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भारत ने ट्रंप-पुतिन की अलास्का वार्ता का स्वागत किया, कहा- आगे का रास्ता कूटनीति से संभव
भारत ने ट्रंप-पुतिन की अलास्का वार्ता का स्वागत किया है

भारत ने ट्रंप-पुतिन की अलास्का वार्ता का स्वागत किया, कहा- आगे का रास्ता कूटनीति से संभव

Aug 16, 2025
04:31 pm

क्या है खबर?

भारत ने शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच अलास्का के एंकोरेज में हुई बैठक का स्वागत करते हुए शांति की दिशा में अत्यंत सराहनीय कदम बताया है। इसके अलावा भारत ने आगे का रास्ता केवल बातचीत और कूटनीति से ही संभव बताया है। बता दें कि ट्रंप और पुतिन के बीच बंद कमरें में करीब 3 घंटे तक चर्चा हुई थी, लेकिन यूक्रेन के खिलाफ युद्धविराम पर कोई फैसला नहीं हो सका।

बयान

भारत ने क्या जारी किया बयान? 

विदेश मंत्रालय ने कहा, "भारत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच अलास्का में हुई शिखर बैठक का स्वागत करता है। शांति की दिशा में उनका नेतृत्व अत्यंत सराहनीय है।" बयान में आगे कहा गया, "भारत शिखर सम्मेलन में हुई प्रगति की दिल से सराहना करता है। आगे का रास्ता बातचीत और कूटनीति से ही निकल सकता है। दुनिया यूक्रेन में संघर्ष का जल्द अंत देखना चाहती है।"

संकेत

ट्रंप ने दिए और टैरिफ नहीं बढ़ाने के संकेत

विदेश मंत्रालय की यह प्रतिक्रिया ट्रंप द्वारा यह संकेत दिए जाने के बाद आई है कि वे भारत समेत रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर अतिरिक्त द्वितीयक टैरिफ नहीं लगाएंगे। उन्होंने पुतिन के साथ बैठक के बाद फॉक्स न्यूज से कहा था, "मैं अभी रूस और उसके व्यापारिक साझेदारों पर तत्काल अतिरिक्त टैरिफ लगाने पर विचार नहीं कर रहा हूं। हालांकि, मुझे 2-3 सप्ताह में इस पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है, लेकिन अभी इसकी जरूरत नहीं है।"

राहत

क्या ट्रंप का बयान भारत के लिए राहत की बात है?

बता दें कि ट्रंप ने 1 अगस्त को भारत पर रूस से तेल खरीदने को लेकर 25 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया था। इसके बाद भारत की ओर से कोई प्रतिक्रिया न देने पर 6 अगस्त को 25 प्रतिशत और टैरिफ बढ़ाकर उसे 50 प्रतिशत करने का ऐलान किया था। नया टैरिफ 27 अगस्‍त लागू होने वाला है। हालांकि, पुतिन से मुलाकात के बाद ट्रंप का ये बयान भारत के लिए टैरिफ से राहत के तौर पर देखा जा रहा है।

बैठक

ट्रंप-पुतिन बैठक में क्या हुआ?

ट्रंप और पुतिन बंद कमरें में करीब 3 घंटे की चर्चा के बाद यूक्रेन युद्ध का समाधान नहीं निकाल पाए। हालांकि, संयुक्त बयान में ट्रंप ने कहा, "बैठक बेहद फलदायी रही और कई बिंदुओं पर सहमति बनी। अब बस कुछ ही बिंदु बचे हैं। हम यूक्रेन के साथ युद्धविराम पर नहीं पहुंच पाए, लेकिन वहां पहुंचने की अच्छी संभावना है।" पुतिन ने भी यही भावना दोहराते हुए कहा कि दोनों पक्ष युद्धविराम का मार्ग प्रशस्त करने पर सहमत हुए हैं।