कोरोना वायरस: ब्रिटेन में जॉनसन एंड जॉनसन की एकल खुराक वैक्सीन को मिली इस्तेमाल की मंजूरी
क्या है खबर?
दुनिया में कोरोना वायरस महामारी थमने का नाम नहीं ले रही है। भारत जहां महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है, वहीं ब्रिटेन में एक बार फिर से संक्रमण के मामलों में इजाफा हो रहा है।
इसको देखते हुए ब्रिटेन के दवा विनियामक (BMR) ने जॉनसन एंड जॉनसन की एकल खुराक (सिंगल डोज) वाली कोरोना वैक्सीन को इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है।
ब्रिटेन सरकार ने कोरोना के टि्रपल म्यूटेंट स्ट्रेन के कारण यह फैसला लिया है।
प्रकरण
ब्रिटेन में चार महीने के बाद फिर से बढ़ने लगे हैं संक्रमण के मामले
बता दें कि ब्रिटेन में चार महीने बाद कोरोना संक्रमण के मामले फिर बढ़ने लगे हैं। पिछले सात दिनों में यहां मामलों में 12 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
यार्कशायर में मिले ट्रिपल म्यूटेंट स्ट्रेन ने सरकार की चिंता को बढ़ा दिया है।
गुरुवार को यहां संक्रमण के 3,384 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ यहां संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 44,89,553 पर पहुंच गई है। इनमें से अब तक 1,28,020 लोगों की मौत हो चुकी है।
बयान
सुरक्षा, गुणवत्ता और प्रभावशीलता के मानकों पर खरी उतरी वैक्सीन- MHRA
देश की मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट रेगुलेटरी एजेंसी (MHRA) ने वैक्सीन को अनुमति देने के बाद कहा कि जॉनसन एंड जॉनसन द्वारा बनाई गई एक खुराक वैक्सीन सुरक्षा, गुणवत्ता और प्रभावशीलता के जरूरी मानकों पर खरी उतरी है।
इसी तहर स्वास्थ्य सचिव मैट हैनकॉक ने कहा यह वैक्सीन देश के सफल वैक्सीनेशन अभियान को गति देगी, जिसके कारण अब तक करीब 13,000 लोगों की जान बचाई जा चुकी है। इससे बड़ी राहत मिलेगी।
प्रभावी
67 प्रतिशत तक प्रभावी रही है वैक्सीन- MHRA
MHRA ने कहा कि जॉनसन एंड जॉनसन की सहायक कंपनी जैनसीन द्वारा विकसित एकल खुराक वैक्सीन कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में कुल मिलाकर 67 प्रतिशत तक प्रभावी पाई गई है।
इसके अलावा यह वैक्सीन गंभीर बीमारी होने या अस्पताल में भर्ती होने से रोकने में 85 फीसदी प्रभावी है।
इस वैक्सीन की सबसे खास बात यह है कि इसे रेफ्रीजिरेटर में दो से आठ डिग्री के तापमान पर भी आसानी से स्टोर किया जा सकता है।
वैक्सीन
ब्रिटेन के पास स्वीकृत वैक्सीनों की संख्या हुई चार
MHRA ने कहा कि इस वैक्सीन को मंजूरी मिलने के साथ ही अब देश में चल रहे वैक्सीनेशन अभियान के लिए चार वैक्सीन हो गई है।
इससे पहले यहां दो खुराकों वाली फाइजर-बायोएनटेक, ऑक्सफोर्स-एस्ट्राजेनेका और मॉडर्ना की वैक्सीन को मंजूरी दी गई थी और वैक्सीनेशन अभियान में उनका ही उपयोग किया जा रहा है।
ब्रिटेन सरकार ने अपने अभियान को गति देने के लिए कंपनी को एकल खुराक वैक्सीन की दो करोड़ खुराकों का ऑर्डर दिया है।
जानकारी
ब्रिटेन में यह है वैक्सीनेशन की स्थिति
बता दें ब्रिटेन में अब तक 6,31,15,706 वैक्सीन की खुराकें लगाई जा चुकी है। यहां गुरुवार को 6.68 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन की खुराकें लगाई गई थी। सरकार ने वैक्सीनेशन की गति को बढ़ाने के लिए ही नई वैक्सीन को मंजूरी दी है।
अनुमति
जॉनसन एंड जॉनसन ने पिछले महीने मांगी थी भारत में ट्रायल की अनुमति
बता दें कि जॉनसन एंड जॉनसन भारत में भी अपनी वैक्सीन के उत्पाद को लेकर काम कर रही है। इसके लिए उसने हैदराबाद स्थित भारतीय कंपनी बायोलॉजिकल ई के साथ हाथ मिलाया है।
इतना ही नहीं कंपनी ने पिछले महीने ही भारत में अपनी वैक्सीन जेनसेन का क्लिनिकल ट्रायल करने की अनुमति मांगी थी।
इस वैक्सीन को अब तक अमेरिका, यूरोपीय संघ, थाईलैंड और दक्षिण अफ्रीका आदि देशों में आपात उपयोग की मंजूरी मिल चुकी है।