
खोलविदों ने की अंतरिक्ष में की रहस्यमयी सुरंगों की खोज, सौर मंडल लेकर किया यह दावा
क्या है खबर?
अधिकांश लोग सौर मंडल की कल्पना एक खालीपन से घिरे भ्रमणशील ग्रहों और तारों के रूप में करते हैं। नए शोध ने इस धारणा को चुनौती दी है। खगोलविद दावा कर रहे हैं कि ब्रह्मांडीय परिवेश में और भी बहुत कुछ घटित हो रहा है। अध्ययन ने पुष्टि की है कि सूर्य गर्म गैस के विशाल बुलबुले के अंदर स्थित है और इसके भीतर 'अंतरतारकीय सुरंगें' हो सकती हैं, जो सौर मंडल को आकाशगंगा के बाकी हिस्सों से जोड़ती है।
सूर्य की
कैसे बना सूर्य के चारों ओर गर्म बुलबुला?
एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, स्थानीय गर्म बुलबुला (LHB) सूर्य के चारों ओर एक विशाल, गर्म, कम घनत्व वाला क्षेत्र है, जो लगभग 300 प्रकाश वर्ष तक फैला हुआ है। यह लाखों साल पहले हुए सुपरनोवा नामक ब्रह्मांडीय विस्फोटों के परिणामस्वरूप बना था। इनके कारण आस-पास की गैस गर्म हो गई, जिससे कम घनत्व, उच्च तापमान वाला वातावरण बना। इन गतिविधियों के निशान अभी भी गर्म प्लाज्मा के धुंधले अवशेषों के रूप में मौजूद हैं।
अध्ययन
इस तरह किया अध्ययन
मैक्स प्लैंक संस्थान के डॉ. एल. एल. साला और उनके सहयोगियों ने इस क्षेत्र का गहन सर्वेक्षण करने के लिए ईरोसिटा एक्स-रे दूरबीन से प्राप्त आंकड़ों का उपयोग किया। एक अन्य एक्स-रे सर्वेक्षण के आंकड़ों के साथ रोसैट ई-रोसिटा का अध्ययन हमारे ब्रह्मांडीय पड़ोस की अब तक की सबसे विस्तृत छवि प्रदान करता है। यह पूरे क्षेत्र में तापमान में बदलाव के साथ-साथ गर्म गैस, धूल के छिद्र और अंतरतारकीय संरचनाओं के धुंधले निशानों का संकेत भी दर्शाता है।
धारणा
पुरानी धारणा को बदला
स्थानीय गर्म बुलबुला इस बात का प्रमाण है कि प्राचीन सुपरनोवा और अन्य ब्रह्मांडीय गतिविधियों ने आज के ब्रह्मांड को धूल, प्लाज्मा, विकिरण और चुंबकीय क्षेत्रों से युक्त एक जटिल वातावरण में ढाल दिया है। इससे पता चलता है कि अंतरिक्ष पूरी तरह से खाली नहीं है। शोध दल ने LHB के कुछ हिस्सों और उसके विशिष्ट मार्गों का मानचित्रण किया है, लेकिन बहुत कुछ अस्पष्ट है। कुछ क्षेत्र सुरंगों से जुड़े हुए प्रतीत होते हैं, जबकि अन्य अवरुद्ध हैं।