भारत बनाम इंग्लैंड: लार पर लगे बैन से गेंदबाजी में हो रही परेशानी- बुमराह
क्या है खबर?
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज की शुरुआत शुक्रवार को चेन्नई टेस्ट से हो गई है। मैच के पहले दिन मेहमान बल्लेबाजों के सामने भारतीय गेंदबाज बेदम नजर आए।
शुरुआती दिन के खेल की समाप्ति के बाद जसप्रीत बुमराह का मानना है कि लार पर लगे प्रतिबंध के बाद गेंदबाजों के लिए परेशानी बड़ी है।
बता दें कि कोरोना के बाद से गेंद पर लार नहीं लगाने का नियम बना है।
आइए जानते हैं बुमराह ने क्या कहा है।
बयान
गेंदबाज के पास गेंद को चमकाने के लिए बहुत कम विकल्प हैं- बुमराह
बुमराह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "गेंद कुछ समय बाद नरम पड़ने लगी थी जबकि विकेट सपाट था, जिससे गेंदबाजों को उछाल नहीं मिल रही थी। आपके पास गेंद को चमकाने के लिए बहुत कम विकल्प हैं। हम सीमित विकल्पों के बीच रास्ते तलाशने की कोशिश कर रहे हैं।"
पहले दिन चेपक की सपाट पिच पर मेहमान बल्लेबाजों ने जमकर रन बटोरे दूसरी तरफ भारतीय गेंदबाज कुछ कमाल नहीं कर सके थे।
परेशानी
लार के बिना गेंदबाजी हुई मुश्किल- बुमराह
बुमराह का मानना है कि लार के इस्तेमाल के बिना गेंद की चमक को बनाए रखना गेंदबाज के सामने चुनौती बना हुआ है।
उन्होंने आगे कहा, "हां यह तब मुश्किल बन जाता है जब गेंद नरम हो जाती है और कोरोना के नियमों के कारण आप उसे चमका नहीं सकते हो। हम लार का उपयोग नहीं कर सकते हैं और तब गेंद की चमक बनाए रखना बेहद मुश्किल होता है।"
बयान
पसीने से गेंदबाज को पर्याप्त मदद नहीं मिलती- बुमराह
पहले दिन दो विकेट हासिल करने वाले बुमराह का मानना है कि पसीने से गेंदबाज को फायदा नहीं हो रहा है।
उन्होंने आगे कहा, "भारत में गेंद आसानी से खुरदुरी हो जाती है। इसलिए आपको उसका एक हिस्सा चमकाना पड़ता है लेकिन पसीने से ऐसा संभव नहीं है। आप पसीने से एक हिस्से को भारी नहीं कर सकते और इससे फायदा नहीं पहुँचता है। लेकिन यह नियम हैं और हमें इसके अनुसार ही आगे बढ़ना होगा।"
उपलब्धि
बुमराह ने हासिल किया ये मुकाम
चेपक टेस्ट में खेलते ही बुमराह ने विदेश में सबसे अधिक टेस्ट खेलने के बाद घर में टेस्ट डेब्यू करने का भारतीय रिकॉर्ड बनाया है।
इससे पहले यह रिकॉर्ड जवागल श्रीनाथ के नाम था, जिन्होंने अपने डेब्यू के बाद से 12 टेस्ट विदेशों में खेलने के बाद भारत में मैच खेला था।
वहीं उन्होंने वेस्टइंडीज के डेरेन गंगा के रिकॉर्ड की भी बराबरी की, जिन्होंने 17 टेस्ट विदेश में खेलने के बाद 18वां मैच अपने घर पर खेला था।