शी जिनपिंग 15 नवंबर को जो बाइडन से करेंगे मुलाकात, किन मुद्दों पर होगी चर्चा?
क्या है खबर?
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग 15 नवंबर को एक-दूसरे से मुलाकात करने जा रहे हैं। ये बहुप्रतीक्षित बैठक सैन फ्रैंसिस्को में होने वाले एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) के शिखर सम्मलेन में होगी।
बता दें कि बाइडन और जिनपिंग की ये दूसरी मुलाकात है। दोनों नेता करीब सवा साल बाद एक-दूसरे से मिलने जा रहे हैं। पिछली बार दोनों नेता इंडोनेशिया के बाली में हुए G-20 शिखर सम्मेलन के दौरान मिले थे।
मुद्दे
किन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा?
व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने कहा है कि राष्ट्रपति बाइडन और चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग 15 नवंबर को कैलिफोर्निया में व्यापार, ताइवान और खराब अमेरिकी-चीनी संबंधों पर बातचीत करने के लिए बैठक करेंगे।
अधिकारियों ने कहा कि इस दौरान इजरायल-हमास युद्ध, ताइवान और यूक्रेन युद्ध जैसे कई मुद्दों पर चर्चा होगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगले साल ताइवान में चुनाव है। ऐसे में दोनों नेताओं की मुलाकात में ये अहम मुद्दा रहेगा।
ताइवान
दोनों देशों के बीच ताइवान सबसे बड़ा मुद्दा
BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, जिनपिंग चाहेंगे कि उन्हें इस बात को लेकर और भरोसा जताया जाए कि अमेरिका ताइवान की स्वतंत्रता के पक्ष में नहीं है। दूसरी ओर, बाइडन चाहते हैं कि वे ताइवान के आसपास चीनी सेना की गतिविधियों को लेकर अमेरिकी चिंताओं को जाहिर करें।
बता दें कि इस साल ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने अमेरिका का दौरा किया था, जिसको लेकर चीन अभी भी आग बबूला है।
युद्ध
इजरायल-हमास युद्ध पर भी चर्चा संभव
बीते एक महीने से ज्यादा समय से जारी इजरायल-हमास युद्ध भी दोनों देशों के बीच चर्चा का विषय होगा। दरअसल, चीन के ईरान के साथ अच्छे संबंध हैं। बाइडन चाहते हैं कि चीन इसका इस्तेमाल ईरान पर दबाव बनाने के लिए करें, ताकि युद्ध और ज्यादा न फैले।
बता दें कि युद्ध को लेकर अमेरिका और ईरान में उग्र बयानबाजी हो रही है। आरोप है कि ईरान अपने समर्थित संगठन हिज्बुल्लाह के जरिए इजरायल पर हमले करवा रहा है।
दावा
विशेषज्ञों का दावा- कुछ बड़ा होने की संभावना नहीं
दोनों नेताओं के मुलाकात पर स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के फेलो ओरियाना स्काइलर ने न्यूयॉर्क टाइम्स से कहा, "बैठक में ऐसा कुछ भी नहीं होने वाला, जो दोनों देशों के संबंधों को एक अलग दिशा में लेकर जाए। इतना हो सकता है कि बाइडन ये दिखाने की कोशिश करें कि उनका देश व्यापार के लिए खुला है। गाजा युद्ध पर चर्चा हो सकती है, क्योंकि ईरान और चीन के मधुर संबंध हैं।"
चीन
हाल ही में चीन के विदेश मंत्री ने किया था अमेरिका दौरा
पिछले महीने चीन के विदेश मंत्री वांग यी 3 दिन के अमेरिका दौरे पर थे। 2018 के बाद ये किसी चीनी विदेश मंत्री का पहला अमेरिका दौरा था।
इस दौरान यी ने अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलीवन और बाइडन से मुलाकात की थी। इसी साल ब्लिंकन, अमेरिका के ट्रेजरी सचिव जेनेट एल येलेन और वाणिज्य सचिव जीना रायमोंडो ने भी चीन का दौरा किया था।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
अमेरिका और चीन के बीच कई मुद्दों पर मतभेद है। इसमें सबसे बड़ा मसला दक्षिण चीन सागर का है। इस इलाके में दोनों देश अक्सर एक-दूसरे के सामने आते रहते हैं।
दूसरा बड़ा विवाद ताइवान को लेकर है। चीन ताइवान पर अपना कब्जा जताता है तो अमेरिका ताइवान के साथ खड़ा है।
हांगकांग में भी चीन लोकतंत्र समर्थकों का दमन करता है तो दूसरी ओर अमेरिका इनका समर्थन करता है।