NDA सरकार के मंत्रिमंडल में 7 महिलाओं को मिली जगह, जानिए कौन बनीं केंद्रीय मंत्री
देश में 18वीं लोकसभा के लिए रविवार शाम को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार के मंत्रिमंडल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित 72 सदस्यों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। इन सभी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में शपथ दिलाई। इस बार मंत्रिमंडल में 7 महिलाओं को जगह दी गई है, जबकि पिछली सरकार में इनकी संख्या 10 थी। ऐसे में आइए मंत्रिमंडल में शामिल महिला नेताओं के बारे में जानते हैं।
निर्मला सीतारमण
निर्मला सीतारमण को केंद्रीय मंत्री बनाया गया है। उन्होंने पिछली सरकार में कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री और भारत के 28वें वित्त मंत्री के रूप में शपथ ली थी। वह पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री रहीं हैं। उन्होंने भारत की दूसरी महिला रक्षा मंत्री के रूप में भी काम किया है। सीतारमण 2006 में भाजपा में शामिल हुईं और 2010 में उन्हें राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया था। 2014 में उन्हें मोदी सरकार में आंध्र प्रदेश से राज्य मंत्री बनाया गया था।
अन्नपूर्णा देवी
झारखंड के कोडरमा से लगातार दूसरी बार भाजपा सांसद बनी अन्नपूर्णा देवी यादव को मंत्रिमंडल में केंद्रीय मंत्री बनाया गया है। 2019 चुनाव में भी उन्होंने बड़ी जीत दर्ज की थी। उसके बाद उन्हें शिक्षा राज्य मंत्री बनाया था। वह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्षों में से एक हैं। इससे पहले वह राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का हिस्सा थीं, लेकिन 2019 चुनाव में वह भाजपा में शामिल हो गईं। उन्होंने पति की मृत्यु के बाद सक्रिय राजनीति में कदम रखा था।
रक्षा खडसे
राज्य मंत्री के रूप में जगह बनाने वाली 37 वर्षीय रक्षा खडसे मोदी मंत्रिमंडल की सबसे युवा महिला मंत्री हैं। उन्होंने कंप्यूटर साइंस से Bsc की पढ़ाई की है। वह महाराष्ट्र में भाजपा के कद्दावर नेता एकनाथ खडसे की पुत्रवधू हैं। रक्षा ने पहली बार 26 साल की उम्र में लोकसभा चुनाव जीता था और संसद पहुंची थीं। रक्षा के पति निखिल खड़से ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।
शोभा करंदलाजे
शोभा करंदलाजे कर्नाटक से तीसरी बार सांसद बनी हैं। उन्हें फिर से NDA सरकार में राज्य मंत्री के रूप में जगह मिली है। वह 17वीं लोकसभा में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के राज्य मंत्री के रूप में काम कर चुकी हैं। 57 वर्षीय शोभा ने सोशल वर्क से ग्रेजुएशन और समाज शास्त्र में MA किया है। वह कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री येदुरप्पा के करीबी लोगों में गिनी जाती हैं। वह पिछले 25 सालों से भाजपा से जुड़ी हुई हैं।
अनुप्रिया पटेल
अनुप्रिया पटेल उत्तर प्रदेश की राजनीति में युवा महिला चेहरे के रूप में पहचान रखती हैं। वह पिता सोनेलाल की पार्टी अपना दल (S) का प्रतिनिधित्व करती हैं। अपना दल दो धड़ों में बंटी है। दूसरा धड़ा अपना दल (कृष्णा पटेल गुट) है और उसका प्रतिनिधित्व उनकी मां करती हैं। अपना दल (S) NDA के सहयोगी दलों में शामिल हैं। ऐसे में अनुप्रिया को राज्य मंत्री बनाया गया है। अनुप्रिया का जन्म 29 अप्रैल, 1981 को कानपुर में हुआ था।
सावित्री ठाकुर
मध्य प्रदेश की धार लोकसभा सीट से जीत हासिल करने वाली आदिवासी नेता सावित्री ठाकुर अब सदन और केंद्रीय मंत्रिमंडल में मध्य प्रदेश के मालवा और निमाड़ क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करेंगी। 46 वर्षीय सावित्री मध्य प्रदेश में भाजपा का आदिवासी चेहरा हैं। उन्होंने पंचायत चुनाव से लेकर संसद तक का सफर तय किया है। उन्होंने 2014 में पहली बार लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। उसके बाद अब एक बार फिर से भाजपा सांसद बनी हैं।
निमुबेन बंभानिया
निमुबेन बंभानिया गुजरात के भावनगर से सांसद बनी हैं। उन्हें राज्य मंत्री बनाया गया है। वह सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। लोकसभा चुनाव लड़ने से पहले वह मेयर थी। भावनगर से तत्कालीन सांसद भारतीबेन शायल का टिकट काटकर उन्हें प्रत्याशी बनाया गया था। उन्होंने 4.50 लाख वोटों से जीत हासिल की है। वह तेलपड़ा कोली समाज से आती हैं। उनका जन्म 1966 में हुआ था। उन्होंने विज्ञान विषय में स्नातक करने के साथ Bed भी की है।
पिछली सरकार में ये थी महिला मंत्री
पिछली भाजपा सरकार में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, राज्य मंत्री भारती पवार, साध्वी निरंजन ज्योति, दर्शना जरदोश, मीनाक्षी लेखी और प्रतिमा भौमिक शामिल थीं। हालांकि, इस बार ईरानी को अमेठी और भारती को डंडोरी से चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है। इसी तरह निरंजन ज्योति, दर्शना, लेखी और भौमिक को पार्टी में चुनाव मैदान में नहीं उतारा था। ऐसे में वह मंत्रिमंडल में जगह नहीं बना सकी हैं।