#NewsBytesExplainer: कौन हैं अजय बंगा, जिन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति ने विश्व बैंक प्रमुख के लिए नामांकित किया?
भारतीय मूल के अजय बंगा विश्व बैंक के अगले प्रमुख बन सकते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने उन्हें इस पद के लिए नामांकित किया है। वो विश्व बैंक प्रमुख के पद के लिए नामांकित होने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति हैं। व्हाइट हाउस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि अजय बंगा इस महत्वपूर्ण समय में विश्व बैंक का नेतृत्व करने के लिए एकदम सही विकल्प हैं। आइए उनके बारे में विस्तार से जानते हैं।
पुणे में हुआ था बंगा का जन्म
अजय बंगा का जन्म 10 नवंबर, 1959 को महाराष्ट्र के पुणे में एक सैनिक परिवार में हुआ था। उनके पिता हरभजन सिंह बंगा भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट जनरल थे। जालंधर और शिमला से स्कूली पढ़ाई के बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में स्नातक की डिग्री ली। उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM) अहमदाबाद से MBA किया है। पढ़ाई पूरी होने के बाद उन्होंने पेशेवर करियर की शुरुआत नेस्ले इंडिया में बतौर मैनेजमेंट ट्रेनी की थी।
भारत में पिज्जा हट और KFC की लॉन्चिंग में निभाई बड़ी भूमिका
नेस्ले इंडिया में बंगा ने 13 साल काम किया। इस दौरान वे मैनेजमेंट ट्रेनी से मैनेजर बन गए। इसके बाद वे पेप्सिको से जुड़े। 1990 के दशक में शुरू हुए उदारीकरण के दौर में बंगा ने पिज्जा हट और KFC जैसी बाहरी कंपनियों के भारत में पैर जमाने में अहम भूमिका निभाई। 1996 में वे सिटी ग्रुप के मार्केटिंग प्रमुख बने। 4 साल बाद ही उन्हें सिटी ग्रुप के वित्त विभाग का प्रमुख बना दिया गया।
2016 में मिला पद्मश्री सम्मान
बंगा 2009 में मास्टर कार्ड के CEO बने और 12 साल तक इस पद पर रहे। उन्होंने वीजा जैसी दिग्गज प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के सामने मास्टर कार्ड का नेतृत्व किया, जिसकी बिजनेस जगत में खूब सराहना भी हुई। 2016 में भारत सरकार ने बंगा को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया। फॉर्च्यून मैग्जीन ने 2012 में बंगा को 'शक्तिशाली उद्योगपति' के तौर पर चुना था। उनके भाई मानविंदर सिंह बंगा हिंदुस्तान यूनिलीवर में चेयरमैन रह चुके हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने बंगा को क्यों किया नामांकित?
अजय बंगा के चयन के पीछे बड़ी वजह ये है कि उन्हें अमेरिकी सरकार के साथ काम करने का अनुभव है। ओबामा सरकार ने उन्हें साइबर सुरक्षा बढ़ाने वाले एक आयोग का सदस्य चुना था। इसके अलावा फरवरी, 2015 में उन्हें व्यापार नीति पर अमेरिकी राष्ट्रपति की सलाहकार परिषद में भी शामिल किया था। वे अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ मध्य अमेरिका पर बनी एक समिति में बतौर उपाध्यक्ष काम कर चुके हैं।
बंगा के नामांकन का विरोध क्यों हो रहा है?
विश्व बैंक के प्रमुख के तौर पर बंगा के नामांकन का जर्मनी ने विरोध किया है। जर्मनी का कहना है कि जब से विश्व बैंक बना है, तब से कोई भी महिला इसकी प्रमुख नहीं बनी है, इसलिए किसी महिला को नामांकित किया जाए। आलोचकों का कहना है कि बंगा के पास निजी क्षेत्र की कंपनियों में काम करने का अनुभव है, जबकि विश्व बैंक कोई निजी कंपनी नहीं है, इसलिए बंगा को इसका प्रमुख बनाना सही कदम नहीं होगा।
भारत-अमेरिका संबंधों पर बंगा की क्या राय?
अजय बंगा भारत और अमेरिका के बीच घनिष्ठ संबंधों के प्रबल समर्थक रहे हैं। 2019 में उन्होंने कहा था कि दुनिया को भारत-अमेरिका जैसे रणनीतिक संबंधों के प्रतिनिधित्व वाले महागठबंधन की जरूरत है और इसमें दुनिया के दोनों बड़े लोकतंत्र अहम भूमिका निभा सकते हैं।
क्या काम करता है विश्व बैंक?
विश्व बैंक की स्थापना दूसरे विश्व युद्ध के बाद की गई थी। इसका उद्देश्य कमजोर देशों की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए उन्हें वित्तीय सहायता देना है। गठन के समय इसमें 38 देश थे, लेकिन वर्तमान में 187 देश इसके सदस्य हैं। फिलहाल स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे मामलों पर विश्व बैंक रिसर्च भी करता है। इस समय विश्व बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री का पद भी भारतीय मूल के इंदरमीत गिल के पास है।