मुंबई हमले का प्रमुख साजिशकर्ता तहव्वुर राणा लॉस एंजिल्स में गिरफ्तार, जल्द भारत लाया जाएगा
क्या है खबर?
साल 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले का प्रमुख साजिशकर्ता पाकिस्तानी मूल के तहव्वुर हुसैन राणा को अमेरिका के लॉस एंजिल्स में गिरफ्तार किया गया है।
भारत सरकार ने अमेरिका से राणा की गिरफ्तारी को लेकर अनुरोध किया था। इसके बाद उसे अमेरिकी प्राधिकारियों ने गिरफ्तार किया है। जल्द ही उसे भारत प्रत्यर्पित किया जाएगा।
बता दें कि मुंबई आतंकी हमले में 166 लोगों की जान गई थी, जबकि 240 लोग घायल हो गए थे।
गिरफ्तारी
साल 2009 में किया गया था राणा को गिरफ्तार
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक राणा को मुंबई हमले की साजिश रचने के मामले में 2009 में गिरफ्तार किया गया था।
हालांकि, अमेरिकी अभियोजक 2011 में उस पर आतंकवाद के आरोप को साबित करने में विफल रहे थे। जिससे की उसे मुंबई हमलों से जोड़ा जा सके।
बाद में उसे 2011 में शिकागो में लश्कर-ए-तैयबा को हमले के लिए सहायता प्रदान करने का दोषी ठहराया गया था।
सजा
लॉस एंजिल्स की संघीय जेल 14 साल की सजा काट रहा था राणा
गिरफ्तारी के बाद जब साल 2011 के राणा को लश्कर-ए-तैयबा को हमले के लिए सहायता प्रदान का दोषी पाया गया तो उसे 2013 में 14 साल की सजा सुनाई गई थी।
उसकी यह सजा दिसंबर 2021 में पूरी होनी थी, लेकिन कोरोना वायरस से संक्रमित होने तथा तबीयत ज्यादा खराब होने के बाद उसे दो दिन पहले ही रिहा किया गया था।
इसके बाद भारत प्रत्यर्पण की अपील को लेकर उसे फिर से गिरफ्तार कर लिया गया है।
जानकारी
गिरफ्तारी से पहले नहीं आया था जेल से बाहर
अभियोजन पक्ष ने बताया कि भारत में प्रत्यर्पण के मामले का सामना करने के लिए गिरफ्तार किए जाने से पहले राणा जेल से बाहर नहीं निकल पाया था। उसकी रिहाई आदेश के बाद ही उसे फिर से गिरफ्तार कर लिया गया था।
आरोप
राणा पर यह भी लगाए गए थे आरोप
अमेरिका में राणा पर लश्कर-ए-तैयबा की मदद करने के अलावा साल 2005 में पैगंबर मोहम्मद के कार्टून छापने वाले डेनिश अखबार पर हमला करने के लिए योजना बनाने का भी आरोप लगाया गया था।
हालांकि, राणा को इसमें कामयाबी नहीं मिली थी। उस पर डेविड कोलमैन हेडली को अपने शिकागो स्थित आव्रजन कानून कारोबार की एक शाखा मुंबई में खोलने और डेनमार्क में कंपनी के प्रतिनिधि के रूप में यात्रा करने की अनुमति देने का आरोप था।
दलील
राणा के वकील ने दी हेडली द्वारा धोखा देने की दलील
राणा के वकील ने कहा कि उसे अपने हाई स्कूल के दोस्त डेविड कोलमैन हेडली ने धोखा दिया था।
हेडली प्रशिक्षित आतंकवादी था और उसी ने मुंबई हमलों की साजिश रची थी। बचाव पक्ष ने हेडली को सरकार का मुख्य गवाह बताया है, जिसने मृत्युदंड से बचने के लिए झूठी गवाही दी थी।
उन्होंने कहा कि राणा को हेडली के आतंकवादी होने की जानकारी थी, लेकिन उसे किसी को भी इसके बारे में नहीं बताया। जिससे मुंबई में हमला हुआ।
मुंबई हमला
लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों ने किया था मुंबई हमला
बता दें कि लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों की ओर से किए गए मुंबई हमले में अमेरिकी नागरिकों सहित करीब 166 लोगों की जान गई थी और 240 लोग घायल हुए थे।
उस दौरान मुंबई पुलिस और NSG ने नौ आतंकवादियों को मौके पर मार गिराया था और आतंकवादी मोहम्मद अजमल कसाब जिंदा गिरफ्तार किया था।
बाद में कोर्ट ने उसे फांसी की सजा सुनाई गई थी और 21 नवंबर, 2012 को उसे फांसी पर लटकाया गया था।