
रोहित शर्मा और विराट कोहली की अनुपस्थिति भारत के टेस्ट प्रदर्शन को कैसे प्रभावित करेगी?
क्या है खबर?
रोहित शर्मा टेस्ट से संन्यास ले चुके हैं। इंग्लैंड के खिलाफ विराट कोहली का खेलना भी मुश्किल लग रहा है।
ऐसे में इन दिग्गजों की गैरमौजूदगी भारतीय टेस्ट टीम के संतुलन और मनोबल पर गहरा असर डाल सकती है।
जहां रोहित की कप्तानी और मजबूत शुरुआत टीम को स्थिरता देती थी, वहीं कोहली का आक्रामक तेवर और मध्यक्रम में उनका अनुभव मैच का रुख बदलता था।
इनकी अनुपस्थिति युवाओं के लिए एक अवसर जरूर है, लेकिन इनकी भरपाई मुश्किल होगी।
अनुभव
अनुभवहीन नजर आएगा भारत का बल्लेबाजी क्रम
रोहित और कोहली के बाहर होने से टीम का शीर्षक्रम और मध्यक्रम दोनों अब अनुभवहीन नजर आएगा।
यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, साई सुदर्शन, सरफराज खान और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ी अब नियमित खेल सकते हैं। ये सभी प्रतिभाशाली हैं, लेकिन इनके पास रोहित और कोहली जैसा अनुभव नहीं है।
दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसी मुश्किल जगहों पर ये बड़ी चुनौती हो सकती है। टेस्ट क्रिकेट में लंबी पारियां खेलना अब इनके लिए असली अग्निपरीक्षा होगी।
कप्तान
टीम को एक बेहतर कप्तान की तलाश होगी
रोहित और कोहली की गैरमौजूदगी से भारतीय टीम को नेतृत्व संकट का सामना करना पड़ सकता है।
रोहित एक सफल कप्तान रहे हैं, जबकि कोहली ने आक्रामक अंदाज में टीम को आगे बढ़ाया और ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज़ जीतने वाले पहले एशियाई कप्तान भी बने थे।
अब टीम को कठिन हालात में सशक्त मार्गदर्शन की कमी खल सकती है। BCCI गिल को टेस्ट कप्तान और ऋषभ पंत को उपकप्तान बनाने पर विचार कर रहा है।
बदलाव
बड़े बदलाव के दौर से गुजरेगी टीम
भारत को जून से इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की सीरीज में बड़ी चुनौती का सामना करना है, जो नए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) चक्र की शुरुआत भी होगी।
पिछले 3 बार से टीम फाइनल जीतने में नाकाम रही है। अब जब कोहली, रविंद्र जडेजा और मोहम्मद शमी जैसे अनुभवी खिलाड़ी करियर के अंतिम पड़ाव पर हैं और रोहित-रविचंद्रन अश्विन संन्यास ले चुके हैं।
टीम इस बदलाव में कैसे बेहतर प्रदर्शन करती है इसपर सभी की नजरें रहेंगी।