जो बाइडन ने जताई आशंका, हमास हमले के पीछे भारत-मध्य पूर्व-यूरोप कॉरिडोर हो सकता है कारण
क्या है खबर?
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायल-हमास युद्ध को लेकर एक बड़ा दावा किया है।
उन्होंने आशंका जताई है कि इजरायल पर हमास के हमले के पीछे की एक बड़ी वजह G-20 सम्मेलन के दौरान भारत-मध्य पूर्व-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर (IMEC) की घोषणा हो सकती है।
बता दें कि युद्ध की वजह से IMEC परियोजना पर खतरा मंडरा रहा है, जिसे कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे पर सहयोग की दिशा में ऐतिहासिक पहल माना जा रहा है।
आशंका
बाइडन ने क्या कहा?
बाइडन ने अमेरिका दौरे पर आए ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों से कहा, "मैं इस बात से आश्वस्त हूं कि जब हमास ने हमला किया था तो उन कारणों में से एक कारण IMEC था। मेरे पास इसका कोई सबूत नहीं है, बस मेरी अंतरात्मा ने मुझसे कहा कि यह उस प्रगति के कारण था, जो हम इजरायल के लिए समग्र रूप से उसके क्षेत्रीय एकीकरण की दिशा में कर रहे थे।"
कारण
पहले भी कही जा चुकी है ऐसी आशंका
इससे पहले कुछ विशेषज्ञ भी कह चुके हैं कि IMEC के कारण ही हमास ने हमला किया क्योंकि उसे अरब देशों के साथ इजरायल के संबंधों के सामान्य होने का डर था।
दरअसल, IMEC इजरायल और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और बहरीन जैसे अरब देशों के बीच हुए अब्राहम समझौते के विस्तार पर आधारित है।
अमेरिका सऊदी अरब पर भी इजरायल के साथ संबंधों को सामान्य बनाने के लिए दबाव डालने लगा था, जिसमें IMEC महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
IMEC
क्या है भारत-मध्य पूर्व-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर (IMEC)?
IMEC के तहत रेल और बंदरगाहों का नेटवर्क बनाया जाएगा, जो भारत, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), सऊदी अरब, जॉर्डन, इजरायल और ग्रीस से होते हुए यूरोप तक जाएगा।
इस परियोजना में 2 अलग-अलग कॉरिडोर होंगे।
एक पूर्वी कॉरिडोर होगा, जो भारत को पश्चिम एशिया/मध्य पूर्व से जोड़ेगा और एक उत्तरी कॉरिडोर होगा, जो पश्चिम एशिया या मध्य पूर्व को यूरोप से जोड़ेगा। यानी इससे भारत को मध्य-पूर्व और अंतत: यूरोप तक की कनेक्टिविटी मिलेगी।
अहमियत
क्या है कॉरिडोर की अहमियत?
इस कॉरिडोर के पूरा होने पर विश्वसनीय सीमा पार रेलवे नेटवर्क होगा, जिससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार और सहयोग के लिए कई संभावनाएं बनेंगी।
इससे भारत, UAE, सऊदी अरब, जॉर्डन, इजरायल, ग्रीस, इटली, फ्रांस और जर्मनी के बीच माल और सेवाओं की आवाजाही की सुविधा होगी।
IMEC का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में आर्थिक संबंधों को मजबूत करना और ग्लोबल कनेक्टिविटी को बढ़ाना है।
इसके जरिए इजरायल के पास अरब देशों के साथ संबंधों को बेहतर बनाने का अवसर है।