मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों के बीच देशभर में वैक्सीन बांटेगा अमेरिका
मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों के बीच अमेरिका ने अपने देश में इसकी वैक्सीन बांटने की योजना बनाई है। व्हाइट हाउस ने मंगलवार को कहा कि वैक्सीन वितरण में ज्यादा जोखिम वाले लोगों और अधिक मामलों वाले समुदायों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। अमेरिका के स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग ने कहा कि संक्रमण की तेज रफ्तार वाले इलाकों में जेनियोस (Jynneos) वैक्सीन की 56,000 खुराकें भेजी जाएंगी। बता दें, अमेरिका के 28 राज्यों में इसके मामले सामने आ चुके हैं।
क्या है मंकीपॉक्स?
मंकीपॉक्स एक जूनोटिक (एक प्रजाति से दूसरी प्रजाति में फैलने वाली) बीमारी है। ये बीमारी मंकीपॉक्स वायरस से संक्रमण के कारण होती है जो पॉक्सविरिडाइ फैमिली के ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस से आता है। ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस में चेचक (स्मालपॉक्स) और काउपॉक्स बीमारी फैलाने वाले वायरस भी आते हैं। साल 1958 में रिसर्च के लिए तैयार की गईं बंदरों की बस्तियों में यह वायरस सामने आया था और इससे पॉक्स जैसी बीमारी होना पाया गया था।
16 लाख खुराकें होंगी वितरित
व्हाइट हाउस की तरफ से बताया गया है कि अगले कुछ हफ्तों में 2.4 लाख खुराकें और आने वाले कुछ महीनों में कुल 16 लाख खुराकें वितरित की जाएंगी। जानकारी के अनुसार, अमेरिका के कैलिफॉर्निया, न्यूयॉर्क, फ्लोरिडा, वॉशिंगटन डीसी और इलिनोयिस आदि राज्यों में मंकीपॉक्स का सबसे ज्यादा कहर देखने को मिल रहा है। इन राज्यों में इस बीमारी के सबसे ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं। गौरतलब है कि 18 मई को अमेरिका में मंकीपॉक्स का पहला मरीज मिला था।
किन लोगों को लगेंगी खुराकें?
अमेरिका में उन समलैंगिक पुरुषों को वैक्सीन की खुराक लेने की सलाह दी गई है, जिन्होंने हालिया समय में एक से अधिक लोगों के साथ यौन संबंध बनाए हैं या वो ऐसी जगहें गए हैं, जहां मंकीपॉक्स फैल रहा हो। अभी तक केवल उन लोगों को खुराक लेने को कहा गया था, जो मंकीपॉक्स से संक्रमित लोगों के करीबी संपर्क में रहे हों। अधिकारियों ने बताया कि अब संक्रमित व्यक्ति के संपर्कों के दायरे को बढ़ाया जा रहा है।
दुनियाभर में सामने आए 3,400 मामले
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बताया कि पिछले बुधवार तक दुनियाभर में मंकीपॉक्स से जुड़े 3,400 मामले सामने आए थे और इससे संक्रमित एक व्यक्ति की मौत हो गई है। फिलहाल इस बीमारी से जुड़े ज्यादातर मामले यूरोप में सामने आ रहे हैं। WHO ने बताया कि 17 जून के बाद से आठ नए देशों में इसके मामले दर्ज हो चुके हैं। फिलहाल इस बीमारी को स्वास्थ्य आपातकाल घोषित नहीं किया जा रहा है।
कैसे फैलता है मंकीपॉक्स वायरस और क्या हैं इसके लक्षण?
मंकीपॉक्स से संक्रमित किसी जानवर या इंसान के संपर्क में आने पर कोई भी व्यक्ति संक्रमित हो सकता है। ये वायरस टूटी त्वचा, सांस और मुंह के जरिए शरीर में प्रवेश करता है। छींक या खांसी के दौरान निकलने वाली बड़ी श्वसन बूंदों से इसका प्रसार होता है। इंसानों में मंकीपॉक्स के लक्षण चेचक जैसे होते हैं। शुरूआत में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और पीठ में दर्द, थकावट होती है और तीन दिन में शरीर पर दाने निकलने लग जाते हैं।