अमेरिका में बिक रहे गाय के गोबर के उपले, पैकेट पर लिखा- खाने के लिए नहीं
एक समय था जब ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट से लेकर स्टोर पर विदेशी चीज़ों की ही ज़्यादा माँग होती थी, लेकिन अब समय बदल गया है। आजकल विदेशों में भी देसी चीज़ों की काफ़ी माँग है। कुछ समय पहले अमेजन पर 1,400 रुपये में नारियल की खोल बिक रही थी। अब अमेरिका के न्यू जर्सी की एक स्टोर पर 2.99 डॉलर (लगभग 215 रुपये) में गाय के गोबर के उपले बिक रहे हैं। आइए जानें।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई फोटो
ख़बरों के अनुसार, न्यू जर्सी के एक स्टोर में गाय के गोबर के उपले बिक रहे हैं, जिन्हें भारत के ग्रामीण इलाकों में कोई पूछता भी नहीं है। गाँव में ये उपले दीवार पर या घर की छतों पर ऐसे ही पड़े रहते हैं। वही उपले अमेरिका में एक स्टोर में पैकेट में भरकर 215 रुपये में बेचे जा रहे हैं। जब से इसकी एक फोटो सामने आई है, सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है।
उपले के पैकेट पर लिखा- धार्मिक उद्देश्य के लिए, खाने योग्य नहीं
समर हलार्नकर नाम के ट्विटर यूज़र ने फोटो शेयर की है। फोटो में साफ़-साफ़ देखा जा सकता है कि पैकेट के अंदर गोबर के उपले हैं। उन्होंने फोटो के साथ लिखा, 'मेरे भाई ने इसे न्यू जर्सी के एडिसन की एक किराने की दुकान में देखा। वहाँ गाय के उपले 2.99 डॉलर में बेचे जा रहे हैं।' बता दें कि पैकेट में 10 गाय के उपले हैं। साथ ही पैकेट पर लिखा है, 'धार्मिक उद्देश्य के लिए, खाने योग्य नहीं।'
समर ने पूछा सवाल- क्या ये देसी गाय का है या यैंकी गाय का?
इसके अलावा उपलों के पैकेट पर लिखा है कि यह भारत का प्रोडक्ट है। समर ने ये ट्वीट 18 नवंबर को किया था। उन्होंने ट्वीट के साथ एक सवाल भी किया था। उन्होंने पूछा, 'क्या ये देसी गाय के हैं या फिर यैंकी गाय के?' इसके बाद लोगों ने तरह-तरह के कमेंट किए हैं। कई लोगों ने पोस्ट देखकर हैरानी जताई है, तो वहीं कई लोगों ने इसका जमकर मजाक भी उड़ाया है।
समर का ट्विटर पोस्ट
लोगों ने पोस्ट पर किए कमेंट्स
पोस्ट पर सोनाली रनाडे नाम की एक यूज़र ने लिखा, 'अमेरिका में इसे "गाय के गोबर की कुकीज़" के रूप में बाज़ार में लाना बेहतर है।' वहीं, एक अन्य ट्विटर यूज़र ने लिखा है, 'इसको देख के मैं दंग रह गया।' इसके अलावा एक अन्य यूज़र ने लिखा, 'धार्मिक उपयोग के लिए, हा हा।' जबकि, एक अन्य यूज़र ने समर के सवाल (देसी गाय का है या यैंकी गाय का?) का जवाब देते हुए ट्वीट किया, 'टेस्ट करो और देखो।'