रूसी राष्ट्रपति पुतिन अक्टूबर में चीन जाएंगे, गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद पहली विदेश यात्रा
क्या है खबर?
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस साल अक्टूबर में चीन की यात्रा पर जाने पर सहमति जताई है।
बतौर रिपोर्ट्स, पुतिन चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के निमंत्रण पर बेल्ट एंड रोड फोरम में शामिल होंगे।
मार्च में अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (ICC) के युद्ध अपराधों को लेकर उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने के बाद पुतिन पहली बार रूस के बाहर कदम रखेंगे और यह उनकी पहली विदेश यात्रा होगी।
यात्रा
राष्ट्रपति कार्यालय ने शुरू की तैयारी- रिपोर्ट
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, क्रेमलिन में स्थित रूस के राष्ट्रपति कार्यालय ने अक्टूबर में पुतिन की चीन यात्रा के लिए तैयारी शुरू कर दी है।
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर कहा, "विभिन्न स्तरों पर रूस और चीन के द्विपक्षीय कार्यक्रम का समन्वय किया जा रहा है। हम आपको जल्दी ही समयबद्ध तरीके से घटनाओं और कार्यक्रमों के बारे में सूचित करेंगे।"
कारण
पुतिन चीन की यात्रा के लिए क्यों तैयार हुए?
ब्लूमबर्ग ने सूत्रों के हवाले से कहा कि पुतिन सिर्फ उन देशों की यात्रा करने के लिए इच्छुक हैं, जहां पर उनकी सुरक्षा की पूरी गारंटी हो और पुतिन चीन को अपने लिए सुरक्षित मानते हैं।
पुतिन ने आखिरी बार फरवरी, 2022 में यूक्रेन पर हमला करने से पहले चीन की यात्रा की थी, जबकि शी जिनपिंग ने तीसरी बार राष्ट्रपति बनने पर इस साल मार्च में मॉस्को की यात्रा की थी।
कार्यक्रम
G-20 शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे पुतिन
पुतिन ने अगले महीने दिल्ली में भारत की अध्यक्षता में हो रहे G-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने से मना कर दिया है।
पुतिन ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन पर सम्मेलन में शामिल होने पर असमर्थता जताते हुए कहा था कि उनकी जगह रूसी विदेश मंत्री सम्मेलनमें शामिल लेंगे।
बता दें कि पुतिन अभी हाल ही में दक्षिण अफ्रीका में आयोजित BRICS शिखर सम्मेलन में भी शामिल नहीं हुए थे।
वारंट
न्यूजबाइट्स प्लस
अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (ICC) ने मार्च में पुतिन के खिलाफ वारंट जारी किया था।
कोर्ट ने कहा था कि राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन के कब्जे वाले क्षेत्रों से लोगों खासतौर पर बच्चों को अवैध तरीके से अगवा कर रूस ले आए, जिसके लिए वह युद्ध अपराध के लिए जिम्मेदार हैं।
दक्षिण अफ्रीका ICC का सदस्य है और हाल ही में BRICS सम्मेलन में पुतिन के न शामिल होने की यह बड़ी वजह थी क्योंकि उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता था।