कोरोना वायरस: क्या है XBB.1.5 सब-वेरिएंट, जिसके कारण अमेरिका में तेजी से बढ़े मामले?
क्या है खबर?
अमेरिका में हाल ही में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेज बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। विषेशज्ञों ने मामलों की बढ़ोतरी के पीछे ओमिक्रॉन के XBB.1.5 सब-वेरिएंट को कारण माना है।
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के मुताबिक, अमेरिका में सामने आ रहे कुल मामलों में से 40 प्रतिशत मामले XBB.1.5 सब-वेरिएंट के कारण हैं।
ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर XBB.1.5 सब-वेरिएंट क्या है और यह कितना खतरनाक है।
जानकारी
आखिर क्या है XBB.1.5 सब-वेरिएंट?
अमेरिका के वायरोलॉजिस्ट एरिक फेगल डिंग ने कहा कि XBB.1.5 सब-वेरिएंट एक सुपर वेरिएंट है जो न्यूयॉर्क के अस्पतालों में संक्रमित मरीजों के भर्ती होने का एक बड़ा कारण है।
उन्होंने बताया कि XBB.1.5 सब-वेरिएंट ओमिक्रॉन के पहले दो सब-वेरिएंट BQ.1 और XBB की तुलना में अधिक संक्रामक है और इम्युनिटी को आसानी से मात दे सकता है। उन्होंने कहा कि यह ओमिक्रॉन का एक मिश्रित वेरिएंट है और यह म्यूटेट हुआ है।
खतरा
काफी अधिक संक्रामक है XBB.1.5 सब-वेरिएंट- विशेषज्ञ
डिंग ने कहा कि XBB.1.5 एक अमेरिकी मूल का पुनर्संयोजन संस्करण है जो पुराने XBB की तुलना में 96 प्रतिशत तेजी से फैल रहा है।
उन्होंने कहा कि XBB.1.5 अक्टूबर में न्यूयॉर्क क्षेत्र में सामने आया था और अब परेशानी पैदा कर रहा है।
डेटा के मुताबिक, XBB.1.5 सब-वेरिएंट BQ.1 के मुकाबले भी 120 प्रतिशत तेजी से फैल रहा है।
इसी तरह यूनाइटेड किंगडम (UK) में भी इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
चेतावनी
XBB को लेकर WHO ने जारी की थी चेतावनी
बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की मुख्य वैज्ञानिक डॉ सौम्या स्वामीनाथन ने अक्टूबर में कहा था कि कुछ देशों में ओमिक्रॉन के XBB सब-वेरिएंट के कारण कोविड महामारी की एक और लहर आ सकती है।
उन्होंने कहा था कि ओमिक्रॉन के 300 सब वेरिएंटमें से सबसे चिंताजनक XBB है। यह प्रतिरक्षा को चकमा देने में सफल हो रहा है, जिसका मतलब है कि इसके खिलाफ एंटीबॉडीज काम नहीं करेंगी।
संक्रमण
चीन में फैला था BF.7 सब-वेरिएंट
अमेरिका से उलट चीन में कोरोना वायरस के मामलों में तेज वृद्धि के पीछे ओमिक्रॉन के BF.7 सब-वेरिएंट को कारण माना गया है।
BF.7 ओमिक्रॉन के BA.5 सब-वेरिएंट से निकला है और इसका ही एक उपवंश है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन में फैल रहे ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट्स में ये सबसे अधिक संक्रामक है और शरीर में बेहद जल्दी असर दिखाने लगता है।
यह वेरिएंट उन लोगों को भी संक्रमित कर सकता है जो कोरोना से पहले भी संक्रमित हो चुके हैं।
स्थिति
क्या है दुनिया में महामारी की स्थिति?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, अभी तक दुनियाभर में संक्रमण के 66.02 करोड़ मामले सामने आ चुके हैं और 66.89 लाख लोगों की मौत हुई है।
10 करोड़ से अधिक मामलों और 10.92 लाख मौतों के साथ अमेरिका सर्वाधिक प्रभावित देश बना हुआ है।
दूसरे सर्वाधिक प्रभावित देश भारत में 4.46 करोड़ मामले सामने आए हैं और करीब 5.31 लाख मौतें हुई हैं।
वहीं चीन में आधिकारिक तौर पर 45 लाख से अधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं।