दान में मिली क्रिप्टोकरेंसी से यूक्रेन ने खरीदा सैन्य सामान
रूस के आक्रमण का सामना कर रहे यूक्रेन ने क्रिप्टोकरेंसी में मिले दान में से लगभग 114 करोड़ रुपये से सैन्य सामान खरीदा है। यूक्रेन के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन उप मंत्री अलेक्स बोर्नियाकोव ने बताया कि क्रिप्टोकरेंसी से खरीदे गए बुलेटप्रूफ जैकेट समेत अन्य सामान की डिलीवरी शुक्रवार को हुई। उन्होंने आने वाले दिनों में दान की रकम बढ़ने की उम्मीद जताते हुए कहा कि अभी तक मिला अधिकतर दान बिटकॉइन और इथर के रूप में था।
40 प्रतिशत सप्लायर ले रहे क्रिप्टोकरेंसी- बोर्नियाकोव
ब्लूमबर्ग के अनुसार, युद्ध शुरू होने के दो दिनों के भीतर ही यूक्रेन ने यूरोप और अमेरिका में सैन्य सामान और उपकरणों के सप्लायरों का पता लगा लिया था। बोर्नियाकोव ने कहा कि करीब 40 प्रतिशत सप्लायर क्रिप्टोकरेंसी लेने को तैयार है। बाकियों को क्रिप्टो को डॉलर और यूरो में बदलकर भुगतान किया जा रहा है। कई कंपनियों ने यूक्रेन को क्रिप्टोकरेंसी दान की है, लेकिन अधिकतर दान लोगों की तरफ से आया है।
कई कीमती NFTs भी दान में मिलीं
बिटकॉइन और इथर के अलावा यूक्रेन को टेथर, पोल्काडॉट और सोलाना में भी दान मिला है। इसके अलावा क्रिप्टोपंक समेत सैकड़ों NFTs (नॉन फंजिबल टोकन) भी लोगों ने दान की हैं। मंत्रालय ने फिलहाल NFTs को न बेचने का फैसला किया है। मंत्रालय अब ऐसी दो कंपनियों के साथ काम कर रहा है, जो NFT कलेक्शन डिजाइन कर रही हैं। अगले दो सप्ताह में यह कलेक्शन तैयार हो जाएगा और इसे बेचकर युद्ध के लिए रकम जुटाई जाएगी।
दो साल पहले बना था डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन मंत्रालय
यूक्रेन ने करीब दो साल इस मंत्रालय का गठन किया था और इसमें लगभग 250 लोग काम करते हैं। युद्ध से पहले यह मंत्रालय देश में IT सर्विस उद्योग को विकसित करने, हाई-स्पीड इंटरनेट उपलब्ध करवाने और सभी सरकारी सेवाओं को ऑनलाइन करने के लिए काम कर रहा था। इसमें काम करने वाले अधिकतर लोगों की उम्र 35 साल से कम है और इनमें से अधिकतर ऑफिस आए बिना देश या विदेशों में बैठकर काम कर रहे हैं।
युद्ध का आज 11वां दिन
यूक्रेन और रूस के युद्ध का आज 11वां दिन है और रूसी सेना ने अपने हमलों का दायरा बढ़ा दिया है। रूस यूक्रेन के कुछ शहरों पर कब्जा कर चुका है, वहीं राजधानी कीव और खारकीव जैसे महत्वपूर्ण शहरों के लिए भीषण लड़ाई जारी है।रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन को चेतावनी दी है और कहा है कि अगर यूक्रेन इसी तरह बर्ताव करता रहा तो वह राष्ट्र का अपना दर्जा खो सकता है।
लगभग 15 लाख नागरिकों ने छोड़ा यूक्रेन
रूस के हमले के बाद यूक्रेन के लगभग 15 लाख नागरिक देश छोड़ कर दूसरे देशों में शरण ले चुके हैं और आज ये आंकड़ा 15 लाख के आंकड़े को पार कर सकता है। ये नागरिक यूक्रेन की सीमा को पार करके पोलैंड, रोमानिया और स्लोवाकिया जैसे देशों में जा रहे हैं। अभी तक सबसे अधिक शरणार्थी पोलैंड में पहुंचे हैं जो मदद करने में सबसे आगे रहा है। जर्मनी में भी कुछ यूक्रेनी लोगों ने शरण ली है।