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नीतीश कुमार ने क्यों कहा समय से पहले हो सकते हैं लोकसभा चुनाव?
नीतीश कुमार को लगता है कि लोकसभा चुनाव समय से पहले हो सकते हैं

नीतीश कुमार ने क्यों कहा समय से पहले हो सकते हैं लोकसभा चुनाव?

लेखन नवीन
Jun 16, 2023
06:55 pm

क्या है खबर?

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव तय कार्यक्रम से पहले होने की आशंका जताई है। उन्होंने पिछले दिनों अधिकारियों के साथ हुई बैठक में राज्य सरकार की योजनाओं को समय से पूरा करने को कहा। उन्होंने अपनी भविष्यवाणी के पीछे के कारणों को भी स्पष्ट किया और उनका दावा है कि सत्तारूढ़ भाजपा इसी साल के अंत में कभी भी चुनाव करवा सकती है। आइए जानते हैं कि नीतीश को ऐसा क्यों लगता है।

बयान

नीतीश कुमार ने क्या कहा था? 

नीतीश को लगता है कि भाजपा विपक्षी पार्टियों की एकजुटता की ताकत को कम करने के लिए समय से पहले लोकसभा चुनाव कराने का विकल्प चुन सकती है। उन्होंने कहा, "केंद्र सरकार के पास बहुमत है और जाहिर तौर पर लोकसभा चुनाव समय से पहले करा सकती है। वे (भाजपा) सोच सकते हैं कि आने वाले समय में विपक्षी एकता उन्हें प्रभावित कर सकती है।" बता दें कि अगले साल मार्च-अप्रैल में लोकसभा चुनाव होने हैं।

कहां

नीतीश ने और क्या कहा था?

बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश ने ग्रामीण विकास विभाग की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक के दौरान राज्य सरकार की 6,680.67 करोड़ रुपये की 5,061 परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने अधिकारियों से कहा, "मुझे विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान बताया गया कि जनवरी, 2024 तक सभी परियोजनाओं को पूरा कर लिया जाएगा।" उन्होंने कहा, "मैं आप सभी से जल्द से जल्द सभी परियोजनाओं को पूरा करने का अनुरोध करूंगा क्योंकि लोकसभा चुनाव कभी भी हो सकते हैं।"

क्यों

नीतीश ने विपक्षी बैठक से पहले दिया बयान 

नीतीश का ये बयान लोकसभा चुनाव का रोडमैप तैयार करने के लिए 23 जून को पटना में होने वाली विपक्षी पार्टियों की बैठक से कुछ दिन पहले आया है। भाजपा के पूर्व सहयोगी नीतीश केंद्र के खिलाफ एक संयुक्त मोर्चा बनाने की मुहिम के अगवा आगे रहे हैं। उन्होंने कहा, "आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए सभी विपक्षी पार्टियों को साथ आना चाहिए। हमें 23 जून की बैठक के बाद तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।"

मायने

नीतीश के बयान के क्या हैं मायने? 

नीतीश के इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में लोकसभा चुनाव पहले होने की संभावनाओं को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। हालांकि, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि केंद्र सरकार अभी इस तरह की कोई तैयारी नहीं कर रही है। उनका कहना है कि इस साल के अंत तक मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में चुनाव होने हैं और कर्नाटक चुनाव में मिली हार के बाद भाजपा सरकार जल्द चुनाव कराने की गलती नहीं करेगी।

बयान

नीतीश के बयान को हल्के में न लें- JDU 

जनता दल यूनाइटेड (JDU) के नेता सत्य प्रकाश मिश्रा ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री उस अटल सरकार में मंत्री रह चुके हैं, जिसने समय से पहले चुनाव कराया था और वो भाजपा बेहतर ढंग से समझते हैं। मिश्रा ने कहा, "उनके बयान को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए और 2004 में भाजपा ने समय से पहले चुनाव करवाए थे। अगर इस बार भी समय से पहले चुनाव होते हैं तो किसी को कोई आश्चर्य नहीं होगा।"

नेता

RJD नेता तेजस्वी ने किया नीतीश के बयान का समर्थन 

राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नीतीश के बयान का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, "भाजपा तब से डर की स्थिति में है जब से JDU ने उसे छोड़ दिया और हमारे साथ हाथ मिला लिया। नरेंद्र मोदी की सरकार की लोकप्रियता कम हो रही है। जब सब कुछ केंद्र सरकार के हाथों में है तो चुनाव जल्दी होना संभव है।" उन्होंने दावा किया, "भाजपा चुनाव के लिए आंतरिक सर्वेक्षण करवा रही है।"