श्रीलंका के मिस्ट्री गेंदबाज अजंता मेंडिस ने क्रिकेट से लिया संन्यास, ये रिकॉर्ड हैं उनके नाम
क्या है खबर?
अपनी जादुई गेंदबाजी से बल्लेबाजों को अपनी अंगुली पर नचाने वाले श्रीलंका के मिस्ट्री स्पिनर अजंता मेंडिस ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया।
2008 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने वाले मेंडिस ने श्रीलंका के लिए 19 टेस्ट, 87 वनडे और 30 अंतर्राष्ट्रीय टी-20 मैच खेले हैं।
कैरम बॉल के स्पेश्लिस्ट कहे जाने वाले मेंडिस ने अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच दिसंबर, 2015 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था।
अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू
डेब्यू मैच में शानदार प्रदर्शन के लिए जाने जाते हैं मेंडिस
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपने डेब्यू के साथ ही मेंडिस ने सनसनी मचा दी थी। टेस्ट क्रिकेट के अपने पहले मैच में मेंडिस ने कुल 8 विकेट झटके थे।
वहीं वनडे क्रिकेट के डेब्यू मैच में मेंडिस ने तीन और टी-20 अंतर्राष्ट्रीय के पहले मैच में मेंडिस ने चार विकेट लिए थे।
इसके बाद से ही मेंडिस को मिस्ट्री स्पिनर कहा जाने लगा था, क्योंकि मेंडिस के गेंद बल्लेबाजों के लिए पहेली साबित होती थी।
रिकॉर्ड
टी-20 अंतर्राष्ट्रीय में दो बार छह विकेट लेने वाले इकलौते गेंदबाज हैं मेंडिस
बता दें कि मिस्ट्री गेंदबाज अजंता मेंडिस टी-20 अंतर्राष्ट्रीय में दो बार 6 विकेट लेने वाले विश्व के इकलौते गेंदबाज हैं।
साथ ही मेंडिस का नाम उन चुनिंदा गेंदबाजों में शामिल है, जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में फाइव विकेट हॉल अपने नाम किया है।
मेंडिस तीनों फॉर्मेट में सिक्स विकेट हॉल भी ले चुके हैं।
मेंडिस और भी कई रिकॉर्ड अपने नाम कर सकते थे, लेकिन इंजरी के कारण वह हमेशा टीम से अंदर बाहर होते रहे।
करियर
अजंता मेंडिस का अंतर्राष्ट्रीय करियर
श्रीलंका के लिए 2008 में टेस्ट में अपना डेब्यू करने वाले मेंडिस ने 19 टेस्ट में 34.77 की औसत से 70 विकेट लिए हैं।
साथ ही वनडे में मेंडिस के नाम 87 मैचों में 21.87 की औसत से 152 विकेट हैं।
वहीं टी-20 अंतर्राष्ट्रीय के 39 मैचों में मेंडिस ने 14.42 की औसत से 66 विकेट लिए हैं।
मेंडिस ने टेस्ट की एक पारी में 4 बार, वनडे में 3 बार और टी-20 में 2 बार 5-5 विकेट लिए हैं।
लेखक के विचार
2019 विश्व कप में मेंडिस को मिलना चाहिए था मौका
श्रीलंका की स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अजंता मेंडिस ने लंबे समय से टीम में मौका न मिलने के कारण निराश होकर क्रिकेट से संन्यास लिया है।
34 वर्षीय मेंडिस ने सीमित ओवर की क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है। श्रीलंका के पास अजंता मेंडिस और रंगना हेराथ के अलावा कोई प्रभावी स्पिनर नहीं था।
ऐसे में हेराथ के संन्यास लेने के बाद हमारा मानना है कि मेंडिस को 2019 विश्व कप में जरूर मौका मिलना चाहिए था।