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पिता ने लड़ी करगिल की लड़ाई, अब बेटा बन सकता है भारतीय टीम का अगला सितारा

पिता ने लड़ी करगिल की लड़ाई, अब बेटा बन सकता है भारतीय टीम का अगला सितारा

Aug 29, 2019
02:28 pm

क्या है खबर?

करगिल में भारत को विजय दिलाने वाले जाट रेजीमेंट के नेम सिंह जुरैल के बेटे ध्रुव जुरैल भारतीय क्रिकेट टीम का अगला सितारा बनने के लिए तैयार हैं। उत्तर प्रदेश के आगरा के रहने वाले ध्रुव फिलहाल यूथ एशिया कप में भारतीय अंडर-19 टीम का नेतृत्व करेंगे। 18 वर्षीय ध्रुव जुरैल विकेटकीपर के साथ-साथ टॉप-ऑर्डर बल्लेबाज भी हैं। ध्रुव 14 साल की उम्र से ही घरेलू क्रिकेट में अपने हुनर का लोहा मनवा रहे हैं। जानिए कौन हैं ध्रुव जुरैल

परिचय

जानिए कौन हैं ध्रुव जुरैल

1 जनवरी, 2001 को उत्तर प्रदेश के आगरा में जन्में ध्रुव जुरैल को पहले उनके पिता नेम सिंह जुरैल भारतीय सेना में ही देखना चाहते थे। लेकिन ध्रुव ने क्रिकेट को ही अपना करियर चुनने का फैसला किया। हालांकि, शुरुआत में न नुकुर के बाद पिता ने भी ध्रुव के इस फैसले का स्वागत किया। ध्रुव 2014 में महज 14 साल की उम्र में आगरा में एक टी-20 मैच में सिर्फ 21 गेंदो में शतक लगाकर सुर्खियों में आए थे।

बातचीत

क्रिकेटर बन कर भारत की सेवा करेगा ध्रुव- पिता नेम सिंह

इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में ध्रुव के पिता नेम सिंह ने कहा, "यह आपके देश के लिए कुछ करने के बारे में है। मैंने 2008 में सेवानिवृत्त होने से पहले करगिल युद्ध के दौरान देश की सेवा की थी। अब मेरा बेटा क्रिकेटर के रूप में अपने देश की सेवा कर रहा है।" उन्होंने आगे कहा, "भले ही यह दोनों क्षेत्र अलग हैं, लेकिन दोनों का भाव ही देश की सेवा करना है।"

विशेषता

विस्फोटक विकेटकीपर बल्लेबाज हैं ध्रुव जुरैल

बता दें कि ध्रुव विकेटकीपर के साथ-साथ विस्फोटक टॉप ऑर्डर बल्लेबाज हैं। 2014 में 21 गेंदो में शतक लगाकर उन्होंने यह साबित कर दिया था। इसके पर ध्रुव के पिता ने कहा, "जब ध्रुव ने 21 गेंदो में शतक लगाया था, तो उसको लेकर वह ज्यादा उत्साहित नहीं था। उसने अपने कोच और मुझसे कहा पापा वो ग्राउंड काफी छोटा था।" उन्होंने आगे कहा, "उसी दिन मुझे आभास हो गया था कि मेरा बेटा जरूर एक बड़ा क्रिकेटर बनेगा।"

प्रदर्शन

कूच बेहार ट्रॉफी में ध्रुव जुरैल ने किया था शानदार प्रदर्शन

बता दें कि मेरठ के प्रतिष्ठित वैभव क्रिकेट टूर्नामेंट में सिर्फ 36 गेंदो में 80 रन बना कर अपनी टीम को जीत दिलाने वाले ध्रुव इस पारी के बाद 2018-19 सीजन के लिए यूपी की अंडर-19 टीम में सेलेक्ट हो गए थे। इसके बाद कूच बेहार ट्रॉफी के सिर्फ 11 मैचों में ध्रुव ने 61.33 की औसत से 736 रन बनाकर सभी को एक बार फिर प्रभावित किया था। साथ ही ध्रुव ने अपने 50 डिस्मिसेल्स भी किए थे।

लेखक के विचार

जल्द ही IPL में नजर आ सकते हैं ध्रुव जुरैल

ध्रुव अगर अंडर-19 यूथ एशिया कप में अपनी प्रतिभा के अनुकूल प्रदर्शन करते हैं, तो इंडियन प्रीमियर लीग के दरवाजे भी उनके लिए खुल सकते हैं। विस्फोटक विकेटकीपर बल्लेबाज अगर इसी तरह अपनी प्रतिभा को प्रदर्शन में तब्दील करते रहे, तो जल्द ही वह भारतीय टीम में भी नजर आ सकते हैं। इतनी जल्दी इस बात को कहने का मुख्य कारण ध्रुव का ऑलराउंड प्रदर्शन है। क्योंकि ध्रुव जितने बेहतरीन बल्लेबाज हैं, उतने ही शानदार विकेटकीपर भी हैं।