कीव तक पहुंची रूसी सेना, यूक्रेन का दावा- रूस के 800 सैनिक मार गिराए
क्या है खबर?
यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध का आज दूसरा दिन है। रूस की सेना यूक्रेन की राजधानी कीव तक पहुंच गई है और यहां बने सरकारी दफ्तरों के पास गोलीबारी की खबरें आ रही हैं।
दूसरी तरफ यूक्रेन ने दावा किया है कि उसकी सेना रूस को मजबूती से मुकाबला कर रही है और आक्रमण की शुरुआत से लेकर अब तक उसने 800 दुश्मन सैनिकों को मार गिराया है।
आइये, युद्ध से जुड़े ताजा अपडेट जानते हैं।
यूक्रेन युद्ध
ब्रिटेन ने लगाया 450 सैनिकों की मौत का अनुमान
यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय का दावा है उसकी सेना ने रूस के 800 सैनिकों, सात लड़ाकू विमानों और छह हेलिकॉप्टरों को मार गिराया है और 30 टैंकों को नष्ट किया है। हालांकि, अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
वहीं ब्रिटेन के रक्षा सचिव ने अनुमान लगाया है कि अब तक रूस के 450 सैनिकों की मौत हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि रूस अभी तक यूक्रेन में अपने किसी बड़े लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाया है।
जमीनी स्थिति
तेजी से कीव की तरफ बढ़ रही रूसी सेना
राजधानी कीव की तरफ आ रही रूसी सेना को देखते हुए यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने अपने नागरिकों से सैन्य वाहनों की गतिविधि रिपोर्ट करने 'आक्रमणकारियों को निष्क्रिय' करने को कहा है।
बता दें कि यूक्रेनियन सेना कीव के कई बाहरी हिस्सों में रूस का मुकाबला कर रही है। जानकारी मिल रही है कि रूसी सेना ओबोलोन की तरफ से कीव के मध्य में जाने का प्रयास कर रही है और वह उत्तरी जिले तक पहुंच गई है।
दावा
रूस ने नष्ट किए यूक्रेन के 118 सैन्य ठिकाने
रूस ने दावा किया है कि उसकी सेना ने यूक्रेन के 118 सैन्य ठिकाने नष्ट कर दिए हैं और उसके पैराट्रूपर ने चर्नोबिल परमाणु ठिकाने को अपने कब्जे में ले लिया है।
ऐसी भी जानकारी है कि रूसी सैनिकों ने यूक्रेनियन सेना की वर्दी पहनकर सैन्य वाहनों पर कब्जा कर लिया है और अब उनमें सवार होकर कीव की तरफ बढ़ रहे हैं।
रूस के आगे बढ़ने के साथ ही कीव में एक बार सायरन की आवाज सुनाई दी है।
जानकारी
रूस ने ब्रिटिश विमानों के लिए एयरस्पेस बंद किया
यूक्रेन पर हमले के विरोध में ब्रिटेन ने रूस पर पाबंदियों का ऐलान किया है। इसमें से एक रूस की राष्ट्रीय एयरलाइन एयरोलॉफ्ट के विमानों का अपने एयरस्पेस में प्रवेश वर्जित करना भी शामिल था।
इसकी प्रतिक्रिया देते हुए रूस ने भी ब्रिटिश एयरलाइन के विमानों को अपने एयरस्पेस में आने और अपने हवाई अड्डों पर लैंडिंग से रोक दिया है। इसके बाद ब्रिटिश विमानों ने रूसी एयरस्पेस का इस्तेमाल बंद कर दिया है।