नागरिकता संशोधन बिल पर विरोध के बीच बांग्लादेश के विदेश मंत्री ने रद्द की भारत यात्रा
नागरिकता (संशोधन) बिल पर विवाद के बीच बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमिन ने भारत की अपनी यात्रा रद्द कर दी है। मोमिन ने बयान जारी करते हुए "देश के अंदर भारी मांग" के कारण उन्होंने अपनी भारत यात्रा को रद्द किया है। बता दें कि मोमिन को आज शाम 5:20 बजे अपने तीन दिवसीय दौरे पर दिल्ली पहुंचना था, लेकिन उससे पहले ही इसे रद्द कर दिया गया।
यात्रा रद्द करने पर अपने बयान में मोमिन ने क्या कहा?
अपने बयान में मोमिन ने कहा है, "मुझे नई दिल्ली की अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी क्योंकि मुझे 'बुद्धजीवी दिवस' और 'विजय दिवस' में शामिल होना है। हमारे गृह मंत्री देश के बाहर हैं और हमारे विदेश सचिव हेग में हैं।" उन्होंने आगे कहा, "घर पर भारी मांग को देखते हुए मैंने यात्रा रद्द करने का फैसला लिया है। हालांकि मैं अगले साल जनवरी में होने वाली बैठक में शामिल हूंगा।"
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, चिंता की कोई बात नहीं
मोमिन की यात्रा रद्द करने पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि चिंता करने वाली कोई बात नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हम साफ कर चुके हैं कि मौजूदा सरकार के अंतर्गत धार्मिक अत्याचार नहीं हो रहे और भारत में शरण के लिए आए लोगों पर सैन्य शासन और पिछली सरकार में धार्मिक अत्याचार हुआ था। मौजूदा सरकार ने अल्पसंख्यकों के हित में कई कदम उठाए हैं।"
बांग्लादेश को दोनों देशों के रिश्तों पर असर पड़ने की आशंका
बता दें कि नागरिकता संशोधन बिल और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (NRC) के अपने ऊपर असर को देखते हुए बांग्लादेश में चिंता का माहौल है। उसे शंका है कि ऐसे समय में जब दोनों देशों के संबंध स्वर्णिम दौर में चल रहे हैं, ये कानून पर बुरा असर डालेंगे। इसके अलावा नागरिकता संशोधन बिल पर बहस के दौरान बार-बार बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार की बातें भी उठीं, जिन पर बांग्लादेश ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है।
अमित शाह के बांग्लादेश में हिंदओं पर अत्याचार के दावे पर मोमिन ने जताई आपत्ति
गृह मंत्री अमित शाह के बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार की बात पर प्रतिक्रिया देते हुए मंगलवार को मोमिन ने कहा था, "हिंदुओं पर अत्याचार के बारे में वो जो कह रहे हैं वो गैर-जरूरी और असत्य है। इस दुनिया में ऐसे कम ही देश हैं जहां सांप्रदायिक सद्भाव बांग्लादेश जितना हो। हमारे यहां कोई अल्पसंख्यक नहीं है। हम सब बराबर है। अगर अमित शाह बांग्लादेश में कुछ महीनों के लिए रहेंगे तो वो देश के सांप्रदायिक सद्भाव को देखेंगे।"
मोमिन ने कहा, भारत के अंदर खुद कई समस्याएं
भारत के अंदर खुद कई समस्याएं होने का बात कहते हुए मोमिन ने कहा था, "एक मित्र देश के नाते, हम आशा करते हैं कि भारत ऐसा कुछ नहीं करेगा जो हमारे दोस्ताना संबंधों को प्रभावित करे।"
बांग्लादेश से कैसे जुड़े हैं NRC और नागरिकता संशोधन बिल?
दरअसल, भारत में जो घुसपैठ की समस्या है उसमें बांग्लादेश एक अहम भागीदार है। बांग्लादेश से बड़ी संख्या में लोगों के असम और पश्चिम बंगाल में घुसपैठ करने के आरोप लगते रहते हैं। पूर्वोत्तर के राज्यों में तो एक बांग्लादेशी विरोधी भावना भी है। ऐसे में घुसपैठ की समस्या से निपटने के लिए NRC और उसके साथ नागरिकता संशोधन जैसे विवादित बिल को जोड़ने पर बांग्लादेश में हलचल पैदा होना लाजिमी है।