भारत बनाम इंग्लैंड: चेपक स्टेडियम में इंग्लैंड के बल्लेबाजों के पांच यादगार प्रदर्शन
भारत और इंग्लैंड के बीच 05 फरवरी से होने वाली टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मुकाबले चेन्नई के चेपक स्टेडियम में होने हैं। साल 1934 में इस मैदान में अपना पहला टेस्ट खेलने वाली इंग्लैंड की टीम ने अब तक यहां नौ मैच खेले हैं, जिसमें से सिर्फ तीन में जीत हासिल की है। इस दौरान कई इंग्लिश खिलाड़ियों ने चेपक में यादगार प्रदर्शन किया है। आइए उन पर एक नजर डालते हैं।
जब सिरिल वाल्टर्स बने चेन्नई में पहले शतकवीर
पहली बार इंग्लैंड ने 1933-34 में भारत का दौरा किया था और तीन मैचों की सीरीज को 2-0 से जीता था। चेन्नई के चेपक स्टेडियम में तीसरा टेस्ट खेला गया, जिसमें इंग्लिश बल्लेबाज सिरिल वाल्टर्स ने शतक लगाया और मेहमान टीम ने 202 रनों के बड़े अंतर से मैच जीता था। पहली पारी में 59 रन बनाने वाले वाल्टर्स ने दूसरी पारी में 102 रन बनाए थे। उन्होंने दूसरी पारी में टीम के 39 प्रतिशत रन बनाए थे।
जब माइक गैटिंग ने लगाया दोहरा शतक
साल 1984-85 में इंग्लैंड की टीम ने पांच मैचों की सीरीज में भारत को 2-1 से हराया था। चेन्नई में सीरीज का चौथा टेस्ट खेला गया था, जिसकी पहली पारी में गैटिंग ने 20 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 207 रन बनाए थे। यह उनके करियर का इकलौता दोहरा शतक साबित हुआ। इंग्लैंड ने गैटिंग की पारी की बदौलत यह मैच नौ विकेट से जीता था। यह इंग्लैंड की चेन्नई में आखिरी जीत थी।
ग्रीम फाउलर ने भी लगाया दोहरा शतक
गैटिंग के अलावा उस टेस्ट में इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज ग्रीम फाउलर ने भी दोहरा शतक लगाया था। चेन्नई में खेले गए उस मैच में फाउलर ने 201 रनों की पारी खेली थी। फाउलर और गैटिंग के बीच दूसरे विकेट के लिए 241 रनों की बड़ी साझेदारी भी हुई थी। इसके साथ ही चेन्नई एकमात्र ऐसा मैदान बना, जिसमें एक ही टेस्ट पारी में दो इंग्लिश खिलाड़ियों ने दोहरे शतक लगाए हों।
जब मुश्किल परिस्थितियों में लेविस ने लगाया शतक
साल 1993 में इंग्लैंड की टीम को तीन मैचों की सीरीज में 0-3 से शिकस्त झेलनी पड़ी थी। सीरीज का दूसरा टेस्ट चेपक स्टेडियम में खेला गया, जिसमें इंग्लिश ऑलराउंडर क्रिस लेविस ने यादगार प्रदर्शन किया। दूसरी पारी में मुश्किल परिस्थितियों (88/5) में बल्लेबाजी करने आए लेविस ने 140 गेंदों में 117 रनों की पारी खेलकर स्कोर 252 तक पहुंचाया था। हालांकि, इंग्लैंड की टीम ने वो टेस्ट पारी और 22 रनों से गंवाया था।
स्ट्रॉस ने लगाए दोनों पारियों में शतक
साल 2008 में दो मैचों की टेस्ट सीरीज को भारत ने 1-0 से जीता था। सीरीज का दूसरा टेस्ट चेपक स्टेडियम में खेला गया, जिसकी दोनों पारियों में एंड्रयू स्ट्रॉस ने शतक लगाया था। सलामी बल्लेबाज स्ट्रॉस ने पहली पारी में 122 रन, जबकि दूसरी पारी में 108 रन बनाए थे। इंग्लैंड ने भारत को 387 रनों का लक्ष्य दिया था, जिसे भारत ने चार विकेट खोकर हासिल कर लिया था।