स्वास्थ्य सेवाओं में पुरुषों की तुलना में 24 प्रतिशत कम है महिलाओं का वेतन- रिपोर्ट
क्या है खबर?
आधुनिक दौर में महिलाएंं भले ही हर क्षेत्र में पुरुषों की बराबरी कर रही हैं, लेकिन इसके बाद भी उन्हें भेदभाव का सामना करना पड़ता है।
हालात यह है कि बेहतर शिक्षा के बाद भी महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कम वेतन मिलता है।
अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक नई संयुक्त रिपोर्ट के अनुसार, स्वास्थ्य और कल्याण क्षेत्र में महिलाओं को पुरुषों की तुलना में 24 प्रतिशत कम वेतन मिलता है।
विश्लेषण
जेंडर वेतन असमानताओं पर दुनिया का सबसे व्यापक विश्लेषण
ILO और WHO की ओर जारी यह रिपोर्ट जेंडर वेतन असमानताओं पर दुनिया का सबसे व्यापक विश्लेषण है। इसमें फोरी तोर पर 20 प्रतिशत जेंडर वेतन असमानता पाई गई है, लेकिन उम्र, शिक्षा और काम के समय जैसे कारकों के हिसाब से यह अंतर 24 प्रतिशत तक पहुंच गया।
इसमें सामने आया कि दुनियाभर में कार्य स्थलों पर महिलाओं को समान मेहनत के बाद भी पुरुषों की तुलना में कम वेतन का भुगतान किया जा रहा है।
अस्पष्ट
अधिकांश वेतन अंतर है अस्पष्ट
रिपोर्ट के अनुसार, दुनियाभर में स्वास्थ्य और देखभाल सेवाओं में 67 प्रतिशत महिला श्रमिक होने के बाद भी उनके प्रति भेदभाव के कारण अधिकांश वेतन अंतर अस्पष्ट है।
चौंकाने वाली बात यह है कि अन्य आर्थिक क्षेत्रों की तुलना में स्वास्थ्य और देखभाल क्षेत्र में मजदूरी सबसे ज्यादा कम है।
इससे स्पष्ट होता है कि उन आर्थिक क्षेत्रों में मजदूरी अक्सर कम होती है जहां महिलाएं कर्मचारियों की संख्या पुरुषों की तुलना में अधिक होती है।
सुझाव
जेंडर वेतन असमानता को कम करने के लिए अधिक प्रयासों की जरूरत
रिपोर्ट में कहा गया है कि जेंडर वेतन असमानता को कम करने के लिए और अधिक प्रयासों की जरूरत है। अधिकतर देशों में उच्च वेतन श्रेणियों में पुरुषों का प्रतिनिधित्व अधिक होने पर जेंडर वेतन असमानता बड़े स्तर पर होती है।
ऐसे में महिलाओं को निम्न वेतन श्रेणियों में अधिक प्रतिनिधित्व दिया जाता है। स्वास्थ्य और देखभाल के क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं को सबसे ज्यादा वेतन असमानता का सामना करना पड़ता है।
सबसे ज्यादा
प्रसव काल के दौरान सबसे अधिक बढ़ता है वेतन अंतर
रिपोर्ट के अनुसार, स्वास्थ्य और देखभाल क्षेत्र में कार्यरत महिलाओं के गर्भवती होने के बाद उनके प्रसव काल के दौरान रोजगार और वेतन में अंतर काफी बढ़ जाता है। यह अंतर उन महिलाओं के पूरे कामकाजी जीवन में बना रहता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पुरुषों और महिलाओं के बीच पारिवारिक कर्तव्यों का अधिक समान बंटवारा, कई मामलों में महिलाओं को अलग-अलग व्यावसायिक विकल्प चुनने के लिए प्रेरित कर सकता है।
प्रयास
निर्णायक नीतियां बनाने का आ गया समय- टोमेई
ILO में कार्य की स्थिति एवं समानता विभाग के निदेशक मैनुएला टोमेई ने कहा, "स्वास्थ्य और देखभाल क्षेत्र में सामान्य रूप से कम वेतन, बड़ी जेंडर वेतन असमानता और अधिक काम वाली परिस्थितियां बड़ा कारण है। कोविड -19 महामारी ने इस स्थिति को उजागर किया और यह भी स्पष्ट किया कि यह क्षेत्र और उसके कर्मचारी परिवारों, समाजों और अर्थव्यवस्थाओं के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं।"
उन्होंने कहा, "समस्याओं को निपटने के लिए निर्णायक नीतियां बनाने का समय आ गया है।"
बयान
"बेहतर कामकाजी परिस्थितियों के बिना अच्छी सेवाएं संभव नहीं"
टोमेई ने कहा, "अधिकांश महिला कर्मचारियों वाले स्वास्थ्य और देखभाल क्षेत्र में कर्मचारियों के लिए बेहतर और आसान कामकाजी परिस्थितियों के बिना अच्छी गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य और देखभाल सेवाओं की उम्मीद नहीं की जा सकती है। इसमें सुधार की बहुत जरूरत है।"
सच्चाई
स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं में महिलाओं की संख्या सबसे अधिक
WHO के स्वास्थ्य कार्यबल के निदेशक जिम कैंपबेल ने कहा, "स्वास्थ्य और देखभाल के क्षेत्र में अधिकांश कर्मचारी महिलाएं हैं। इसके बाद भी बहुत से देशों में पूर्वाग्रहों के कारण उन्हें कम वेतन की सजा दी जा रही है।"
उन्होंने आगे कहा, "इस अभूतपूर्व रिपोर्ट में साक्ष्य और विश्लेषण से सरकारों, नियोक्ताओं और श्रमिकों को प्रभावी कार्रवाई करने के लिए सूचित करना चाहिए। वेतन की समानता कार्य क्षेत्र में बेहतर परिणाम लाने में सहायक सिद्ध होगी।"