोप लगाया है।
चेतावनी
अमेरिका ने दी है रूस के हमला करने की चेतावनी
बता दें अमेरिका ने रविवार को चेतावनी देते हुए कहा रूस कभी भी यूक्रेन पर हमला कर सकता है। पश्चिमी खुफिया एजेंसियों का दावा है कि करीब 1.30 लाख रूसी सैनिक यूक्रेन पर हमला करने के लिए तैयार हैं।
हालांकि, रूस ने यूक्रेन पर हमला करने की किसी भी योजना से इनकार किया है।
इधर, यूक्रेन ने यूरोपीय संघ से रूस पर प्रतिबंधों की मांग की है ताकि दिखाया जा सके कि वह युद्ध को रोकने के लिए गंभीर है।
पृष्ठभूमि
यूक्रेन को लेकर क्यों बना हुआ है विवाद?
यूक्रेन को लेकर तनाव के काई छोटे-छोटे कारण हैं, लेकिन इसकी मुख्य वजह यूक्रेन की पश्चिमी यूरोप और नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन (NATO) से बढ़ती नजदीकियां हैं।
दरअसल, यूक्रेन पश्चिमी यूरोप के करीब जा रहा है और NATO में शामिल होना चाहता है, जो शीत युद्ध के समय रूस के खिलाफ बना एक सैन्य गठबंधन है।
रूस की चिंता है कि अगर यूक्रेन NATO में शामिल होता है तो NATO के सैन्य ठिकाने बिल्कुल उसकी सीमा के पास आ जाएंगे।
मांगें
रूस क्या चाहता है?
रूस ने यूक्रेन की सीमा पर एक लाख सैनिक तैनात कर रखे हैं और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका और पश्चिमी देशों से 'कानूनी गारंटी' मांगी है कि यूक्रेन को NATO में शामिल नहीं कराया जाएगा।
उन्होंने पूर्वी यूरोप में NATO की सैन्य गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग भी की है।
अमेरिका ने रूस को कई बार चेताया है कि अगर उसने आक्रमण किया तो उस पर गंभीर प्रतिबंध लगाए जाएंगे और NATO में भी बदलाव हो सकता है।