अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे 145 भारतीय किए गए निर्वासित, पहुंचे दिल्ली
अमेरिका से निर्वासित किए गए 145 भारतीयों बुधवार सुबह दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचे। अमेरिका में अवैध रूप से रहने और वीजा नियमों का उल्लंघन करने के लिए इन भारतीयों को निर्वासित किया गया है। इससे पहले 23 अक्टूबर को भी अमेरिका ने इसी तरीके से 117 भारतीयों को निर्वासित किया था। वहीं उससे पहले 18 अक्टूबर को मैक्सिको ने अवैध रूप से रह रहे 311 भारतीयों को वापस भारत भेज दिया था।
फ्लाइट में कुछ बांग्लादेशी और श्रीलंकाई नागरिक भी
निर्वासित भारतीयों को लेकर आई स्पेशल फ्लाइट बांग्लादेश होते हुए बुधवार सुबह दिल्ली पहुंची। फ्लाइट में 145 भारतीयों के अलावा बांग्लादेश और श्रीलंका के कुछ नागरिक भी थे। निर्वासित किए गए ज्यादातर भारतीयों ने स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय एजेंट्स के जरिए अमेरिका में प्रवेश किया था, जिन्होंने उनसे अवैध तरीकों से अमेरिका में घुसाने का वादा किया था। वहीं कई भारतीय उनका वीजा खत्म होने के बाद भी अमेरिका में रह रहे थे।
निर्वासित भारतीयों का बनेगा रिकॉर्ड
मामले से संबंधित एक अधिकारी ने 'हिंदुस्तान टाइम्स' को बताया, "हमें जानकारी दी गई है कि फ्लाइट में कुछ बांग्लादेशी और श्रीलंकाई नागरिक भी है। निर्वासित किए गए ज्यादातर लोग 20 से 35 साल की उम्र के हैं। उन्हें अमेरिका से भारत के एक बार के सफर के लिए आपातकालीन प्रमाणपत्र दिया गया था।" अधिकारी ने बताया कि उनका रिकॉर्ड बनाया जाएगा और कागजी कार्रवाई की भी जरूरत होगी।
भारत से काम करने वाले एजेंट्स का लगाया जाएगा पता
भारतीयों को अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश दिलाने का वादा करने वाले एजेंट्स पर भी कार्यवाही की जा सकती है। अधिकारी ने कहा, "हमने पहले भी देखा है कि ऐसे एजेंट्स किसी व्यक्ति को अमेरिका में प्रवेश दिलाने के लिए 10-15 लाख रुपये देते हैं। हम भारत से काम कर रहे ऐसे एजेंट्स का भी पता लगाने की कोशिश करेंगे। चूंकि वो अलग-अलग राज्यों से हैं, इसलिए कुछ भी पुख्ता मिलने पर वहां की पुलिस को सूचना दी जाएगी।"
पहले भी अमेरिका और मैक्सिको कर चुके हैं भारतीयों को निर्वासित
बता दें कि इससे पहले अमेरिका ने 23 अक्टूबर को भी 117 भारतीयों को निर्वासित किया था। वहीं मैक्सिको ने 18 अक्टूबर को 311 भारतीयों को निर्वासित करके भारत भेज दिया था। ये भारतीय अमेरिका में प्रवेश के लिए मैक्सिको में अवैध रूप से रह रहे थे। इन्हें भी एजेंट्स ने अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश दिलाने का वादा किया था और इसके लिए उनसे प्रति व्यक्ति 25-30 लाख रुपये लिए गए थे।
पंजाब से थे ज्यादातर निर्वासित भारतीय
मैक्सिको से निर्वासित भारतीयों में ज्यादातर पंजाब से थे। उनके पास मैक्सिको में रुकने के लिए पर्याप्त दस्तावेज नहीं थे और वो अवैध रूप से देश में रह रहे थे। उन्हें मैक्सिको के अलग-अलग इलाकों से पकड़ा गया था।
अवैध प्रवेश को लेकर अमेरिका और मैक्सिको में रहता है तनाव
बता दें कि अमेरिका और मैक्सिको में दोनों देशों की साझा सीमा से लोगों के अमेरिका में अवैध प्रवेश को लेकर तनाव बना रहता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की दोनों देशों की सीमा पर दीवार बनाने की योजना भी है। जून में उन्होंने धमकी देते हुए कहा था कि अगर मैक्सिको ने अपने देश की सीमा से अमेरिका में घुसने वाले लोगों पर लगाम नहीं लगाई तो वह देश से होने वाले सभी आयातों पर सीमा शुल्क लगा देंगे।