इंग्लैंड के एंड्रयू स्ट्रॉस और ज्योफ बॉयकॉट के नाम के आगे लगेगा 'सर', मिली 'नाइटहुड' उपाधि
इंग्लैंड क्रिकेट टीम को अपने-अपने दौरे में बुलंदियों में ले जाने वाले पूर्व क्रिकेटर एंड्रयू स्ट्रॉस और ज्योफ बॉयकॉट को इंग्लैंड के सबसे बड़े सम्मान 'नाइटहुड' के अवार्ड से नवाजा गया है। BCC की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री थेरेसा मे के सम्मान समारोह में इन दोनों पूर्व खिलाड़ियों को खेल को अपनी सेवाएं देने के लिए नाइटहुड की उपाधि दी गई। बता दें कि इससे पहले इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टर कुक को यह सम्मान मिला था।
इंग्लैंड के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं एंड्रयू स्ट्रॉस
इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस अपने देश के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं। स्ट्रॉस के नेतृत्व में इंग्लैंड ने 50 टेस्ट में से 24 मैचों में जीत दर्ज की थी। एंड्रयू स्ट्रॉस ने इंग्लैंड के लिए 100 टेस्ट मैचों में 40.91 की औसत से 7,037 रन बनाए हैं। जिसमें 21 शतक और 276 अर्धशतक शामिल हैं। वहीं 127 वनडे मैचों में स्ट्रॉस ने 4,205 रन बनाए हैं। जिसमें 6 शतक और 27 अर्धशतक शामिल हैं।
18 साल तक इंग्लैंड के सबसे बड़े बल्लेबाज थे ज्योफ बॉयकॉट
इंग्लैंड के लिए 1964 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने वाले ज्योफ बॉयकॉट दुनिया के उन चुनिंदा बल्लबाजों में से एक हैं, जिनके नाम प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 150 से ज्यादा शतक हैं। वहीं ज्योफ बॉयकॉट ने 108 टेस्ट मैचों में 47.72 की औसत से 8,114 रन बनाए हैं, जिसमें 22 शतक और 42 अर्धशतक शामिल हैं। साथ ही बॉयकॉट के नाम 36 वनडे में 1,082 रन भी हैं। बॉयकॉट के नाम प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 238 अर्धशतक भी हैं।
इससे पहले एलिस्टर कुक को मिली थी नाइटहुड की उपाधि
गौरतलब है कि इससे पहले इसी साल की शुरुआत में इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और सलामी बल्लेबाज़ एलिस्टर कुक को इंग्लैंड की क्वीन ने नाइटहुड की उपाधि से सम्मानित किया था। कुक इस सम्मान को पाने वाले इंग्लैंड के 11वें खिलाड़ी थे। वहीं सबसे पहले 2007 में इंग्लैंड के दिग्गज खिलाड़ी इयान बॉथम को यह अवॉर्ड मिला था। बता दें कि नाइटहुड की उपाधि उस व्यक्ति को दी जाती है, जिसने अपने क्षेत्र (फील्ड) में असीम उपलब्धियां हासिल की हों।
जानिए क्या है नाइटहुड की उपाधि
नाइटहुड की उपाधि ब्रिटिश सरकार के सर्वोच्च सम्मानों में से एक है। इस उपाधि को देने की शुरुआत 4 जून, 1917 को किंग जॉर्ज पंचम ने की थी। ब्रिटेन का यह सबसे बड़ा अवार्ड किसी भी फील्ड के व्यकित को दिया जा सकता है। जिसने राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर समाज और मानवता के लिए अच्छे काम किए हों। जिस व्यक्ति को नाइटहुड की उपाधि दी जाती है वह अपने नाम के आगे "सर" शब्द को लगा सकता है।