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भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट में ये रहे इंग्लैंड की हार के प्रमुख कारण

भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट में ये रहे इंग्लैंड की हार के प्रमुख कारण

लेखन Neeraj Pandey
Feb 16, 2021
02:56 pm

क्या है खबर?

चेन्नई में खेले गए दूसरे टेस्ट में भारत ने इंग्लैंड को 317 रनों की करारी शिकस्त दी है। इस हार के साथ ही इंग्लैंड ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में अपना पहला स्थान भी गंवा दिया है। भारतीय टीम बड़ी जीत के साथ टेस्ट चैंपियनशिप अंक तालिका में दूसरे स्थान पर आ गई है और फाइनल में जाने की अपनी उम्मीदों को मजबूत कर लिया है। आइए जानते हैं वो बातें जो इंग्लैंड की इस हार का कारण रही।

#1

इंग्लिश टीम को अतिउत्साहित होना पड़ा भारी

इंग्लैंड ने दूसरे टेस्ट की प्लेइंग इलेवन में चार बदलाव किए थे। इन बदलावों में एक पहले से निश्चित और एक अनफिट खिलाड़ी के कारण हुआ था। हालांकि, पिछले मैच में जबरदस्त गेंदबाजी करने वाले जेम्स एंडरसन को भी आराम दे दिया गया। एंडरसन की जगह टीम में आए स्टुअर्ट ब्रॉड ने मैच में कुल 20 ही ओवर फेंके और उन्हें एक भी सफलता नहीं मिली। पिछले मैच में अच्छा प्रदर्शन करने वाले डॉम बेस को भी बाहर बैठाया गया।

#2

टॉप आर्डर ने दिया धोखा

इंग्लैंड ने पहली पारी में अपने पहले चार विकेट 39 और दूसरी पारी में 66 के स्कोर पर गंवा दिए थे। पहली पारी में तो पारी की तीसरी ही गेंद पर रोरी बर्न्स चलते बने थे। लगातार दोनों पारियों में टॉप आर्डर के फेल रहने का ही नतीजा है कि इंग्लैंड को इतनी बड़ी हार झेलनी पड़ी है। इंग्लिश टीम के दोनों ओपनर्स स्पिनर्स को समझने में नाकाम रहे।

#3

इंग्लिश बल्लेबाजों ने की जल्दबाजी

पूरे मैच के दौरान देखने को मिला कि गेंद 30 ओवर पुरानी होने के बाद इतनी ज्यादा हरकत नहीं कर रही थी और रन बनाना आसान हो जा रहा था, लेकिन इंग्लिश बल्लेबाजों ने काफी जल्दबाजी की। दोनों ही पारियों में इंग्लैंड की आधी टीम 30 ओवर तक पवेलियन लौट गई थी। इंग्लिश बल्लेबाजों ने स्वीप शॉट का काफी ज्यादा प्रयोग किया और इसी चक्कर में अपने विकेट गंवाए।

#4

फील्डिंग ने भी किया इंग्लैंड का नुकसान

पहली पारी में रोहित शर्मा जब 30 के स्कोर पर भी नहीं पहुंचे थे तब जैक लीच ने एक सुंदर मौका बनाया था, लेकिन इंग्लैंड उसे भुना नहीं सका था। इसका खामियाजा उन्हें लगभग 130 रनों से भुगतना पड़ा। दूसरी पारी में बेन स्टोक्स ने अश्विन का कैच उस वक्त टपकाया जब वह 29 के स्कोर पर बल्लेबाजी कर रहे थे। 61 के स्कोर पर अश्विन को एक और जीवनदान मिला था।