अमेरिका ने अलकायदा प्रमुख अल-जवाहिरी को मारने के ऑपरेशन को कैसे अंजाम दिया?
अमेरिका ने शनिवार रात अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एयरस्ट्राइक कर अलकायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी को मार गिराया। ड्रोन के जरिए उसके घर पर दो मिसाइलें दागी गईं जिसमें उसकी मौत हो गई। हमले के समय जवाहिरी अपने घर की बालकनी पर था। ओसाना बिन लादेन की मौत के बाद यह अलकायदा को सबसे बड़ा झटका है। आइए जानते हैं कि कैसे अमेरिका ने जवाहिरी के ठिकाने की पहचान की और कैसे इस खुफिया अभियान को अंजाम दिया गया।
अफगानिस्तान में अलकायदा की मौजूदगी पर नजर रख रहा था अमेरिका
अमेरिकी अधिकारियों ने गोपनीयता की शर्त पर अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि अमेरिकी सरकार को सालों से जवाहिरी का समर्थन करने वाले नेटवर्क की जानकारी थी और पिछले साल अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद से देश में अलकायदा की मौजूदगी पर नजर रखी जा रही थी। इस साल की शुरूआत में अधिकारियों को पता चला कि जवाहिरी की पत्नी, उसके बेटी और बेटी के बच्चे काबुल स्थित एक सेफ हाउस में रहने लगे हैं।
खुफिया सूचना के बाद हुई जवाहिरी के भी सेफ हाउस में छुपे होने की पुष्टि
अधिकारियों ने बाद में इसी सेफ हाउस में जवाहिरी की भी पहचान की। इसके बाद अगले कुछ महीनों तक और सूचना एकत्रित की गई, जिसके बाद खुफिया अधिकारियों का विश्वास बढ़ गया कि सेफ हाउस में रह रहा शख्स अलकायदा प्रमुख अल-जवाहिरी ही है। अप्रैल की शुरूआत से उन्होंने शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी सूचना देना शुरू कर दिया और अंत में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जैक सुलिवन ने राष्ट्रपति जो बाइडन को सूचित किया।
सेफ हाउस से बाहर नहीं निकलता था जवाहिरी
अधिकारियों ने बताया कि सेफ हाउस में आने के बाद जवाहिरी इससे बाहर नहीं जाता था और केवल घर की बालकनी पर ही दिखता था। अधिकारियों ने सेफ हाउस के निर्माण और प्रकृति और इसमें रह रहे लोगों की भी जांच-पड़ताल की ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि अमेरिकी अभियान में केवल जवाहिरी ही मारा जाए और घर या इसमें रह रहे नागरिकों और जवाहिरी के परिजनों को कोई नुकसान नहीं पहुंचे।
बाइडन ने की कई बैठकें, 1 जुलाई को दी गई प्रस्तावित ऑपरेशन की जानकारी
सारे पहलुओं की जांच के बाद राष्ट्रपति बाइडन ने हालिया हफ्तों में अपने प्रमुख सलाहकारों और कैबिनेट सदस्यों के साथ कई बैठकें कीं जिनमें आगे की कार्रवाई पर विचार-विमर्श किया गया। 1 जुलाई को अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA के निदेशक विलियम बर्न्स और कैबिनेट सदस्यों ने व्हाइट हाउस के सिचुएशन रूम में बाइडन को प्रस्तावित ऑपरेशन की जानकारी दी। बैठक में बाइडन ने घर से लेकर मौसम तक, अभियान पर असर डालने वाली हर चीज के बारे में सवाल पूछे।
25 जुलाई को बाइडन ने दी एयरस्ट्राइक की मंजूरी
25 जुलाई को बाइडन ने मुद्दे पर आखिरी बैठक बुलाई जिसमें उन्हें फिर से सारी चीजों की सूचना दी गई। इसके अलावा इस बात पर भी चर्चा की गई कि काबुल में जवाहिरी को मारने पर तालिबान के साथ संबंधों पर क्या असर पड़ेगा। वहीं वरिष्ठ इंटर-एजेंसी वकीलों ने कानूनी पक्ष की जांच के बाद कहा कि अलकायदा प्रमुख होने के नाते जवाहिरी एक वैध निशाना है। सारे पहलुओं पर विचर-विमर्श के बाद बाइडन ने एयरस्ट्राइक की मंजूरी दे दी।
अमेरिका समयानुसार शनिवार रात को दिया गया ऑपरेशन को अंजाम
अधिकारियों के अनुसार, पूर्वी मानक समय (ET) के अनुसार शनिवार रात 9:48 बजे और अफगानिस्तान के समयानुसार रविवार अंधेरे सुबह बालकनी पर खड़े अयमान अल-जवाहिरी पर दो मिसाइलें दागी गईं। हमले में अन्य किसी को चोट नहीं आई और न ही घर को नुकसान पहुंचा।
हमले में कौन सी मिसाइलें इस्तेमाल की गईं?
हमले में जवाहिरी के घर को कोई नुकसान नहीं पहुंचने के कारण अनुमान लगाया जा रहा है कि अमेरिका ने ऑपरेशन में हेलफायर R9X मिसाइलों का इस्तेमाल किया। यह एक नया और सीक्रेट हथियार है। इसमें विस्फोटक नहीं होते, बल्कि छह रेजर जैसे ब्लेड लगे होते हैं जो अपने टारगेट को चीरते हुए निकल जाते हैं। यह मिसाइल फटती नहीं है। मार्च, 2017 में अलकायदा के एक अन्य शीर्ष नेता को मारने के लिए इसका पहली बार इस्तेमाल हुआ था।