आलोचकों के निशाने पर आए धोनी के बचाव में उतरे कोहली, कही यह बात
बीती रात भारत को इंग्लैंड के खिलाफ 31 रनों की हार झेलनी पड़ी और विश्व कप 2019 में चला आ रहा उनका विजयी अभियान रुक गया। मुकाबले में भारत की गेंदबाजी काफी निराशाजनक रही जिसके कारण इंग्लैंड 337 रन बनाने में कामयाब हो गया। सितारों से सजी भारतीय टीम इस टार्गेट का पीछा नहीं कर पाई और अंत में एमएस धोनी की बल्लेबाजी पर लोगों ने काफी सवाल उठाए। मैच के बाद कप्तान कोहली ने धोनी का बचाव किया है।
धोनी ने काफी कोशिश की, लेकिन इंग्लैंड ने बेहतर काम किया- कोहली
कप्तान कोहली ने धोनी का बचाव करते हुए कहा कि धोनी ने बाउंड्री मारने के लिए काफी कोशिश की थी, लेकिन गेंद बल्ले पर सही से आ ही नहीं रही थी। कोहली ने आगे कहा, "धोनी लगातार बाउंड्री लगाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन इंग्लैंड ने अपने प्लान को बखूबी लागू किया। उन्होंने सही दिशा में गेंदबाजी की और गेंद रुककर आ रही थी, जिससे अंतिम समय में बल्लेबाजी करना काफी कठिन हो गया था।"
धोनी-जाधव की साझेदारी पर उठ रहे हैं सवाल
45वें ओवर की पांचवी गेंद पर हार्दिक पंड्या के आउट होने के बाद भारत को 31 गेंदों में 71 रनों की जरूरत थी और धोनी 13 गेंदों में 16 रन बनाकर खेल रहे थे। धोनी और जाधव ने अपनी साझेदारी में 31 गेंदें खेली जिसमें एक छक्का, तीन चौके, सात डॉट गेंदें और 20 सिंगल बनाए। जब धुंआधार बल्लेबाजी की जरूरत थी तो ये दोनों बल्लेबाज सिंगल ले रहे थे जिस पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
लगातार आलोचकों का शिकार हो रहे हैं धोनी
अफगानिस्तान के खिलाफ धीमी बल्लेबाजी के बाद सचिन तेंदुलकर ने कहा था कि धोनी जैसे सीनियर खिलाड़ी को सकारात्मक रवैया अपनाना चाहिए। इंग्लैंड के खिलाफ हार के बाद हर्षा भोगले कहा कि एक गेंद पर एक रन बनाकर मैच नहीं जीता जा सकता था। सौरव गांगुली ने भी मैच पर रिएक्शन देते हुए कहा, "5 विकेट बचाकर आप किस तरह स्कोर का पीछा कर रहे थे। मेरे पास इस मुकाबले के लिए शब्द नहीं हैं।"
इस तरह इंग्लैंड ने दी थी भारत को मात
पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड ने जॉनी बेयरेस्टो (111) और बेन स्टोक्स (79) की बदौलत 337 रनों का स्कोर खड़ा किया। मोहम्मद शमी ने एक बार फिर शानदार प्रदर्शन किया और पांच विकेट झटके। 338 रनों के स्कोर का पीछा करने उतरी भारतीय टीम के लिए रोहित शर्मा (111) और विराट कोहली (66) ने शानदार पारियां खेलीं। क्रिस वोक्स ने दो और लियाम प्लंकेट ने तीन विकेट झटके और इंग्लैंड को मैच जिता दिया।