इजरायल पहुंचे फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, कहा- जो हुआ, उसे कभी नहीं भुलाया जाएगा
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने मंगलवार को इजरायल के प्रति अपनी एकजुटता दिखाने यहां का दौरा किया। उन्होंने यहां हमास के हमले से प्रभावित फ्रांसीसी परिवारों और इजरायल के राष्ट्रपति इस्साक हर्जोग से मुलाकात की। इजरायली राष्ट्रपति ने मैक्रों को उनकी इस यात्रा के लिए धन्यवाद कहा। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रुटे भी इजरायल का दौरा कर चुके हैं।
मैक्रों ने कहा- इजरायल के साथ एकजुटता से खड़ा फ्रांस
जेरूसलम में अपने इजरायली समकक्ष हर्जोग से मुलाकात के दौरान राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि फ्रांस आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में इजरायल के साथ एकजुटता से खड़ा रहेगा। मैक्रों ने इजरायली धरती पर हमास द्वारा 7 अक्टूबर को किए गए आतंकवादी हमले पर कहा, "जो हुआ, उसे कभी नहीं भुलाया जाएगा। मैं यहां अपनी एकजुटता व्यक्त करने के लिए आया हूं। " मैक्रों ने कहा, "अब पहला उद्देश्य बिना किसी भेदभाव के सभी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करना है।"
इजरायल के राष्ट्रपति ने हमास को खत्म करने की प्रतिबद्धता को दोहराया
इजरायल के राष्ट्रपति इस्साक ने मैक्रों से मुलाकात कर कहा, "हम एक मजबूत राष्ट्र हैं और हम अपने दुश्मनों पर काबू पाने और उन्हें खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।' इस दौरान उन्होंने बंधक बनाए गए अपने सभी नागरिकों को लेकर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, "हमास के आतंकवादियों ने 30 बच्चों का अपहरण कर लिया है। मुझे पता है कि आप (फ्रांसीसी राष्ट्रपति) हमारे देश की कितनी परवाह करते हैं। आपकी यात्रा एकजुटता की स्पष्ट अभिव्यक्ति है।"
इजरायली प्रधानमंत्री से भी मिले मैक्रों
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से भी मिले। दोनों ने जेरूसलम में आमने-सामने बैठक में मौजूद हालातों पर चर्चा की। मैक्रों फ्रांस के राजदूत फ्रेडरिक जर्नेस, अपने सैन्य सचिव, राजनयिक सलाहकार और मध्य पूर्व सलाहकार से भी मुलाकात करेंगे।
हमास के हमलों में 30 फ्रांसीसी नागरिकों की हुई थी मौत
बता दें कि हमास के हमलों में इजरायल में 1,400 से अधिक लोगों की मौत हुई है, जिनमें 30 फ्रांसीसी नागरिक भी थे। इसके अलावा अभी भी फ्रांस के कई नागरिक लापता हैं। इजरायली अधिकारियों के अनुसार, आतंकियों ने लोगों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं थीं और घरों को भी जला दिया था। बता दें कि इजरायल-हमास युद्ध में अब तक 8,000 से अधिक की मौत हो चुकी है, जिनमें हमास के 1,500 आतंकी भी शामिल हैं।
हमास ने सोमवार को रिहा किए 2 और बंधक
सोमवार शाम को गाजा के आतंकी सगंठन हमास ने 2 और बंधकों को रिहा कर दिया। दोनों बंधक इजरायली बुजुर्ग महिलाएं हैं और हमास ने उनकी रिहाई के पीछे मानवीय कारण बताते हुए कहा कि महिलाओं के खराब स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर उन्हें छोड़ा गया है। इजरायल की ओर से अभी रिहाई की कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है। इससे पहले हमास अमेरिका के 2 नागरिकों को भी रिहा कर चुका है।