शहीद के पार्थिव शरीर को लेने नहीं पहुंचा बिहार सरकार का कोई मंत्री, परिवार नाराज
हमारे देश के नेताओं के लिए शहादत की कितनी कीमत है, यह इस बात से समझा जा सकता है कि देशभक्ति से सरोबार इस माहौल में भी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के शहीद इंस्पेक्टर पिंटू कुमार सिंह के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि देने बिहार सरकार का कोई भी मंत्री पटना एयरपोर्ट नहीं पहुंचा। इस बात के लिए शहीद के परिजन बिहार सरकार से बेहद नाराज हैं। राज्य में नीतीश कुमार के नेतृत्व में NDA सरकार है।
शहादत पर राजनीति
पुलवामा हमले और एयर स्ट्राइक के बाद पूरा देश सेना के पीछे खड़ा हुआ है। सरकार भी इस माहौल को अपने पक्ष में भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही। रविवार को पटना में हुई रैली में प्रधानमंत्री मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिंटू कुमार की शहादत को सलाम भी किया। लेकिन विडंबना देखिए कि इस बड़े-बड़े नारों के बीच बिहार सरकार को कोई भी मंत्री उनके पार्थिव शरीर को लेने पटना एयरपोर्ट नहीं गया।
'पिंटू की शहादत को नहीं मिला सम्मान'
पटना के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मौके पर सरकार का प्रतिनिधित्व किया। विपक्ष से बिहार कांग्रेस प्रमुख मदन मोहन झा जरूर पिंटू को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। जब उनका पार्थिव शरीर पटना एयरपोर्ट पहुंचा तो सरकारी प्रोटोकॉल लागू था, लेकिन कोई भी मंत्री शहीद को अंतिम सम्मान देने नहीं पहुंचा। उनके चाचा संजय कुमार सिंह ने कहा, "पिंटू को राज्य सरकार से वह सम्मान नहीं मिला है, जिसका वह हकदार था। कोई भी NDA नेता एयरपोर्ट पर नहीं आया।"
प्रशांत किशोर ने मांगी माफी
शहीद की इस अनदेखी के लिए JDU के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने उनके परिजनों से माफी मांगी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "अपनी भूल के लिए हम आपसे माफी मांगते हैं। इस दुख की घड़ी में हमें वहां आपके साथ होना चाहिए था।" वहीं भाजपा के एक नेता ने कहा कि व्यस्त रैली कार्यक्रम के कारण, राजनीतिक नेता और मंत्री पिंटू को श्रद्धांजलि देने नहीं पहुंच सके।
प्रशांत किशोर ने मांगी भूल के लिए माफी
कुपवाड़ा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए थे पिंटू
बिहार में बेगुसराय के रहने वाले पिंटू उन पांच CRPF जवानों में से एक थे, जो 1 मार्च को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए थे। 35 वर्षीय पिंटू CRPF की 92वीं बटैलियन का हिस्सा थे। खबरों के अनुसार सभी आतंकियों को मरा समझ पिंटू निडरता से उस घर में घुस गए थे जहां से आतंकी फायरिंग कर रहे थे। मरने का नाटक कर रहे एक आतंकी ने अचानक से पिंटू पर गोली चला दी।