
लिज ट्रस बनीं ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री, भारतीय मूल के ऋषि सुनक को हराया
क्या है खबर?
ब्रिटेन को आज नया प्रधानमंत्री मिल गया है। 47 वर्षीय पूर्व विदेश सचिव लिज ट्रस नई प्रधानमंत्री चुनी गई हैं।
उन्होंने कड़े मुकाबले में पूर्व वित्त मंत्री और भारतीय मूल के ऋषि सुनक को हरा दिया है। वह अब बोरिश जानसन की जगह लेंगी।
लिज को ब्रिटेन की सियासत में फायरब्रांड नेता के तौर पर जाना जाता है। प्रधानमंत्री पद के लिए पिछले दो महीने से चल रहे चुनावी अभियान में उन्होंने कभी भी रक्षात्मक दृष्टिकोण नहीं अपनाया था।
नेता
कंजर्वेटिव पार्टी ने लिज को चुना अपना नेता
कंजर्वेटिव पार्टी के सांसदों की वोटिंग के पांच राउंड में सुनक ने लिज ट्रस को मात दी थी, लेकिन अंतिम फैसला पार्टी के 1.60 लाख पंजीकृत सदस्यों के हाथ में था। इन सदस्यों की वोटिंग में लिज ने बाजी मार ली। पार्टी सदस्यों ने लिज को अपना नेता चुना है।
पार्टी के सर ग्राहम ब्रैडी ने वेस्टमिस्टर के क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय सेंटर में नतीजों का एलान किया।
बता दें कि बोरिस जॉनसन भी सुनक के पक्ष में नहीं थे।
परिणाम
किसे मिले कितने वोट?
प्रधानमंत्री चुनाव के लिए कंजर्वेटिव पार्टी के कुल 1,72,437 सदस्यों ने मतदान किया था। इनमें से लिज ट्रस को 81,326 और ऋषि सुनक को 60,399 वोट मिले।
इसी तरह 654 सदस्यों के वोट निरस्त कर दिए गए। चुनाव में कुल 82.60 प्रतिशत सदस्यों ने मतदान किया था।
इससे पहले पांच राउंड की वोटिंग में सुनक प्रधानमंत्री पद के प्रमुख दावेदार माने जा रहे थे, लेकिन अंतिम और अहम वोटिंग में लिज ने बाजी मार ली।
भाषण
जॉनसन मंगलवार को देंगे अंतिम भाषण
लिज की जीत के बाद अब मंगलवार को बोरिस जॉनसन प्रधानमंत्री आवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट से बतौर प्रधानमंत्री अपना आखिरी भाषण देंगे।
उसके बाद वह स्कॉटलैंड के एबरडीनशायर में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को इस्तीफा सौंपेंगे।
बता दें कि आमतौर पर प्रधानमंत्री का इस्तीफा बकिंघम पैलेस में दिया जाता है, लेकिन इस बार महारानी एलिजाबेथ द्वितीय स्वास्थ्य समस्याओं के कारण एबरडीनशायर में हैं और उन्हें चलने-फिरने में दिक्कत है। ऐसे में जॉनसन वहीं पहुंचकर इस्तीफा देंगे।
जानकारी
प्रतीकात्मक होगी 'किसिंग हैंड्स' सेरेमनी
जॉनसन के इस्तीफे के बाद लिज ट्रस महारानी से मिलेंगी। पारंपरिक रूप से इस मुलाकात को 'किसिंग हैंड्स' सेरेमनी कहा जाता है। हालांकि, इस बार इस सेरेमनी के प्रतीकात्मक होने की उम्मीद है। शपथ ग्रहण समारोह स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल में होगा।
सफलता
तीसरी महिला प्रधानमंत्री हैं लिज ट्रस
लिज ट्रस ब्रिटेन के इतिहास की तीसरी ऐसी महिला हैं जो प्रधानमंत्री की कुर्सी पर काबिज हुई हैं। उनसे पहले मार्गेट थैचर और थेरेस मे भी ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं।
ब्रिटेन की तीनों महिला प्रधानमंत्री कंजरवेटिव पार्टी से ही रही हैं। लिज बीते छह साल में देश की चौथी प्रधानमंत्री भी हैं।
उनसे पहले डेविड कैमरन, थेरेसा मे, बोरिस जॉनसन 2016 से लेकर 2022 तक अलग-अलग अंतराल में प्रधानमंत्री पद पर रहे हैं।
समर्थन
जॉनसन ने किया था लिज का समर्थन
लिज ट्रस की इस जीत में पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की भी अहम भूमिका मानी जा रही है। उन्होंने इस चुनाव में खुलकर लिज ट्रस का समर्थन किया था। उन्होंने पार्टी के सदस्यों और सांसदों से लिज ट्रस के लिए वोट भी मांगे थे।
उन्होंने चुनावी सभाओं में आरोप लगाया कि ऋषि सुनक के इस्तीफे के कारण ही उन्हें प्रधानमंत्री की कुर्सी गंवानी पड़ी थी। अब 7 सितंबर को लिज ट्रस बतौर प्रधानमंत्री ब्रिटिश संसद में उपस्थित होंगी।
व्यक्तित्व
लिज ट्रस को पसंद नहीं है हार
लिज ट्रस के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने सात साल की उम्र में स्कूल के पूर्व प्रधानमंत्री, अपनी आदर्श और आयरन लेडी मार्गरेट थैचर का रोल प्ले किया था।
उनके भाई ने एक इंटरव्यू में कहा था कि लिज को बचपन से हार से सख्त नफरत है। बचपन में जब वह खेलते थे तो वो कहीं हार न जाएं, इसलिए खेल के बीच से ही भाग जाती थीं। हालांकि, उम्र के साथ उन्होंने कमियों को दूर किया है।
चुनौतियां
लिज ट्रस के सामने होंगी कई चुनौतियां
लिज ट्रस ने प्रधानमंत्री बनकर कांटों भरा ताज पहना है। उनके सामने कई चुनौतियां हैं। इनमें सबसे बड़ी चुनौती देश में बढ़ती महंगाई, ऊर्जा संकट और बेरोजगारी को दूर करना है।
अब तक के चुनावी अभियान में लिज ने ऐसी कोई भी विशेष घोषणा नहीं की है, जिससे ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को संभालने में मदद मिले।
ऐसे में अब उन्हें पद संभालते ही अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए मजबूत कदम उठाने के साथ नई नीतियां बनानी होंगी।
पृष्ठभूमि
जॉनसन ने 7 जुलाई को दिया था इस्तीफा
बता दें कि 7 जुलाई को ऋषि सुनक के वित्त मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद बोरिस जॉनसन की कुर्सी खतरे में आ गई थी।
सुनक के बाद 40 से अधिक मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इतना ही अधिकतर ने जॉनसन से तत्काल प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने की मांग भी की थी।
उसके बाद जॉनसन ने इस्तीफे का ऐलान किया था, लेकिन नए प्रधानमंत्री की नियुक्ति तक सत्ता संभाले रखने की बात कही थी।