अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन पर चल सकता है महाभियोग, रिपब्लिकन पार्टी ने की तैयारी
क्या है खबर?
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के खिलाफ महाभियोग लाया जा सकता है और रिपब्लिकन पार्टी इसकी तैयारी कर रही है।
अमेरिकी संसद के निचले सदन 'हाउस ऑफ रिप्रजेंटिव' के अध्यक्ष केविन मैक्कार्थी ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि राष्ट्रपति बाइडन और उनके बेटे के खिलाफ चल रही रिपब्लिकन पार्टी की जांच महाभियोग के स्तर तक पहुंच जाएगी।
उन्होंने कहा कि सदन पहले ही उनसे राष्ट्रपति बाइडन पर महाभियोग की प्रक्रिया शुरू करने के लिए कह चुका है।
रिपोर्ट
मामले में प्रमुख गवाह अपना पक्ष रखने को तैयार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, द पोस्ट में प्रकाशित लेख के बाद जांच महाभियोग के स्तर तक पहुंच गई है, जिसमें एक प्रमुख गवाह ने कहा कि हंटर अपने विदेशी व्यापार सहयोगियों से फोन पर बात करते समय अक्सर अक्सर अपने पिता बाइडन को लाइन पर रखते थे।
इसमें कहा गया है कि हंटर के सबसे करीबी सहयोगियों में से एक डेवोन आर्चर भी हाउस ओवरसाइट कमेटी के समक्ष आगामी सुनवाई में अपना पक्ष रखने के लिए तैयार हैं।
बयान
मैक्कार्थी ने और क्या कहा?
मैक्कार्थी ने कहा, "जब बाइडन राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में थे तो उन्होंने कभी भी इस मामले के बारे में बात नहीं की। उन्होंने कहा कि उनके परिवार को चीन से कभी भी एक डॉलर नहीं मिला है, लेकिन यह सच नहीं है।"
उन्होंने आगे कहा, "हमने जांच जारी रखी है और यह जांच महाभियोग के स्तर तक बढ़ रही है, जो कांग्रेस को मामले में आवश्यक जानकारी प्राप्त करने की अधिक शक्ति प्रदान करता है।"
व्हाइट हाउस
व्हाइट हाउस ने क्या दी प्रतिक्रिया?
इसी बीच व्हाइट हाउस ने रिपब्लिकन पार्टी पर वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने और केवल बाइडन पर महाभियोग चलाने पर ध्यान केंद्रित करने का आरोप लगाया है।
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता इयास सैम्स ने कहा, "अमेरिकी जानता चाहती है कि हम महंगाई दर कम करने और नई नौकरियों के अवसर पैदा करने जैसे मुद्दों पर ध्यान दें। सरकार की यही प्राथमिकता है। सच्चाई की परवाह किए बिना अति उत्साह में राष्ट्रपति पर आरोप लगाना बेकार है।"
क्या है मामला
किस मामले में बाइडन पर चलाया जा सकता है महाभियोग?
राष्ट्रपति बाइडन और हंटर के खिलाफ टैक्स में गड़बड़ी के आरोपों के लेकर जांच चल रही है। यह मामला 2020 का है और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बाइडन और हंटर पर चीन और यूक्रेन में पैसों की हेराफेरी के आरोप लगाए थे।
2020 के राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान हंटर रिपब्लिकन पार्टी के निशाने पर थे। हंटर अपने पिता के उपराष्ट्रपति रहते हुए एक यूक्रेनी ऊर्जा कंपनी के बोर्ड में शामिल थे और इसी मामले की जांच जारी है।
जानकारी
बाइडन पर क्या हैं आरोप?
आर्चर की गवाही और FBI जांच फाइल से पता चला है कि हंटर और बाइडन (उपराष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान) ने भ्रष्टाचार की जांच से बचने के लिए एक यूक्रेनी कुलीन वर्ग को 1 करोड़ डॉलर की रिश्वत देने के लिए मजबूर किया था।