चीन ने फिर पाकिस्तानी आतंकी को बचाया, शाहिद महमूद को 'वैश्विक आतंकी' घोषित होने से रोका
चीन का पाकिस्तान के प्रति प्रेम कम होने का नाम नहीं ले रहा है। उसने अब संयुक्त राष्ट्र (UN) सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के आतंकवादी शाहिद महमूद को वैश्विक आतंकी घोषित होने से बचा लिया है। दरअसल, भारत और अमेरिका ने महमूद को विश्व के लिए खतरा बताते हुए उसे वैश्विक आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन चीन ने इसे बाधित कर दिया। यह सीधे तौर पर पाकिस्तानी आतंकी का समर्थन है।
भारत और अमेरिका ने दिया था प्रस्ताव
भारत और अमेरिका ने आतंक के खिलाफ पहल करते हुए UN सुरक्षा परिषद की 1267 अल कायदा प्रतिबंध समिति के तहत महमूद को वैश्विक आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन चीन ने इसे बाधित करते हुए उसे बचा लिया। बता दें कि अमेरिका का वित्त मंत्रालय ने लश्कर के नेटवर्क को खत्म करने के लिए 2016 में महमूद और उसके साथी मोहम्मद सरवर को वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया था। इसी तरह भारत भी आतंकियों के खिलाफ है।
चीन ने आतंकी महमूद को कैसे बचाया?
UN सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों में से कोई भी इस तरह का प्रस्ताव ला सकता है। स्थाई सदस्य देशों के पास वीटो अधिकार होता है और वह उसके जरिए किसी भी प्रस्ताव को रोक सकते हैं। इस तरह का प्रस्ताव सभी स्थायी सदस्यों की सहमति मिलने पर ही पास होता है। किसी भी सदस्य के आपत्ति जताने पर वह लागू नहीं होता। ऐसे में चीन ने भारत और अमेरिका के प्रस्ताव पर आपत्ति जताते हुए महमूद को बचा लिया।
चीन ने चौथी बार किया पाकिस्तानी आतंकी का बचाव
चीन के पाकिस्तानी आतंकी को बचाने का यह चौथा मामला है। इससे पहले जून में चीन ने पाकिस्तान के आतंकवादी अब्दुल रहमान मक्की को सुरक्षा परिषद की वैश्विक आतंकी सूची में शामिल होने से बचाया था। इसी तरह अगस्त में जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर अब्दुल रउफ को वैश्विक आतंकी घोषित करने के भारत और अमेरिका के प्रस्ताव को बाधित किया था। इसी तरह सितंबर में भी उसने पाकिस्तान के एक आतंकी को इसी तरह विरोध कर बचाया था।
कौन है आतंकी शाहिद महमूद?
अमेरिकी वित्त मंत्रालय के अनुसार, महमूद पाकिस्तान के कराची से संचालित होने वाले आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का प्रमुख है। वह इससे 2007 से जुड़ा था। जून 2015 से जून 2016 तक महमूद लश्कर-ए-तैयबा को फंड देने वाले संगठन फलाह-ए-इंसानियत (FIF) का उपाध्यक्ष भी रह चुका है। 2014 में वो FIF का प्रमुख था। अगस्त 2013 में महमूद को लश्कर की पब्लिकेशन विंग मेंबर के तौर पर आइडेंटिफाई किया गया था।
वैश्विक आतंकी घोषित होने के बाद क्या होता है?
वैश्विक आतंकी घोषित होने पर मुख्य तौर पर तीन कार्रवाई होती हैं। उसकी संपत्ति जब्त करने का अधिकार सरकार को मिल जाता है और सभी देशों में उसकी संपत्तियां जब्त कर ली जाती है। इसी तरह उसे सभी तरह की वित्तीय मदद मिलना बंद हो जाती है और उसके यात्रा करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया जाता है। दूसरे देशों में भी उसे प्रवेश नहीं दिया जाता है। इसके अलावा उसे किसी तरह का हथियार लाइसेंस भी नहीं मिलता है।