टी-20 विश्व कप 2021 की महत्वपूर्ण बातों पर एक नजर
बीते रविवार को टी-20 विश्व कप 2021 के खिताब को ऑस्ट्रेलिया ने जीत लिया। दुबई में खेले गए फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड के खिलाफ आठ विकेट से जीत हासिल की। मिचेल मार्श और डेविड वार्नर की शानदार पारियों की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने 173 के स्कोर का सफलतापूर्वक पीछा किया। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपना पहला टी-20 विश्व कप खिताब जीता है। इस विश्व कप की महत्वपूर्ण बातों पर एक नजर डालते हैं।
टी-20 विश्व कप जीतने वाली छठी अलग टीम बनी ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया टी-20 विश्व कप जीतने वाली छठी अलग टीम बन गई है। इससे पहले वेस्टइंडीज (2016 और 2012), श्रीलंका (2014), इंग्लैंड (2010), पाकिस्तान (2009) और भारत (2007) खिताब जीत चुके हैं। बता दें ऑस्ट्रेलिया ने टी-20 विश्व कप के फाइनल में दूसरी बार प्रवेश किया था। इससे पहले वे 2010 में इंग्लैंड से फाइनल हारने के बाद उपविजेता रहे थे। उस विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी माइकल क्लार्क कर रहे थे।
लगातार पांच दशकों में विश्व कप जीतने वाला देश बना ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया लगातार पांच दशकों (वनडे: 1987, 1999, 2003, 2007 और 2015, टी-20 अंतरराष्ट्रीय: 2021) में विश्व कप प्रतियोगिता जीतने वाली पहली टीम है। दूसरी ओर न्यूजीलैंड 2021 में अपनी दूसरी ICC ट्रॉफी जीतने से चूक गया है।
न्यूजीलैंड के लिए अच्छा रहा टूर्नामेंट
भले ही न्यूजीलैंड खिताब नहीं जीत सका हो लेकिन उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया है। विलियमसन की अगुवाई वाली कीवी टीम ग्रुप-2 में पाकिस्तान और भारत जैसे मजबूत देशों के साथ मौजूद थी। हालांकि, न्यूजीलैंड को फाइनल तक पहुंचने के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ा था। उन्होंने सेमीफाइनल में मजबूत इंग्लैंड पर रोमांचक जीत दर्ज थी। सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से डेरिल मिचेल ने शानदार अर्धशतकीय पारी खेली थी।
ICC नॉकऑउट मुकाबलों में न्यूजीलैंड के खिलाफ पांचवी बार जीता ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया ने ICC स्पर्धाओं के नॉकआउट में न्यूजीलैंड को पांचवीं बार हराया है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने 1996 में विश्व कप (वनडे) क्वार्टर फाइनल, 2006 चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल, 2009 के चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल और 2015 विश्व कप (वनडे) के फाइनल में जीत दर्ज की थी।
पाकिस्तान ने किया उल्लेखनीय प्रदर्शन
भले ही पाकिस्तान विश्व कप के सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ पाया हो लेकिन इस संस्करण में उनका प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा है। बाबर आजम की कप्तानी में पाकिस्तान ने सुपर-12 चरण के अपने सभी पांच मैच जीते और ऐसा करने वाली इकलौती टीम रही थी। खिताब की प्रबल दावेदार मानी जा रही पाकिस्तान सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की चुनौती को पार नहीं कर सकी थी और रोमांचक मुकाबले में हार गई थी।
पाकिस्तान से इन खिलाड़ियों ने किया शानदार प्रदर्शन
मोहम्मद रिजवान ने टी-20 विश्व कप में अपनी शानदार फॉर्म का प्रदर्शन किया। वह एक कैलेंडर वर्ष में 1,000 टी-20 रन पूरे करने वाले पहले बल्लेबाज बने। रिजवान ने अपने कप्तान बाबर आजम के साथ मिलकर कई बार टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई। दूसरी तरफ गेंदबाजी विभाग में शाहीन अफरीदी ने अपनी गति और तेज स्विंग से सबको प्रभावित किया। अफरीदी ने भारतीय सलामी बल्लेबाजों केएल राहुल और रोहित शर्मा को आउट करके विश्व कप में सुर्खियां बटोरीं।
भारत ने किया निराशजनक प्रदर्शन
अब तक सिर्फ एक खिताब जीतने वाले भारत ने अपने दूसरे खिताब की तलाश में टूर्नामेंट में प्रवेश किया। हालांकि, चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से बड़ी हार के बाद उनका अभियान पटरी से उतर गया। दूसरी तरफ भारत ने अफगानिस्तान, स्कॉटलैंड और नामीबिया को हराया लेकिन वे सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने में नाकाम रहे। यह 2012 टी-20 के बाद से पहली बार है जब भारत नॉकआउट (ICC इवेंट) के लिए क्वालीफाई नहीं कर सका था।
टी-20 अंतरराष्ट्रीय में कोहली की कप्तानी का हुआ अंत
सुपर-12 में भारत ने अपने आखिरी मुकाबले में नामीबिया पर जीत दर्ज की और टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में विराट कोहली की कप्तानी का यह आखिरी मैच साबित हुआ। कोहली पहले ही घोषणा कर चुके थे कि वह टी-20 विश्व कप के बाद अपना पद छोड़ देंगे। जनवरी 2017 में एमएस धोनी से पदभार संभालने वाले कोहली ने टी-20 प्रारूप में 50 मैचों में भारत की कप्तानी की। वह धोनी के बाद प्रारूप में भारत के दूसरे सबसे सफल कप्तान हैं।
अब अगले साल क्वालीफायर खेलेगी वेस्टइंडीज
गत चैंपियन वेस्टइंडीज का अभियान निराशाजनक रहा। टी-20 विश्व कप के इतिहास में दो बार खिताब जीत चुकी कैरेबियाई टीम ने अपने सुपर-12 मैचों में चार में हार का सामना किया। वेस्टइंडीज अब टी-20 अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में 10वें स्थान पर है और अब उन्हें 2022 टी-20 विश्व कप संस्करण के सुपर 12 में पहुंचने के लिए अगले साल क्वालीफायर खेलना होगा। इसके साथ ही ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो ने अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच खेला।