चीन से बढ़ते तनाव के बीच होटल में मृत मिले ताइवान के शीर्ष रक्षा अधिकारी
क्या है खबर?
अमेरिकी संसद के हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स की स्पीकर नैंसी पेलोसी की अघोषित ताइवान यात्रा के बाद से चीन और ताइवान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है।
इस बीच ताइवान रक्षा मंत्रालय के अनुसंधान और विकास इकाई के उप प्रमुख ओ यांग ली-हिंग के शनिवार सुबह दक्षिणी ताइवान स्थिति होटल के कमरे में मृत मिलने से सनसनी फैल गई।
ताइवान की आधिकारिक केंद्रीय समाचार एजेंसी CNA ने इसकी पुष्टि की है। अधिकारी मामले की जांच में जुटे हैं।
जानकारी
यांग ली-हिंग ने साल की शुरुआत में संभाला था पद
CNA के अनुसार, यांग ली-हिंग इन दिनों पिंगटुंग के दक्षिणी काउंटी की व्यावसायिक यात्रा पर थे।
उन्होंने ताइवान की विभिन्न मिसाइल उत्पादन परियोजनाओं की निगरानी के लिए इस साल की शुरुआत में नेशनल चुंग-शान इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के उप प्रमुख के रूप में पद संभाला था।
ताइवानी सेना के स्वामित्व वाली संस्था इस साल अपनी वार्षिक मिसाइल उत्पादन क्षमता को दोगुना से अधिक यानी 500 तक पहुंचाने पर काम कर रही है।
कारण
चीन के साथ बढ़ते तनाव के चलते क्षमता बढ़ा रहा है ताइवान
चीन के साथ तनाव और सैन्य खतरे को देखते हुए ताइवान अपनी युद्ध शक्ति को तेजी से बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है।
यही कारण है कि उसने मिसाइलों की संख्या बढ़ाने के लिए यांग ली-हिंग को जिम्मेदारी सौंपी थी। ऐसे में होटल में उनकी संदिग्ध मौत को चीन के साथ बढ़ते तनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।
अधिकारियों ने उनके शव को अस्पताल पहुंचाया है और उनकी मौत के कारणों की जांच की जा रही है।
पृष्ठभूमि
नैंसी की यात्रा से भड़का हुआ है चीन
हाल के महीनों में चीन ने अपनी वन चाइना नीति पर जोर देते हुए ताइवान के प्रति सख्त रुख अपनाया है।
इस बीच गत बुधवार को नैंसी के अघोषित दौरे पर ताइवान पहुंचने और सेंट्रल ताइपेई में राष्ट्रपति त्सेई-इंग-वेन से मुलाकात कर स्थानीय मीडिया में लाइव प्रसारण करने से चीन खासा भड़का हुआ है।
नैंसी 25 सालों में ताइवान का दौरा करने वाली अमेरिकी संसद की पहली अध्यक्ष हैं। इसको लेकर चीन ने ताइवान को घेरकर युद्धाभ्यास शुरू किया है।
मिसाइल
चीन ने ताइवान के आस-पास दागी 11 बैलिस्टिक मिसाइल
नैंसी के दौरे के साथ ही ताइवान के आस-पास के क्षेत्रों में युद्धाभ्यास शुरू करने वाले चीन ने गुरुवार को महज दो घंटे में ही ताइवान के नजदीक समुद्र में 11 बैलिस्टिक मिसाइलें दाग दीं।
इन मिसाइलों के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं।
इसको लेकर ताइवान ने कड़ी आपत्ति जताई है और इसे क्षेत्रीय शांति को खतरे में डालने वाला विवेकहीन कदम बताया है। उसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी सहयोग की अपील की है।
जानकारी
चीन ने ताइवान को घोषित किया 'खतरे का क्षेत्र'
चीन ने ताइवान को खतरे का क्षेत्र घोषित करते हुए एशिया में परिचालन करने वाली विमानन कंपनियों को इससे बचने की चेतावनी दी है। इसके अलावा उसके प्राकृतिक रेत के निर्यात को निलंबित कर फल और मछली उत्पादों के आयात पर भी रोक लगाई है।
विवाद
ताइवान को लेकर क्या है विवाद?
ताइवान चीन के दक्षिण-पूर्वी तट से लगभग करीब 160 किलोमीटर दूर स्थित एक द्वीप है।
चीन उसे अपना हिस्सा मानता है, वहीं ताइवान खुद को स्वतंत्र देश के तौर पर देखता है। उसका अपना संविधान है और वहां लोकतांत्रिक तरीके से सरकार चुनी गई है।
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग बयान दे चुके हैं कि ताइवान का 'एकीकरण' पूरा होकर रहेगा। उनके बयान से संकेत मिलता है कि वो इसके लिए ताकत के इस्तेमाल से भी परहेज नहीं करेंगे।
द्विपक्षीय संबंध
तनावपूर्ण बने हुए हैं चीन और ताइवान के सम्बंध
पिछले कुछ समय से चीन और ताइवान के संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं। चीन कई मौके पर ताइवान के एयरस्पेस में अपने लड़ाकू विमान भेजकर उस पर दबाव बनाने की कोशिश कर चुका है।
खबरें हैं कि जिस वक्त पेलोसी ताइपेई में ताइवानी राष्ट्रपति के साथ मुलाकात कर रही थीं, उस वक्त भी चीन ने ताइवान के एयरस्पेस का उल्लंघन किया था।
पिछले साल अक्टूबर में एक दिन में 56 चीनी विमान ताइवानी एयरस्पेस में घुसे थे।