विश्व बैंक की अगली अध्यक्ष बन सकती हैं डोनाल्ड ट्रम्प की बेटी इवांका, नेपोटिज़्म को बढ़ावा?
विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम ने हाल ही में घोषणा करते हुए कहा था कि वह जनवरी महीने के अंत तक अपना पद छोड़ देंगे। इसके बाद से ही विश्व बैंक के नए अध्यक्ष के बारे में लगातार कयास लगाए जा रहे हैं। इस रेस में सबसे बड़ा नाम है अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की बेटी इवांका ट्रम्प। वर्तमान ट्रेजरी ऑफिसर डेविड मलपास और पूर्व राजदूत निक्की हेली के अलावा इवांका भी पद की रेस में है।
ट्रम्प की बेटी होना सबसे बड़ी योग्यता
अगर विश्व बैंक संभालने के लिए इवांका की योग्यताओं की बात करें तो अभी वह व्हाटस हाउस सलाहकार हैं और ट्रम्प का काम देखती हैं। उन्हें ट्रम्प के कारोबार और अपनी खुद की फैशन मैगजीन का बिजनेस संभालने का अनुभव भी है। लेकिन एक तथ्य, जो उनकी उम्मीदवारी को सबसे मजबूत करता है, वह ये कि वह राष्ट्रपति ट्रम्प की बेटी हैं। विश्व बैंक में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी होने के कारण इसका अध्यक्ष चुनने में अमेरिका की हमेशा चलती है।
जिसे चाहता है, उसे विश्व बैंक अध्यक्ष बनाता है अमेरिका
अमेरिका के दबदबे का असर ये है कि अब तक विश्व बैंक के जितने भी अध्यक्ष रहे हैं, सभी अमेरिकी उम्मीदवार थे। किम को भी बराक ओबामा ने नामित किया था और वह बैंक के इतिहास में पहले ऐसे अमेरिकी उम्मीदवार थे जिसे अध्यक्ष बनने के लिए चुनाव लड़ना पड़ा। ये तथ्य यह स्थापित करने के लिए काफी हैं कि इवांका की उम्मीदवारी और उनका विश्व बैंक अध्यक्ष बनना, बहुत हद तक उनके पिता ट्रम्प पर निर्भर करता है।
हर पद के लिए बेटी का नाम आगे करते हैं ट्रम्प
ट्रम्प का इवांका के प्रति लगाव किसी से छुपा नहीं है। इवांका को अपना सलाहकार बनाने के अलावा ट्रम्प लगभग हर पद के लिए उनका नाम आगे करते हैं, भले ही वह इसके लिए बेहतर उम्मीदवार न हो। खबरों के अनुसार, उन्होंने अपनी बेटी को UN में अमेरिकी राजदूत बनाने का भी सोचा था। पिछले साल मार्च में रेक्स टिलरसन के विदेश मंत्री के पद से हटाने के बाद वह कुछ समय के लिए कार्यवाहक विदेश मंत्री भी रही थीं।
सब कुछ ट्रम्प के हाथ में नहीं
2017 में हेमबर्ग में हुए जी-20 सम्मेलन में भी इवांका ने ट्रम्प की जगह हिस्सा लिया था। ट्रम्प के इसी रवैये के कारण उनपर भाई-भतीजावाद (नेपोटिज़्म) को बढ़ावा देने के आरोप लगते हैं। लेकिन अध्यक्ष चुनना पूरी तरह से ट्रम्प के हाथ में भी नहीं है। अंतिम निर्णय बैंक का निदेशक बोर्ड लेता है। बता दें कि मौजूदा अध्यक्ष किम का अभी 3 साल का कार्यकाल बाकी था, लेकिन वह जलवायु परिवर्तन पर ट्रंप की नीतियों से खुश नहीं हैं।
क्या है विश्व बैंक और यह क्या काम करता है?
विश्व बैंक की स्थापना दूसरे विश्व युद्ध के समय साल 1944 में हुई थी। बैंक का मुख्य कार्य आर्थिक विकास को बढ़ावा देना और दुनिया से गरीबी घटाना है। यह विभिन्न देशों को विकास परियोजनाओं के लिए तकनीकी और आर्थिक सहायता प्रदान करता है। बैंक के इतिहास में अभी तक 12 अध्यक्ष रहे हैं। ये सभी अमेरिका से थे और पुरुष थे। अगर इवांका विश्व बैंक अध्यक्ष बनती हैं तो वह बैंक के इतिहास की पहली महिला अध्यक्ष होंगी।