यमन पर हमले से अमेरिका ने ईरान को दिया 'संदेश', ब्रिटेन बोला- कोई विकल्प नहीं था
क्या है खबर?
यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर अमेरिका और ब्रिटेन ने हमले किए हैं।
खबर है कि अमेरिका ने यमन में हमलों के बाद ईरान को एक संदेश देने की कोशिश की है, जो लाल सागर में हूती विद्रोहियों के हमलों से पल्ला झाड़ता आया है।
उसे संदेह है कि ईरान हूती विद्रोहियों को हमले लिए हथियारों की आपूर्ति कर रहा है। इस बीच ब्रिटेन ने कहा कि उसके पास सैन्य हमलों के अलावा कोई विकल्प नहीं था।
रिपोर्ट
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन बोले- हम तैयार हैं
BBC की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति जो बाइडन का कहना है कि इन हमलों से अमेरिका ने यमन में हूती विद्रोहियों के बारे में ईरान को एक 'निजी संदेश' दिया है और वह इसके परिणामों के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
अमेरिका ने हाल में हूती विद्रोहियों की राडार साइट को निशाना बनाया है। अमेरिका का मानना है कि यमन विद्रोहियों को लाल सागर में जहाजों निशाना बनाने के लिए ईरान से खुफिया जानकारी मुहैया कराई जा रही है।
ब्रिटेन
यमन के हूती विद्रोहियों को ब्रिटेन ने भी चेताया
इस बीच ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड कैमरून में कहा कि ब्रिटेन के पास यमन में लाल सागर में हूती विद्रोहियों के हमलों को लेकर उनके खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।
उन्होंने कहा कि अमेरिका-ब्रिटेन ने अपने संयुक्त हमलों से पहले हूती विद्रोहियों को कई बार चेतावनी दी थी और अगर लाल सागर में हूती विद्रोही अपने हमले जारी रखते हैं तो ब्रिटेन दोबारा उन पर हमला करेगा।
रिपोर्ट
यमन में हूती विद्रोहियों के कई ठिकानों पर किये गए हमले
पश्चिमी देशों के समर्थन के बाद अमेरिका और ब्रिटेन ने अपने संयुक्त हवाई हमलों के शुरुआती घंटों में यमन में हूती विद्रोहियों के लगभग 30 ठिकानों को निशाना बनाया था।
शनिवार को अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने अपने बयान में कहा है कि उसने टॉमहॉक लैंड अटैक क्रूज मिसाइलों का इस्तेमाल करके यमन में हूती विद्रोहियों की राडार साइट पर अपना नवीनतम हमला किया है।
दूसरी ओर हमलों के बाद हूती विद्रोहियों ने कहा कि अमेरिका को इसकी कीमत चुकानी होगी।
प्रवक्ता
हूती विद्रोही बोले- जहाजों पर हमले रखेंगे जारी
रॉयटर्स से हूती विद्रोहियों के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका-ब्रिटेन हमले से उसकी क्षमता पर कोई महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं पड़ा और वह लाल सागर में जहाजों पर हमले करना जारी रखेगा।
इस बीच यमन के कई शहरों में अमेरिका-ब्रिटेन के हमलों को लेकर प्रदर्शन हुआ और प्रदर्शनकारियों ने इजरायली और अमेरिकी झंडे जलाए। इससे पहले ईरान और तुर्की ने इन हमलों की निंदा कर चुका है।
सऊदी अरब ने भी दोनों पक्षों से संयम बरतने का आग्रह किया है।