विश्व कप 2019: इंग्लैंड से लेकर अफगानिस्तान तक, जानिए सभी टीमों की मज़बूती और कमज़ोरी
क्रिकेट का सबसे बड़ा महाकुंभ ICC क्रिकेट विश्व कप 2019, 30 मई से इंग्लैंड एंड वेल्स में खेला जाएगा। क्रिकेट के इस सबसे बड़े टूर्नामेंट को और रोमांचित बनाने के लिए ICC ने इस बार इसका आयोजन राउंड रॉबिन फॉर्मेट में किया है। विश्व कप 2019 में 10 टीमें खिताब के लिए जंग लड़ेंगी। इसके साथ ही सभी 10 टीमें सिर्फ लीग राउंड में ही आपस में 9-9 मैच खेलेंगी। आइये जानते हैं सभी 10 टीमों की मज़बूती और कमज़ोरी।
भारतीय टीम की मज़बूती और कमज़ोरी
भारत को 2019 विश्व कप के खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। वनडे में पिछले चार सालों में लाजवाब प्रदर्शन ही टीम की सबसे मज़बूत कड़ी है। भारत ने पिछले विश्व कप के बाद से 86 वनडे खेले, जिसमें उसे 56 में जीत और 27 में हार मिली। साथ ही भारत की गेंदबाज़ी को सभी टीमों से मज़बूत माना जा रहा है। चार नंबर की टेंशन और तीन तेज़ गेंदबाज़ों के विकल्प भारत की कमज़ोरी लग रही है।
इंग्लैंड क्रिकेट टीम की कमज़ोरी और मज़बूती
2015 विश्व कप के बाद से वनडे क्रिकेट में जीत और हार के रेशियो में इंग्लैंड 73.68% के साथ पहले नंबर पर है। इसके साथ ही इंग्लैंड के सभी खिलाड़ी बेहतरीन फॉर्म में हैं और विश्व कप भी उनके घर में है। पिछले विश्व के बाद से इंग्लैंड ने 19 सीरीज़ खेली, जिसमें 14 सीरीज़ में उसने जीत दर्ज की। बल्लेबाज़ों का कुछ ज़्यादा अटैकिंग खेलना और विश्व कप में इंग्लैंड का खराब रिकॉर्ड उनकी कमज़ोरी लग रहा है।
ऑस्ट्रेलिया की मज़बूती और कमज़ोरी
डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ के आने से ऑस्ट्रेलियाई टीम काफी मज़बूत हो गई है। साथ ही ऑस्ट्रेलिया पिछले 11 विश्व कप में पांच बार खिताब जीत चुकी है। मज़बूत गेंदबाज़ी और इंग्लैंड के कंडीशंस भी ऑस्ट्रेलिया को सूट करेगा। लेकिन पिछले कुछ सालों में टीम का खराब प्रदर्शन करना उसकी कमज़ोर कड़ी लग रही है। लोवर ऑर्डर भी काफी कमज़ोर लग रहा है। पिछले चार साल में ऑस्ट्रेलिया ने 76 वनडे खेले, जिसमें 37 जीते और 36 हारे हैं।
पाकिस्तान की मज़बूती और कमज़ोरी
टॉप ऑर्डर में इमाम-उल-हक, फखर ज़मान और बाबर का बेहतरीन फॉर्म में होना पाकिस्तान की सबसे मज़बूत कड़ी है। साथ ही इंग्लैंड की पिचे भी पाक को सूट करती है। पाक ने 2009 टी-20 विश्व कप और 2017 चैंपियन ट्रॉफी भी इंग्लैंड में ही जीती थी। गेंदबाज़ी में मोहम्मद आमिर और हसन अली की फॉर्म टीम के लिए चिंता का विषय है। साथ ही शोएब मलिक ने भी पिछले कुछ वक्त से रन नहीं बनाए है।
न्यूज़ीलैंड की मज़बूती और कमज़ोरी
न्यूज़ीलैंड की सबसे बड़ी ताकत कप्तान केन विलियमसन और रॉस टेलर की जोड़ी है। साथ ही मार्टिन गप्टिल भी बेहतरीन फॉर्म में है। गेंदबाज़ी में ट्रेंट बोल्ट, टिम साउथी और लॉकी फर्ग्यूसन की तिकड़ी भी टीम की मज़बूत कड़ी है। कॉलिन मुनरो की खराब फॉर्म और टॉम लाथम की इंजरी टीम के लिए चिंता का विषय है। मुनरो ने पिछले काफी वक्त से वनडे में कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया है।
साउथ अफ्रीका की मज़बूती और कमज़ोरी
साउथ अफ्रीका के पास सबसे संतुलित 15 सदस्यीय टीम है। टीम में डूप्लेसिस, डिकॉक, आमला और मिलर जैसे बल्लेबाज़ हैं, तो रबाडा, नगिदी और स्टेन जैसे गेंदबाज़। जो टीम को मज़बूती प्रदान करते हैं। चोकर्स के टैग के कारण टीम को संभल कर खेलना होगा और अपने आपको साबित करना होगा। बाकी इस टीम की कोई और कमज़ोरी नहीं दिख रही है। आमला की फॉर्म चिंता का विषय था, लेकिन वॉर्म-अप मैच में वह भी लय में दिख रहे हैं।
बांग्लादेश की मज़बूती और कमज़ोरी
तमीम इकबाल, मुशफिकुर रहीम और नंबर वन ऑलराउंडर शाकिब-अल-हसन बांग्लादेश क्रिकेट टीम की सबसे बड़ी ताकत हैं। गेंदबाज़ी में मशरफे मुर्तजा और मुसताफिजुर रहमान भी टीम की मज़बूत कड़ी हैं। पिछले चार साल में बांग्लादेश ने 61 वनडे में से 32 में जीत दर्ज की और उसका जीत प्रतिशत ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान से बेहतर है। क्लोज मैचों में टीम का प्रेशर न झेल पाना और बल्लेबाज़ों के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी टीम की कमज़ोर कड़ी है।
वेस्टइंडीज की मज़बूती और कमज़ोरी
क्रिस गेल, आंद्रे रसेल और कप्तान जेसन होल्डर वेस्टइंडीज की सबसे बड़ी ताकत हैं। इसके साथ ही सलामी बल्लेबाज़ शाई होप की मौजूदा फॉर्म भी टीम को काफी बूस्ट करेगी। टीम में ऑलराउंडर खिलाड़ियों का अच्छा तालमेल है। स्पिन विभाग टीम की सबसे कमज़ोर कड़ी है। टीम में एश्ले नर्स के रूप में एक मात्र स्पिनर है। वहीं अन्य टीमें दो स्पिनर्स के साथ इंग्लैंड गई हैं। इसके साथ ही वनडे में भी टीम टी-20 की तरह खेलती है।
श्रीलंका की मज़बूती और कमज़ोरी
महेला जयावर्धने, तिलकरत्ने दिलशान और कुमार संगाकारा के संन्यास लेने के बाद से श्रीलंका ने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में काफी खराब प्रदर्शन किया है। 2019 विश्व कप में एंजलो मैथ्यूज़, कुसल परेरा और थिसारा परेरा टीम की मज़बूत कड़ी होंगे। इस टीम की कई कमज़ोर कड़ी हैं। मिडल में भरोसेमंद बल्लेबाज़, ऑलराउंडर और सलामी बल्लेबाज़ों के प्रदर्शन में निरंतरता का न होना टीम की सबसे कमज़ोर कड़ी है। टीम में आत्मविश्वास की भी काफी कमी है।
अफगानिस्तान की मज़बूती और कमज़ोरी
राशिद खान, मोहम्मद नबी और मुजीब-उर-रहमान की तिकड़ी अफगानिस्तान की सबसे बड़ी ताकत है। साथ ही टीम में सलामी बल्लेबाज़ के रूप में हजरतुल्लाह जजई और मोहम्मद शहजाद जैसे शानदार खिलाड़ी भी हैं। वैसे इस टीम की कमज़ोर कड़ी कुछ नहीं है, क्योंकि इनके पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है। लेकिन फिर भी इंग्लैंड की कंडीशंस को देखते हुए तेज़ गेंदबाज़ी टीम की कमज़ोर कड़ी लग रही है।